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कारगिल हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक का एलान, सिद्धार्थ मल्होत्रा फिर पहनेंगे आर्मी यूनिफॉर्म

संजू का टीज़र आया तो संजय दत्त के रूप में रणबीर को देखकर सब हैरान रह गये। रणबीर ने इतनी सफ़ाई से संजय को पर्दे पर उतारा है कि फ़र्क ही मिटा दिया।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Tue, 24 Apr 2018 06:24 PM (IST)Updated: Wed, 09 May 2018 04:13 PM (IST)
कारगिल हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक का एलान, सिद्धार्थ मल्होत्रा फिर पहनेंगे आर्मी यूनिफॉर्म
कारगिल हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक का एलान, सिद्धार्थ मल्होत्रा फिर पहनेंगे आर्मी यूनिफॉर्म

मुंबई। हिंदी सिनेमा के पर्दे पर कई ऐसी फ़िल्में आ रही हैं, जो किसी की बायोपिक यानि दास्ताने-ज़िंदगी हैं। ख़ास बात ये है कि इन बायोपिक फ़िल्मों की कहानी के नायक आम से लेकर ख़ास हैं, जिनमें बॉलीवुड सेलेब्रिटी, पॉलिटिशियन, स्पोर्ट पर्सन, कॉमन मैन, आर्मी मैन और यहां तक कि आतंकवादी भी शामिल हैं। 

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करण जौहर अब कारगिल हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा पर बायोपिक लेकर आ रहे हैं, जिसका टाइटल है यह दिल मांगे मोर। इस फ़िल्म का निर्देशन विष्णु वर्धन कर रहे हैं, जबकि कहानी संदीप श्रीवास्तव ने लिखी है। 1998 में हुए कारगिल युद्ध के दौरान कैप्टन विक्रम मल्होत्रा को अदम्य साहस दिखाने के लिए सेना के सर्वोच्च सम्मान  परमवीर चक्र से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। फ़िल्म का शीर्षक कैप्टन बत्रा द्वारा युद्ध के दौरान इस्तेमाल किये गये सक्सेस सिग्नल से लिया गया है। किसी पोस्ट को जीतने के बाद बत्रा यह दिल मांगे मोर कोड का इस्तेमाल करते थे। कैप्टन बत्रा की बहादुरी और युद्ध कौशल के चलते पाकिस्तानी सेना ने उन्हें शेर शाह का कोड दिया था। फ़िल्म में कैप्टन बत्रा का रोल सिद्धार्थ मल्होत्रा निभा रहे हैं, जो इससे पहले अय्यारी में सैन्य अफ़सर बन चुके हैं। 

ख़बर आ रही है कि इस फ़िल्म कैप्टन बत्रा की गर्लफ्रेंड का किरदार निभाने के लिए मेकर्स ने कटरीना कैफ़ को एप्रोच किया है। अगर ऐसा होता है तो सिद्धार्थ के साथ कटरीना की ये दूसरी फ़िल्म होगी। इससे पहले दोनों बार-बार देखों में साथ काम कर चुके हैं, जो बॉक्स ऑफ़िस पर फ्लॉप रही थी।

राजकुमार की ओमेर्टा

राजकुमार राव की ओमेर्टा ऐसी ही फ़िल्म है, जो कुख्यात आतंकवादी ओमार शाहिद शेख की बायोपिक है। हंसल मेहता ने इस फ़िल्म का निर्देशन किया है, जबकि राव आतंकवादी के किरदार में हैं। राव का ये पहला पूरी तरह नेगेटिव किरदार है। ओमेर्टा में 1992 से 2002 की घटनाओं के ज़रिए ओमार की ज़िंदगी दिखायी गयी है। इनमें दिल्ली में विदेशी पर्यटकों का अपहरण, कांधार विमान समझौता, अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला और ब्रिटिश जर्नलिस्ट डैनियल पर्ल का अपहरण और हत्या शामिल है। महज़ 98 मिनट की फ़िल्म में राजकुमार ने बेहतरीन अभिनय किया है। फ़िल्म 4 मई को रिलीज़ हो रही है। 

