Dhurandhar के मेकर्स पर भड़के बलूचिस्तान के कार्यकर्ता, कहा- हमने 26/11 हमले का जश्न नहीं मनाया
रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर' की कहानी पर बलूचिस्तान के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई है। उन्होंने फिल्म में बलूचिस्तान की नकारात्मक छवि दिखाने का आरोप ल ...और पढ़ें

बलोच के कार्यकर्ता ने 'धुरंधर' के सीन-डायलॉग्स पर जताई नाराजगी/ फोटो- Instagram
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर' बॉक्स ऑफिस पर हर दिन कमाल कर रही है। पाकिस्तान को केंद्र में रखकर बनाई गई इस फिल्म में रणवीर सिंह से लेकर अक्षय खन्ना, संजय दत्त सहित हर किरदार को काफी पसंद किया गया। फिल्म की कहानी दर्शकों को काफी पसंद आ रही है।
एक तरफ जहां इंडियन ऑडियंस 'धुरंधर' को काफी पसंद कर रही है, तो वहीं बलूचिस्तान ने फिल्म पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मेकर्स पर स्पाई थ्रिलर फिल्म में उनकी नकारात्मक छवि दिखाने का आरोप लगाया है। बलोच के कार्यकर्ता मीर यार बलोच ने अपने एक्स अकाउंट पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर करते हुए फिल्म के कई सींस और डायलॉग्स पर आपत्ति जताई है।
भारत-बलूचिस्तान के रिश्ते को नेगेटिव दिखाया
बलोच के प्रतिनिधि मीर यार बलोच ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर प्वाइंटर टू प्वाइंटर लिखते हुए बताया कि बलूचिस्तान के सच्चे देशभक्तों को 'धुरंधर' के मेकर्स ने कहां-कहां गलत दिखाया है। उन्होंने लिखा, "धुरंधर मूवी ने बलूचिस्तान के देशभक्त लोगों को निराश किया है। दुर्भाग्य से मूवी में भारत और बलूचिस्तान के रिश्तों को मूवी में नेगेटिव तरीके से दिखाया गया है। देशभक्त बलोच जनता और उनके हित की बजाय फिल्म में ज्यादा ध्यान गैंगस्टर पर केन्द्रित किया गया है"।
यह भी पढ़ें- Akshaye Khanna के लिए उठी ऑस्कर की मांग, Dhurandhar से मचा रहे तहलका
उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, "बलूचिस्तान का प्रतिनिधित्व कोई गैंगस्टर नहीं करता है और आजादी के लिए लड़ रहे बलोच के लोगों ने कभी भी मुंबई में 26/11 आतंकी हमले को सेलिब्रेट नहीं किया है, क्योंकि हम खुद भी पाकिस्तान के टेरिरिज्म का शिकार है"।
बलूचिस्तान की मांग जायज
मीर यार बलोच ने आगे लिखा, "बलूच की मांग धर्म के आधार पर नहीं है और हमने अपनी आजादी के लिए कभी इस्लामिक नारों का इस्तेमाल नहीं किया है और न ही इंडिया को नुकसान पहुंचाने के लिए हमने कभी भी ISI से कोई कोलाब्रेशन किया है"।
मूवी में उन्होंने बलूचिस्तान के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ भी न्याय नहीं किया है, क्योंकि उनकी छवि ऐसी दिखाई गई है कि उन्होंने भारत विरोधी तत्वों को अपने हथियार बेचे हैं। बलूच के फ्रीडम फाइटर्स के पास हमेशा हथियारों की कमी रही है, वरना वह पाकिस्तान की कब्जाकारी सेना को बहुत पहले ही हरा चुके होते"।
बलूचिस्तान में कभी गरीबी होती ही नहीं
धुरंधर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए मीर यार ने आगे लिखा, "अगर बलूच के गैंगस्टर्स के पास नकली नोट छापने के लिए इतना पैसा होता, तो बलूचिस्तान में कभी भी गरीबी नहीं होती। वह ISI है, जो ड्रग्स, नकली नोट और हथियारों की तस्करी का घिनौना काम करता है"।
उन्होंने आगे लिखा, "हम जानते हैं कि जासूसों के न तो कोई परमानेंट दोस्त होते हैं और न ही परमानेंट दुश्मन, लेकिन बलूचों के साथ जब डील होती है, तो उनकी डिक्शनरी में कोई धोखे जैसा शब्द नहीं होता"।

मगरमच्छ पर भरोसा कर सकते हैं बलूच पर नहीं
मीर यार बलूच ने अपने एक्स पोस्ट में आगे लिखा, "एसपी चौधरी असलम ने बोले गए डायलॉग 'मगरमच्छ पर भरोसा कर सकते हैं बलूच पर नहीं' वाली कही बात से हम सहमत नहीं हैं, क्योंकि यह हमारी नैतिकता और संस्कृति के बिल्कुल खिलाफ है। 'एक ग्लास पानी की कीमत 100 साल वफा' ये बात हमारी बलूच संस्कृति में प्रसिद्ध है। बलूच को अगर आप 1 ग्लास पानी का दोगे, तो वह आपको कभी भी धोखा नहीं देंगे"।
उन्होंने लिखा, "बलूच इतिहास, बलूचिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन, बलूच संस्कृति और परंपराओं पर बहुत कम रिसर्च की गई है। मुझे यकीन है कि आप इस पर एक नई मूवी बना सकते हैं और सच्ची दोस्ती, लॉयलटी और हमारे ऐतिहासिक बॉन्डिंग और पाकिस्तानी दुश्मनों के खिलाफ साथ आकर लड़ी लड़ाई को दिखा सकते हैं"।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।