Move to Jagran APP

Gulshan Kumar Birthday: जीरो से हीरो बनने की कहानी है गुलशन कुमार के संघर्ष की, ऐसे बने थे 'टी सीरीज' के मालिक

बॉलीवुड के मशहूर निर्माता और व्यवसायी गुलशन कुमार का जन्मदिन 5 मई को होता है। वह बॉलीवुड की उन हस्तियों में से एक थे जिन्होंने अपनी मेहतन के दम पर खास मुकाम हासिल किया था। उनके बेटे भूषण कुमार बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता हैं।

By Anand KashyapEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 04:44 PM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 07:42 AM (IST)
Gulshan Kumar Birthday: जीरो से हीरो बनने की कहानी है गुलशन कुमार के संघर्ष की, ऐसे बने थे 'टी सीरीज' के मालिक
बॉलीवुड के मशहूर निर्माता और व्यवसायी गुलशन कुमार, Instagram : tulsikumar15

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के मशहूर निर्माता और व्यवसायी गुलशन कुमार का जन्मदिन 5 मई को होता है। वह बॉलीवुड की उन हस्तियों में से एक थे जिन्होंने अपनी मेहतन के दम पर खास मुकाम हासिल किया था। उनके बेटे भूषण कुमार बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता हैं। एक वक्त था जब गुलशन कुमार ने अपने दम पर फिल्मी संगीत का चेहरा बदलने का काम किया था। उनकी कंपनी 'टी सीरीज' के कैसेट ने संगीत को घर-घर पहुंचाने का काम किया था। जन्मदिन पर जाने गुलशन कुमार से जुड़ी खास बातें।

prime article banner

 

View this post on Instagram

A post shared by #IsQadar Tulsi Kumar (@tulsikumar15)

उनका जन्म 5 मई 1956 को दिल्ली के एक पंजाबी अरोड़ा परिवार में हुआ था। उनका मूल नाम गुलशन दुआ था। उनके पिता दिल्ली के दरियागंज बाजार में फलों के जूस की दुकान चलाते थे। जहां गुलशन कुमार भी अपने पिता का काम में हाथ बटाते थे। वहां से शुरू हुई उनकी यात्रा एक अलग मुकाम तक पहुंची। गुलशन कुमार के संघर्ष की कहानी जीरो से हीरो बनने तक की है। उन्होंने धीरे-धीरे इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखा और मशहूर होते चले गए।

गुलशन कुमार ने सोनू निगम सहित कई गायकों को ब्रेक देकर उनके करियर में अहम योगदान दिया था। गुलशन कुमार ने सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड नाम की एक कंपनी बनायी जो भारत में सबसे बड़ी संगीत कंपनी बन गई। उन्होंने इसी संगीत कंपनी के तहत 'टी-सीरीज' की स्थापना की। 'टी-सीरीज' आज हिंदी सिनेमा की संगीत और फिल्म निर्माण की बड़ी कंपनियों में से एक है।

निजी जिंदगी के अलावा गुलशन कुमार दान-पुण्य के लिए भी काफी चर्चा में रहते थे। उन्होंने वैष्णो देवी में एक भंडारे की स्थापना की जो आज भी वहां आने वाले श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों को नि: शुल्क भोजन उपलब्ध करवाता है। लेकिन दरियादिली से भरपूर गुलशन कुमार की मौत काफी दर्दनाक थी। मुंबई के अंडरवर्ल्ड के लोगों ने उनसे जबरन वसूली की थी, लेकिन गुलशन कुमार ने उनकी मांग के आगे झुकने से मना कर दिया था। जिसकी वजह से 12 अगस्त, 1997 को मुंबई में एक मंदिर के बाहर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी थी।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.