रणबीर कपूर की संजू

इन फ़िल्मों में सबसे अहम है संजू, जो बॉलीवुड स्टार संजय दत्त की बायोपिक फ़िल्म है। संजय दत्त हिंदी सिनेमा के संभवत: पहले ऐसे जीवित एक्टर होंगे, जिन पर बायोपिक फ़िल्म बनी है। संजू बायोपिक को राजकुमार हिरानी ने डायरेक्ट किया है, जो उनके साथ मुन्नाभाई एमबीबीएस और गे रहो मुन्नाभाई बना चुके हैं। राजू की पीके में भी संजय दत्त ने कैमियो किया था। संजू का टीज़र आया तो संजय दत्त के रूप में रणबीर को देखकर सब हैरान रह गये। रणबीर ने इतनी सफ़ाई से संजय को पर्दे पर उतारा है कि फ़र्क ही मिटा दिया।

संजय के किरदार के लिए रणबीर कपूर ने ख़ुद को फिज़िकली काफ़ी बदला है, जो टीज़र में नज़र आ रहा है। इस फ़िल्म में दीया मिर्ज़ा मान्यता दत्त के रोल में हैं, जबकि परेश रावल सुनील दत्त का किरदार प्ले कर रहे हैं। वहीं मनीषा कोईराला नर्गिस के रोल में दिखेंगी। हालांकि टीज़र में सिर्फ़ संजय को ही दिखाया गया है। फ़िल्म 29 जून को रिलीज़ हो रही है।

दिलजीत की सूरमा

दिलजीत दोसांझ शाद अली की फ़िल्म सूरमा में लीड रोल निभा रहे हैं। सूरमा हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की बायोपिक फ़िल्म है। 2006 में संदीप सिंह को ट्रेन में यात्रा के दौरान ग़ल्ती से गोली लग गयी थी। दो दिन बाद उन्हें हॉकी वर्ल्ड कप के लिए जाना था। फ़िल्म संदीप के संघर्ष और जज़्बे की दास्तान है। तापसी पन्नू फ़ीमेल लीड रोल में हैं। फ़िल्म इसी साल 13 जुलाई को रिलीज़ होगी। 

अनुपम खेर की द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर

देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अपनी सियासी चुप्पी को लेकर ख़ूब चर्चा में रहे हैं। अब उनके प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल पर एक फ़िल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' आ रही है, जिसे हंसल मेहता ने लिखा है, जबकि विजय गुट्टे ने डायरेक्ट किया है। इस फ़िल्म में अनुपम खेर पूर्व पीएम के किरदार में दिखेंगे। फ़िल्म 21 दिसंबर को रिलीज़ के लिए निर्धारित है।

रितिक रोशन की सुपर 30

पटना में चलने वाली सुपर 30 कोचिंग का नाम सभी ने सुना होगा। ग़रीब तबके से आने वाले मेधावी विद्यार्थियों को इस कोचिंग में पढ़ाकर उन्हें इस काबिल बनाया जाता है कि आईआईटी जैसी मुश्किल प्रवेश परीक्षा पास कर सकें। आप सोचेंगे कि इसमें क्या हीरोइज़्म है। कितनी ही कोचिंग ऐसी हैं, जो मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करवाती हैं। सुपर 30 का हीरोइज़्म ये है कि इसमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कोई फ़ीस नहीं देनी होती। बस एक ही शर्त है कि वो मेधावी हों। इस कोचिंग को आनंद कुमार संचालित करते हैं, जो मूल रूप से मैथमैटिशिन हैं और ख़ुद ग़रीबी की वजह से उच्च शिक्षा का मौक़ा पाने से वंचित रह गये थे।

