'मदर इंडिया' से किया गया बाहर, हॉलीवुड में छोड़ी छाप, जानिए कौन है वो पहला भारतीय अभिनेता?
Hollywood में कई भारतीय अभिनेताओं ने सफलता का झंडा लहराया है लेकिन आप जानते हैं कि इसकी शुरुआत आखिर किसने की थी? 80 साल पहले मैसूर में एक परिवार में जन्मे एक शख्स ने पहली बार हॉलीवुड में कदम रखा था और दुनियाभर में नाम कमाया। उस भारतीय अभिनेता ने हॉलीवुड में तो काम किया लेकिन हिंदी फिल्में करने का सपना सिर्फ ख्वाब रह गया।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Sabu Dastagir Biography: फिल्मी दुनिया के कई दिग्गज कलाकारों ने भारतीय सिनेमा में तो अपने हुनर का जादू चलाया ही, विदेशों में भी सफलता के झंडे लहराए। अमिताभ बच्चन से लेकर ऐश्वर्या राय, आलिया भट्ट, अनुपम खेर, डिम्पल कपाड़िया, इरफान खान और अली फजल समेत कई सितारे हॉलीवुड में भी चमके। आज प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड में कम और हॉलीवुड में ज्यादा एक्टिव हैं।
सालों से हिंदी सिनेमा में नाम कमाने के बाद कलाकार हॉलीवुड में अपने अभिनय का जादू चलाने जाते हैं और ज्यादातर कामयाब भी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड से हॉलीवुड जाने का ट्रेंड आखिर किसने शुरू किया था। आखिर वह कौन अभिनेता था, जो पहली बार हॉलीवुड गया था? चलिए इस आर्टिकल में हम आपको हॉलीवुड में काम करने वाले पहले भारतीय अभिनेता के बारे में बताते हैं।
कौन थे पहली बार हॉलीवुड में काम करने वाले अभिनेता?
27 जनवरी 1924 को जन्मे सेलर साबू जिन्हें साबू दस्तगीर (First Indian Hollywood Star) भी कहा जाता है। वह एक मैसूर के रहने वाले थे। उनके पिता एक महावत थे। साबू को भी अपने पिता की तरह हाथियों को राइड करने का हुनर था। इसी वजह से उन्हें पहली बार फिल्मों में आने का मौका मिला। जी हां, हॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर ने साबू को हाथी की सवारी करते हुए देख मन ही मन ठान लिया था कि वह उन्हें अपनी फिल्मों में मौका देंगे।
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11 साल की उम्र में हॉलीवुड में किया डेब्यू
साबू दस्तगीर ने मात्र 9 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था। गरीब परिवार में जन्मे साबू को अपने परिवार का पेट पालने के लिए पिता की तरह मैसूर के महाराज के अस्तबल में बतौर महावत काम करना पड़ा। वह अस्तबल में हाथियों की देखरेख करते थे। एक रोज हॉलीवुड के दिग्गज फिल्ममेकर रॉबर्ट फ्लेहर्टी (Robert Flaherty ) महाराजा के अस्तबल गए और उनकी नजर साबू पर पड़ी।
हाथियों की सवारी कर रहे साबू को देख रॉबर्ट इतने इम्प्रेस हुए कि उन्होंने अपनी आगामी ब्रिटिश फिल्म 'एलिफेंट ब्वॉय' (Elephent Boy) के लिए कास्ट कर लिया। उस वक्त वह सिर्फ 11 साल के थे। 13 की उम्र में अभिनेता ने हॉलीवुड में डेब्यू किया और अपनी पहली ही फिल्म से वह छा गए।
साबू ने इन हॉलीवुड फिल्मों में दिखाया दम
साबू ने हॉलीवुड में कई अहम भूमिका निभाई और दुनियाभर में सफलता का परचम लहराया। वह 'द ड्रम', 'द थीफ ऑफ बगदाद', 'जंगल बुक' (मोगली), 'अरेबियन नाइट्स', 'कोबरा वुमन', 'द एंड ऑफ द रिवर' और 'द ट्रेजर ऑफ बंगाल' जैसी कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने करीब ढाई दशक तक हॉलीवुड में राज किया था।
अमेरिकी एयरफोर्स में किया काम
साल 1944 में साबू ने अमेरिका की नागरिकता ले ली थी। इसके बाद वह अमेरिकी एयरफोर्स में भी शामिल हो गए थे। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिका के लिए लड़ाई लड़ी थी। वह बी-24 लिबरेटर बमवर्षक विमान में गनर और 370वें बॉम्बार्डमेंट स्क्वाड्रन के सदस्य के रूप में कई बार उड़ान भर अपना साहस दिखाया था। साबू को अपनी वीरता के लिए Distinguished Flying Cross अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद भले ही साबू को लोग उनकी वीरता के लिए पहचाने जाने लगे थे, लेकिन फिल्मी करियर का ग्राफ नीचे होता जा रहा था। उन्हें वैसी सफलता नहीं मिल रही थी, जैसी ब्रिटिश फिल्मों में मिली।
हिंदी फिल्मों में काम करने का सपना रह गया अधूरा
भले ही साबू भारतीय थे और उन्होंने दुनियाभर में अपने अभिनय का जादू लगाया, लेकिन वह अपने ही देश में काम नहीं कर पाए थे। साल 1957 में आई महबूब खान की 'मदर इंडिया' (Mother India) के लिए साबू को मेन लीड बिर्जू की भूमिका ऑफर की गई थी, लेकिन जब उन्हें भारत सरकार की तरफ से वर्क परमिट नहीं मिला तो उनके हाथ से इतनी बड़ी फिल्म छूट गई। बाद में बिर्जू का रोल सुनील दत्त की झोली में गिरा। अगर साबू 'मदर इंडिया' कर लेते तो यह उनकी पहली हिंदी फिल्म होती।
साबू दस्तगीर की पर्सनल लाइफ
साबू ने साल 1948 में अभिनेत्री मर्लिन कूपर से शादी की थी, जिनसे उन्हें एक बेटा पॉल साबू और बेटी जैस्मिन साबू हैं। पॉल ने साल 1980 में रॉक बैंड साबू नाम से एक बैंड स्टैबलिश किया था। वहीं, जैस्मिन मोशन पिक्चर इंडस्ट्री में जानवरों की ट्रेनर थीं।
39 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
हिंदी फिल्मों में जब साबू के लिए दरवाजे बंद हुए तो उन्होंने फिर से हॉलीवुड में कमबैक किया। उन्होंने रॉबर्ट मिचम के साथ 'रैम्पेज' में सहायक भूमिका से पर्दे पर वापसी की। फिर वह 'ए टाइगर वॉक्स' में नजर आए। यह उनकी आखिरी फिल्म थी। इसके रिलीज के तीन महीने पहले उनका अचानक हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
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