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    Dharmendera के निधन से शोक में डूबा पुश्तैनी गांव, देखें कहां बड़े हुए लीजेंडरी एक्टर

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 07:45 PM (IST)

    Dharmendra के निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री और देश शोक में डूबा हुआ है वहीं अभिनेता के दिल करीब रहने वाले उनके दो गावों में भी शोक की लहर दौड़ गई है। पंजाब के ये गांव अभिनेता के दिल में बसे हुए थे जहां वे अक्सर आया जाया करते थे।

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    धर्मेंद्र के निधन से शोक में पुश्तैनी गांव

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब के लुधियाना जिले के दो आम गांव डांगो और साहनेवाल एक-दूसरे से लगभग 30 किलोमीटर दूर हैं, लेकिन धर्मेंद्र के दिल के बेहद करीब। इसीलिए पूरे देश और फिल्म इंडस्ट्री के साथ ही ये दो गांव भी धर्मेंद्र के निधन के शोक में डूब गए हैं। 65 साल के करियर में 300 से ज्यादा फिल्में करने वाले इस स्टार का सोमवार को मुंबई में 89 साल की उम्र में निधन हो गया।

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    धर्मेंद्र के निधन से टूटे दोनों गांव

    जैसे ही उनके निधन की खबर सामने आई डांगो और साहनेवाल गहरे दुख में डूब गए। 1935 में नसराली गांव में जन्मे धर्म सिंह देओल और उनका परिवार साहनेवाल में शिफ्ट हो गए और उनके पिता, केवल किशन सिंह देओल, जो एक स्कूल टीचर थे, का वहां ट्रांसफर होने के बाद वहीं बस गए। हालांकि साहनेवाल की पहचान ज्यादातर धर्मेंद्र से है, लेकिन डांगो के लोगों के मन में भी धर्मेंद्र से जुड़ी यादें बसी हुई हैं। ये उनका पुश्तैनी गांव है।

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    मुंबई में धर्मेंद्र से मिलने आते थे गांववाले

    धर्मेंद्र के दोस्त परमिंदर सिंह के मुताबिक एक्टर यहां लोगों से एक आम गांव वाले की तरह मिलते थे । उन्होंने बताया कि मुंबई में काफी बिजी होने के बावजूद धर्मेंद्र लुधियाना और खासकर साहनेवाल को कभी नहीं भूले। हालांकि धर्मेंद्र अपनी बढ़ती उम्र के कारण हाल ही में इन जगहों पर ज्यादा नहीं जाते थे, लेकिन लोकल लोग बताते हैं कि अगर इन गांवों का कोई भी व्यक्ति मुंबई में उनसे मिलने की कोशिश करता तो एक्टर खुशी-खुशी मान जाते थे।

    इस गांव में पढ़ाते थे एक्टर के पिता

    बहुत से लोगों ने कहा कि धर्मेंद्र को लुधियाना इतना पसंद था कि वह कभी-कभी जिले के लोगों से मिलने के लिए अपने काम के शेड्यूल में देरी कर देते थे। धर्मेंद्र का फगवाड़ा से भी गहरा कनेक्शन था। उनके पिता, केवल किशन सिंह देओल, फगवाड़ा में होशियारपुर रोड पर आर्य हाई स्कूल में पढ़ाते थे। बॉलीवुड के इस लेजेंड की स्कूलिंग और कॉलेज के शुरुआती दिनों का कुछ हिस्सा फगवाड़ा में बीता।

    फगवाड़ा के एक जाने-माने 'हकीम' गुरदास राम, बॉलीवुड के इस लेजेंड के मामा थे। राम पास के लखपुर गांव के रहने वाले थे लेकिन बाद में फगवाड़ा में बस गए। खास बात यह है कि मशहूर पंजाबी फिल्म एक्टर वरिंदर धर्मेंद्र के कजिन थे। हालांकि धर्मेंद्र अपने पैशन को फॉलो करते हुए मुंबई आ गए लेकिन अपने पुश्तैनी गांव को कभी नहीं भूले।

    उनकी शादी प्रकाश कौर से हुई थी। जिनके साथ उनके चार बच्चे हुए, 1980 में एक्टर ने अपनी को-स्टार रहीं हेमा मालिनी से शादी कर ली, इस कपल की बेटियां ईशा और अहाना हैं। वह 14वीं लोकसभा में बीकानेर से BJP के सांसद थे।

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