Aashram फेम अनुप्रिया गोयनका ने बताया, सलमान खान के साथ काम करके ऐसा करती हैं फील
द फाइनल कॉल सेक्रेड गेम्स क्रिमिनल जस्टिस असुर के बाद अनुप्रिया गोयनका बीते दिनों रिलीज वेब सीरीज आश्रम में नजर आई हैं।
स्मिता श्रीवास्तव, जेएनएन। 'टाइगर जिंदा है', 'पद्मावत', 'वार' जैसी फिल्मों में नजर आईं अनुप्रिया गोयनका लगातार वेब सीरीज का भी हिस्सा बन रही हैं। 'द फाइनल कॉल', 'सेक्रेड गेम्स', 'क्रिमिनल जस्टिस', 'असुर' के बाद वह बीते दिनों रिलीज वेब सीरीज 'आश्रम' में नजर आई हैं। उसका दूसरा सीजन भी लाने की घोषणा हो चुकी है। कानपुर से ताल्लुक रखने वाली अनुप्रिया का कहना है कि प्रकाश झा शो को निर्देशित करने वाले हैं। यह जानने के बाद उन्होंने तुरंत शो करने का फैसला किया। उनसे बातचीत के अंश-
आपको फिल्मों की तुलना में वेब सीरीज में बेहतर मौके मिल रहे हैं ?
यह अच्छी बात है। वेब का प्रारूप लंबा होता है। आपके पास कहानी कहने के लिए करीब दस घंटे होते हैं। वहां अलग-अलग विषय पर काम करने का मौका मिलता है। किरदार को एक्सप्लोर किया जाता है। जबकि फिल्म दो घंटे की होती है। 'पद्मावत', 'वॉर' में मेरे किरदार काफी अहम रहे हैं। मुझे अपना टैलेंट दिखाने के लिए अच्छा स्पेस मिला।
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'आश्रम' से कैसे जुडऩा हुआ?
कास्टिंग डायरेक्टर श्रुति महाजन ने मुझे फोन किया था। उन्होंने ही मुझे सबसे पहले 'बॉबी जासूस' में कास्ट किया था। उसके बाद 'पद्मावत' में। श्रुति अगर मुझे फोन करती हैं तो मैं समझ जाती हूं कि कुछ अच्छा रोल होगा। मुझे पता चला कि प्रकाश झा शो को निर्देशित कर रहे हैं तभी तय कर लिया कि शो करना है। मैं उनकी फिल्मों की मुरीद रही हूं। उन्होंने बिना मिले, बिना ऑडिशन मुझे किरदार दे दिया।
प्रकाश झा साथ काम का अनुभव कैसा रहा?
हमने 'आश्रम' को करीब पांच महीने शूट किया। वह शूट भी करते थे। फिर स्क्रिप्ट पर भी काम करते थे। एडिटिंग भी देखते थे। उनका एनर्जी लेवल हम सबमें सबसे ज्यादा रहता था। वह बहुत सरल इंसान हैं। उन्होंने मुझे किरदार को समझने में मदद की।
फोरेंसिक एक्सपर्ट का किरदार कंकाल की पड़ताल करता है?
मैंने इस शो को करने से पहले कंकाल को कभी नहीं छुआ था। हमारा कंकाल वास्तविक लग रहा था, लेकिन वह फाइबर का बना था। शुरुआत में कंकाल से डर लगता था, लेकिन बाद में सहज हो गई। एक्टिंग के जरिए अलग-अलग किरदारों को जीने का मौका मिल रहा है। यह बेहद दिलचस्प है। डाक्टर्स को बेहद आदर मिलता है। वह देखकर मैंने बचपन में डॉक्टर बनने का ख्वाब देखा था। अंतरिक्ष यात्री बनने की चाहत भी जगी। अंतत: मैं एक्टर बनीं क्योंकि यहां हर प्रोफेशन को जीने का मौका मिलता है।
सलमान खान, ऋतिक रोशन और अब बॉबी देयोल साथ काम करने का अवसर मिला...
सलमान के साथ भाई वाली फीलिंग आती है। वह सबका ध्यान रखते हैं। ऋतिक रोशन अपने काम को लेकर बहुत प्रतिबद्ध है। वह छोटी-छोटी चीजों पर बहुत काम करते हैं, ताकि सीन को बेहतर बनाया जा सके। बॉबी सर के साथ मेरा कोई सीन नहीं रहा। मेरी उनसे मुलाकात प्रमोशन के दौरान हुई। अयोध्या में जब मेरा शूट था तब वह मौजूद नहीं थे। उन्होंने अपने किरदार को शानदार तरीके से निभाया है।
फिर वहां काम नहीं किया?
पहले प्रोजेक्ट के दरम्यान मैं हैदराबाद में थी। उसके बाद मैंने 'बॉबी जासूस' की वह भी हैदराबाद में शूट हुई थी। मैं वापस आकर मुंबई में खुद को स्थापित करना चाहती थी। मुंबई आने के बाद भी मुझे साउथ से प्रस्ताव आए, लेकिन वह रोचक नहीं थे। बहरहाल मैं दूसरी भाषा के प्रोजेक्ट में काम करने में खासी रुचि रखती हूं।
कानपुर जाना होता है?
हां, वहां पर मेरी बुआ और रिश्तेदार रहते हैं। स्वजनों ने मेरा सफर देखा है। मेरे रिश्तेदार काफी उदारवादी है। वह चाहते हैं कि उनके परिवार की लड़कियां आगे बढ़ें और अपना नाम कमाएं।
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