'चमचागिरी करने वाले नहीं, काबिल कलाकार चाहिए'; मणि रत्नम बोले- सेट पर नहीं चाहिए आज्ञा का पालन करने वाले अदाकार
Bollywood निर्देशक मणि रत्नम ने कहा कि मैं अपनी फिल्मों के एक्टर्स को सामने से कह देता हूं कि मेरे पास यह कहानी बनाने के लिए है लेकिन आप इसके विरुद्ध अगर कुछ करते हैं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। अगर वह अच्छा है तो मुझे पसंद आएगा मैं जब फिल्में बनाता हूं तो यही चाहता हूं कि कलाकार उसमें निवेश करे।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। निर्देशक को फिल्म का कप्तान कहा जाता है। सेट पर उनकी मर्जी के अनुसार पूरी कहानी को शूट किया जाता है। हालांकि रावण, बॉम्बे, दिल से जैसे कई हिंदी फिल्में बना चुके फिल्मकार मणिरत्नम का कहना है कि उन्हें ऐसे कलाकार अपने फिल्मों में चाहिए, जो कुछ नया अपनी तरफ से लेकर आए।
निर्देशक ने कहा कि मैं अपनी फिल्मों के एक्टर्स को सामने से कह देता हूं कि मेरे पास यह कहानी बनाने के लिए है, लेकिन आप इसके विरुद्ध अगर कुछ करते हैं, तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है। अगर वह अच्छा है, तो मुझे पसंद आएगा मैं जब फिल्में बनाता हूं, तो यही चाहता हूं कि कलाकार उसमें निवेश करे।
मैं नहीं चाहता कलाकार मेरी चमचागिरी करें: मणिरत्नम
वह उस किरदार में अपनी तरफ से कुछ नई चीजें जोड़े। मैं नहीं चाहता हूं कि मेरे कलाकार मेरी चमचागिरी करें या मैं जैसा कहूं, वैसा ही न करें। मुझे अपने सेट पर आज्ञा का पालन करने वाले कलाकार नहीं चाहिए। मुझे उनका योगदान और रचनात्मकता चाहिए। आगे मणिरत्नम ने महिला किरदारों को लेकर कहा कि महिला किरदारों में बुद्धिमत्ता का निवेश करना बहुत जरूरी है। तभी उनकी कहानियों वास्तविक लगेंगी, क्योंकि वह दुनिया में उसी तरह रह रही हैं। उन्हें ऐसे ही पर्दे पर भी दिखाया जाना चाहिए।
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