ऐसे थे कभी नहीं हारने वाले Dara Singh, 200 किलो के किंग कॉन्ग को उठाकर फेंक दिया था बाहर
Dara Singh Death Anniversary दारा सिंह एक ऐसे शख्स थे जिन्होंने पहले पहलवानी में भारत का नाम रोशन किया और फिर फिल्मों से भी लोगों का दिल जीतने में कामयाब रहे।
जेएनएन, नई दिल्ली। आज पहलवान और बॉलीवुड स्टार रहे दारा सिंह शख्स की पुण्यतिथि है, जिन्होंने ना सिर्फ अपनी एक्टिंग बल्कि अपनी पहलवानी से हिंदुस्तानियों का दिल जीता। एक समय पहलवानी के अखाड़े में दारा सिंह का सिक्का चलता था और आज भी दुनिया उनकी पहलवानी की कायल है। दारा सिंह ने पहलवानी करने के बाद फिल्मों में एक्टर, निर्देशक, निर्माता के तौर पर काम किया और हिट हो गए। दारा सिंह का जन्म 19 नवंबर 1928 को पंजाब में हुआ था और 12 जुलाई 2012 को मुंबई में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
कभी भी मैच नहीं हारे थे दारा सिंह
दारा सिंह की लंबाई 6 फुट 2 इंच थी और उनके करियर की खास बात ये है कि उन्होंने करीब 500 मैच खेले, लेकिन उसमें एक भी मैच नहीं हारे। उन्होंने साल 1947 में सिंगापुर जाकर कुश्ती का करियर शुरू किया था। वे ऐसे शख्स थे, जिन्होंने 29 मई 1968 को फ्री स्टाइल कुश्ती के वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता था। साथ ही उनके नाम चैंपियन ऑफ मलेशिया, नेशनल रेस्लिंग चैंपियन, रुस्तम-ए-हिंद और रुस्तम-ए-पंजाब जैसे कई ऐसे कारनामे भी हैं, जिन्हें पूरा हिंदुस्तान हमेशा याद रखेगा।
किंग कॉन्ग को फेंक दिया था
दारा सिंह की सबसे अहम फाइट में शामिल है किंग कॉन्ग बनाम दारा सिंह। किंग कॉन्ग के साथ हुआ उनका मुकाबला हमेशा याद किया जाता है। दरअसल इस फाइट में किंग कॉन्ग 200 किलो के थे और दारा सिंह लगभग 130 किलो के और उस मुकाबले में दारा सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी को सिर पर उठाकर घुमाया और फेंक दिया। इसे देखकर हर कोई हैरान रह गया था। इसके बाद साल 1962 में फिल्म 'किंग कॉन्ग' रिलीज हुई। इस फिल्म में दारा सिंह ने एक्टिंग भी की थी।
फिल्मी करियर
दारा सिंह ने 148 फिल्मों में काम किया है। दारा सिंह 60 के दशक में हर फिल्म के लिए 4 लाख रुपये लेते थे। 'फौलाद', 'मर्द','मेरा नाम जोकर','कल हो ना हो' और 'जब वी मेट' जैसी फिल्में काफी पसंद की जाती है। 7 जुलाई 2012 को दारा सिंह को हार्ट अटैक के बाद मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां 12 जुलाई 2012 को उनका देहांत हो गया।