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    Dilip Kumar की फ़िल्म 'शबनम' से प्रभावित होकर मनोज कुमार ने बदला था अपना नाम, पढ़ें दिलचस्प क़िस्सा

    मनोज कुमार ने दिलीप कुमार को 1981 की फ़िल्म क्रांति में डायरेक्ट किया था। मनोज बताते हैं कि दिलीप कुमार के अलावा हमारे ज़हन में किसी दूसरे का नाम नहीं था और जब कहानी सुनने के बाद उन्होंने हां कर दी तो हमारी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था।

    By Manoj VashisthEdited By: Updated: Thu, 08 Jul 2021 07:10 AM (IST)
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    Manoj Kumar and Dilip Kumar. Photo- Mid-Day

    नई दिल्ली, जेएनएन। दिलीप कुमार के रूप में भारतीय सिनेमा ने एक लीजेंड खो दिया है। दिलीप साहब ने कलाकारों की कई पीढ़ियों को प्रभावित किया और सिनेमा में आने के लिए प्रेरित किया था। ऐसे ही कलाकार हैं मनोज कुमार, जिन्हें दिलीप कुमार की फ़िल्मों ने अभिनय की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया। यही नहीं, मनोज कुमार का स्क्रीन नेम भी दिलीप कुमार के एक किरदार से निकला है। 

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    बुधवार को सुबह दिलीप कुमार ने आख़िरी सांस ली। 98 साल के लीजेंड्री एक्टर को सांस में तकलीफ़ की वजह से मुंबई के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लगभग एक हफ़्ते तक भर्ती रहने के बाद बुधवार को उन्होंने हमेशा के लिए आंखें मूंद लीं। मनोज कुमार ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि फ़िल्मों की तरफ़ उनका आकर्षण दिलीप कुमार की फ़िल्म शबनम देखने के बाद हुआ था। उस वक़्त वो 11 साल के थे। यह दिलीप कुमार का अभिनय का कमाल ही था कि जब हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी ने फ़िल्मों का रुख़ किया तो अपना नाम मनोज कुमार रखा, जो दिलीप कुमार की 1949 में आयी फ़िल्म शबनम में उनके किरदार का नाम था। 

    83 साल के मनोज कुमार ने कहा कि दिलीप कुमार के जाने से एक युग का अंत हुआ है- अशोक कुमार, देव आनंद और अब दिलीप कुमार गुज़र गये। यह युग का अंत है। ऐसे लोग फिर नहीं आएंगे, लेकिन उनकी विरासत सालों तक रहेगी। 

    शबनम में दिलीप कुमार और कामिनी कौशल ने लीड रोल निभाये थे। इसकी कहानी 1942 में हुए रंगून वॉर के रिफ्यूजी पर आधारित थी, जिनके बीच बंगाल जाते समय प्यार हो जाता है। मनोज कुमार कहते हैं- मुझे आज भी याद है, 1949 में जब मैं दिलीप कुमार साहब की शबनम देखने गया था। इसकी वजह से मुझे सिनेमा से प्यार हुआ। फ़िल्म में उनके किरदार से मुझे प्यार हो गया, जिसका नाम मनोज था। मैं 11 साल का था, लेकिन कभी फ़ैसला कर लिया कि जब भी एक्टर बनूंगा, अपना नाम मनोज कुमार रखूंगा। 

    कई साल बाद मनोज कुमार ने दिलीप कुमार को 1981 की फ़िल्म क्रांति में डायरेक्ट किया था। मनोज बताते हैं कि दिलीप कुमार के अलावा हमारे ज़हन में किसी दूसरे का नाम नहीं था और जब कहानी सुनने के बाद उन्होंने हां कर दी तो हमारी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। इस फ़िल्म में मनोज कुमार, हेमा मालिनी, शत्रुघ्न सिन्हा और शशि कपूर ने प्रमुख किरदार निभाये थे।

    मनोज कुमार ने क्रांति का निर्माण और निर्देशन भी किया था। इसकी कहानी सलीम-जावेद ने लिखी थी और इस फ़िल्म से पांच साल के गैप के बाद दिलीप कुमार ने फ़िल्मों में वापसी की थी। हालांकि, इससे पहले मनोज कुमार ने दिलीप कुमार के साथ 1968 की फ़िल्म आदमी में काम किया था। संयोग यह भी है कि दिलीप कुमार ने शहीद फ़िल्म में काम किया था और इसी शीर्षक से 1965 में मनोज कुमार की फ़िल्म आयी थी, जिसमें उन्होंने सरदार भगत सिंह का किरदार निभाया था।