Happy Birthday khayyam: महान संगीतकार होने के साथ दरियादिल भी थे खय्याम, कर दी थी अपनी पूरी संपत्ति दान
मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर मोहम्मद जहूर खय्याम का जन्मदिन 18 फरवरी को होता है। उन्हें संगीत की दुनिया में लोग खय्याम के नाम से आज भी याद करते हैं। खय्याम साहब ने एक से बढ़कर एक गानों में अपना संगीत देकर उन्हें शानदार बनाया था।

नई दिल्ली, जेएनएन। हिंदी सिनेमा और संगीत की दुनिया के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर मोहम्मद जहूर खय्याम का जन्मदिन 18 फरवरी को होता है। उन्हें संगीत की दुनिया में लोग खय्याम के नाम से आज भी याद करते हैं। खय्याम साहब ने एक से बढ़कर एक गानों में अपना संगीत देकर उन्हें शानदार बनाया था। उन्होंने कई दिग्गज गायकों और कलाकारों के साथ काम किया था।
हिंदी संगीत की दुनिया में खय्याम साहब के योगदान को हमेशा याद किया जाता रहेगा। यह बात बहुत कम संगीत प्रेमियों और खय्याम साहब के चाहने वालों को पता होगा कि वह संगीतकार बनने से पहले एक फौजी थे। उन्होंने लंबे समय तक ब्रिटिश इंडियन आर्मी में अपनी सेवाएं दी थीं। इस दौरान खय्याम ने दूसरे विश्व युद्ध में जंग भी लड़ी थी, लेकिन फिल्मों में करियर तलाशने करते हुए वह लाहौर गये थे, जहां उन्होंने मशहूर पंजाबी संगीतकार बाबा चिश्ती से संगीत की शिक्षा ली।
लंबे समय तक संगीत के अध्ययन के बाद साल 1948 में खय्याम साहब को फिल्म हीर रांझा में काम करने का मौका मिला। फिल्म में संगीत देने के बावजूद इस फिल्म के क्रेडिट रोल्स में उनका असली नाम नहीं दिया गया था। दरअसल, इस फिल्म का म्यूजिक शर्मा जी-वर्मा जी की जोड़ी ने तैयार किया था। इस जोड़ी के शर्मा जी खय्याम ही थे। उन्होंने उमराव जान, कभी-कभी और बाजार जैसी फिल्मों में अपने शानदार संगीत से खूब नाम कमाया था।
खय्याम साहब ने मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, आशा भोसले, मुकेश और मशहूर शायर-गीतकार साहिर लुधियानवी जैसे बड़े सितारों के साथ काम किया था। शानदार संगीत के लिए खय्याम साहब को कई बड़े पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है। बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर उन्होंने कई पुरस्कार हासिल किए थे। खय्याम को तीन बार फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। सबसे पहले 1977 में फिल्म कभी कभी के लिए। इसके बाद 1982 में आई फिल्म उमराव जान के लिए। 2010 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था। 2011 में खय्याम को पद्म भूषण से भी नवाजा गया।
शानदार संगीतकार होने के अलावा खय्याम साहब एक दरियादिल इंसान भी थे। उन्होंने साल 2016 में संपूर्ण संपत्ति दान कर दी थी। दरअसल, खय्याम और उनकी गायिका पत्नी जगजीत कौर ने फिल्म जगत के जरूरतमंद और उभरते संगीतकारों के लिए एक ट्रस्ट बनाया था। इस ट्रस्ट का नाम 'खय्याम प्रदीप जगजीत चैरिटेबल ट्रस्ट' और इसके मुख्य ट्रस्टी गजल गायक तलत अजीज और उनकी पत्नी बीना हैं। आपको बता दें कि संगीतकार खय्याम ने अपने जन्मदिन के 90 साल पूरे किए और इस मौके पर उन्होंने अपनी तकरीबन 12 करोड़ की संपत्ति दान में देने की घोषणा की था।
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