Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Nawazuddin Siddiqui Birthday: गैंग्स ऑफ वसेपुर से पहले इन 21 फिल्मों में दिखे थे नवाज़, मगर कोई पहचान ही नहीं पाया

    By Mohit PareekEdited By:
    Updated: Tue, 19 May 2020 09:27 AM (IST)

    Happy Birthday Nawazuddin Siddiqui आज नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक्टिंग से अपना अलग स्थान बना लिया है।

    Nawazuddin Siddiqui Birthday: गैंग्स ऑफ वसेपुर से पहले इन 21 फिल्मों में दिखे थे नवाज़, मगर कोई पहचान ही नहीं पाया

    नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड में कुछ ऐसे स्टार्स हैं, जिन्हें सिर्फ उनकी एक्टिंग के लिए जाना जाता है और इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम आता है नवाजुद्दीन सिद्दीकी का। नवाजुद्दीन के संघर्ष की कहानी तो आप जानते ही होंगे कि उन्होंने किस तरह से मुश्किलों को सामना करते हुए यह मुकाम हासिल किया है। उनकी एक्टिंग के दीवाने हिंदुस्तान में ही नहीं, बल्कि विदेश में भी हैं। नवाज ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें सबसे पहली बार पहचान गैंग्स ऑफ वसेपुर से ही मिली। आज नवाजुद्दीन का जन्मदिन है और इस मौके पर जानते हैं उनके करियर से जुड़ी खास जानकारी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    1999 से ही शुरू कर दिया था करियर

    नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने लंबे संघर्ष के बाद 1999 में आमिर खान की फिल्म सरफरोश से बॉलीवुड में कदम रखा। पहली फिल्म में आंतकी का किरदार निभाने के बाद उन्हें भिखारी, जेबकतरे, गुंडा-मवाली जैसे किरदार के ही प्रस्ताव मिलने लगे। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया, लेकिन उनका रोल इतना छोटा रहा कि कोई उन्हें पहचान भी नहीं पाया। उस वक्त उन्हें कोई पहचानता भी नहीं था।

    मुन्नाभाई एमबीबीएस में आए थे नजर

    अगर शुरुआती दिनों की बात करें तो उन्होंने पहले सरफरोश, उसके बाद शूल, जंगल, द बायपास, मुन्नाभाई एमबीबीएस जैसी फिल्मों में काम किया, जहां उन्होंने वेटर, जेब कतरा, खबरी जैसे किरदार निभाए। इसलिए किसी को पता भी नहीं होगा कि 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में भी वो सुनील दत्त और संजय दत्त के साथ नजर आए थे। 2002 से 05 तक वो ज्यादातर समय बेरोजगार रहे और चार लोगों के साथ फ्लैट शेयर करते हुए रहे और समय-समय पर एक्टिंग वर्कशॉप चलाकर जीवन यापन करते रहे।

    अनुराग कश्यप की फिल्म से आया नया मोड़

    साल 2007 में अनुराग कश्यप की फिल्म 'ब्लैक फ्राइडे' से दूसरी फिल्मों में बडा रोल मिलने का रास्ता साफ हुआ। उनका फर्स्ट लीड रोल प्रशांत भार्गव की फिल्म 'पतंग' में था, जिसका बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल व ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल में इसका प्रीमियर हुआ। इस फिल्म के लिए नवाजुद्दीन की विश्व विख्यात फिल्म समीक्षक रोगर एबर्ट ने उनकी जमकर तारीफ की। अनुराग के बाद उन्हें बड़े किरदार मिलाने का सिलसिला शुरू हुआ।

    2009 में वो 'देव डी' के हिट सॉन्ग 'इमोशनल अत्याचार' में नजर आए और फिर कबीर खान की फिल्म 'न्यूयॉर्क' में वो नज़र आए। 'न्यूयॉर्क' में नवाजुद्दीन ने एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया था, जिस पर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया था। वैसे कहा जाता है कि आमिर खान की प्रोडक्शन फिल्म 'पीपली लाइव' में पत्रकार की भूमिका से एक अभिनेता के तौर पर नवाजुद्दीन को पहचान मिलना शुरू हुई। फिर अनुराग कश्यप की 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की सीरीज फिल्मों से तो उन्होंने दर्शकों के दिलों में पक्की जगह बना ली और उसके बाद से वो लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं।

    गैंग्स ऑफ वासेपुर से पहले की थी ये फिल्म

    उन्होंने गैग्स ऑफ वासेपुर से पहले सरफरोश, शूल, जंगल, डा बाबा साहेब अंबेडकर, द बायपास, मुद्दा, मुन्नाभाई एमबीबीएस, फैमिली, आजा नचले, एक चालीस की लास्ट लोकल, मनोरमा सिक्स फीट अंडर, ब्लैक फ्राइडे, ब्लैक एंड व्हाइट, फिराक, न्यूयॉर्क, देवडी, पिपली लाइव, देख इंडियन सर्कस, कहानी, पतंग, पान सिंह तोमर में काम किया था।