आनंद ने अपनी कसक को ही जीवन का लक्ष्य बना लिया। आनंद की सुपर 30 कोचिंग का परिणाम शत-प्रतिशत रहता है। अब उन पर बन रही फ़िल्म को विकास बहल डायरेक्ट कर रहे हैं। फ़िल्म में रितिक रोशन आनंद कुमार के किरदार में नज़र आएंगे। फ़िल्म अगले साल जनवरी में रिलीज़ होने वाली है। अगर आपको याद हो, तो प्रकाश झा की आरक्षण में अमिताभ बच्चन का किरदार आनंद कुमार को ध्यान में रखकर ही विकसित किया गया था। फ़िल्म वैसे तो आरक्षण के मुद्दे पर आधारित थी, मगर अमिताभ को मेधावी विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क कोचिंग संचालक के किरदार में दिखाया गया था।

नवाज़ुद्दीन की मंटो और ठाकरे

बाला साहेब के निडर, बेबाक़ और प्रभावशाली व्यक्तित्व को सिल्वर स्क्रीन पर उतारने की तैयारी की जा रही है और इसे अंजाम देने का बीड़ा उठाया है शिव सेना नेता और सांसद संजय राउत ने, जो बाला साहेब ठाकरे की बायोपिक फ़िल्म 'ठाकरे' का निर्माण कर रहे हैं। 23 जनवरी 2019 को रिलीज़ के लिए निर्धारित फ़िल्म में नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी बाला साहेब का किरदार निभा रहे हैं। हिंदुत्व की राजनीति के पुरोधा रहे बाल ठाकरे के किरदार में नवाज़ुद्दीन का चयन चौंकाता है, मगर संजय राउत इसे घोर व्यवसायिक फ़ैसला मानते हैं, क्योंकि इस फ़िल्म को व्यवसायिक नज़रिए से बनाया जा रहा है, राजनैतिक नहीं। उनके मुताबिक़, नवाज़ जैसा बेहतरीन कलाकार ही बाला साहेब के किरदार के साथ न्याय कर सकता है।

इसके अलावा नवाज़ विख्यात कहानीकार सआदत हसन मंटो की बायोपिक भी कर रहे हैं, जिसमें वो मंटो के किरदार में ही हैं। नवाज़ के अलावा इस फ़िल्म में शशांक अरोड़ा भी हैं जो मंटो के क़रीबी दोस्त शाद अमृतसरी का किरदार निभा रहे हैं। परेश रावल, रसिका दुग्गल और ऋषि कपूर भी सी फ़िल्म में अहम् भूमिका निभाते हुए दिखेंगे। मंटो को नंदिता दास ने डायरेक्ट किया है। फ़िल्म की रिलीज़ अभी तय नहीं है। नवाज़ इससे पहले केतन मेहता की माउंटेनमैन में काम कर चुके हैं, जो दशरथ मांझी की बायोपिक थी।

हर्षवर्धन की बिंद्रा

अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन कपूर स्पोर्ट बायोपिक रेस का हिस्सा बन गये हैं। हर्ष शूटिंग में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा की बायोपिक बिंद्रा में शीर्षक किरदार निभा रहे हैं। इस फ़िल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है। फ़िल्म अगले साल रिलीज़ हो सकती है।

अक्षय कुमार की पैड मैन

फरवरी में रिलीज़ हुई पैडमैन में अक्षय कुमार अरुणाचलम मुरुगनाथम के किरदार में नज़र आये। ये फ़िल्म अरुणाचलम की बायोपिक है। अरुणाचलम ने कम क़ीमत के सेनेटरी पैड्स बनाने की विधि की खोज करके आधी आबादी के लिए को बहुत बड़ी सहूलियत दी है। अरुणाचलम गुमनाम हीरो थे, जिनके बारे में लोगों को तभी पता चला, जब ट्विंकल खन्ना ने इस पर फ़िल्म बनाने का सोचा और अक्षय कुमार लीड रोल में फ़ाइनल हुए। आर बाल्की निर्देशित इस फ़िल्म में राधिका आप्टे मुरुगनाथम की पत्नी शांति के किरदार में नज़र आयीं, जिनकी माहवारी की दिक्कत को समझने के बाद उन्होंने इससे निपटने का उपाय खोजने का बीड़ा उठाया और इसी प्रक्रिया में वो हीरो बन गये।


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