Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'सिनेमा का मतलब नाच-गान नहीं होता...' Anant Mahadevan ने वर्तमान फिल्मों पर खोली दिल की बात

    Updated: Fri, 29 Mar 2024 10:11 AM (IST)

    छवि प्रभावित होने के भय से सामान्यतः जो भूमिकाएं करने से अभिनेता बचते हैं उन्हें स्वीकार करने से अनंत महादेवन को हिचक नहीं है। सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली फिल्म यस पापा में वह ऐसा ही चरित्र निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह आज के जमाने में वैसी फिल्में बनाना चाहते हैं जो समाज की सच्चाई से रूबरू कराने वाले हों।

    Hero Image
    अनंत महादेव ने आधुनिक इंडस्ट्री पर कही दिल की बात। फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम

    प्रियंका सिंह, मुंबई। अभिनेता और निर्देशक अनंत महादेवन (Anant Mahadevan) फार्मूला फिल्मों से अलग राह पर चलने में भरोसा रखते हैं। उनकी फिल्म यस पापा (Yes Papa) भी उसी सार्थक सिनेमा का हिस्सा है। फिल्म में परिवार के अंदर चल रहे अनैतिकता के कटु सत्य को उठाया गया है। अनंत कहते हैं कि मैं ऐसे ही विषय चुनता हूं, जिसके बारे में बात करना जरूरी होता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    थिएटर में जहां फिल्म की कमाई मायने रखती है, वहां सार्थक सिनेमा के लिए दर्शक जुटा पाना क्या कठिनाइयों भरा होता है?

    अनंत कहते हैं कि सिनेमा का मतलब नाच-गान, एक्शन, रोमांस ही नहीं होता है। पिछली सदी के सातवें और आठवें दशक में सिनेमा में श्याम बेनेगल, मणि कौल, गोविंद निहलानी, गुलजार, ऋषिकेश मुखर्जी, बिमल राय समेत कई फिल्मकार क्रांति लाए थे। उन्होंने सिनेमा में मनोरंजन के साथ ही सामाजिक विषयों को उठाया था। मैं मानता हूं कि जब दर्शकों को सार्थक सिनेमा देंगे, तभी शिकायत दूर होगी कि बालीवुड वाले अलग तरह की फिल्में नहीं दिखाते हैं।

    यह भी पढ़ें- Allu Arjun के वैक्स स्टैच्यू के साथ बेटी Arha ने दिया 'पुष्पा' का सिग्नेचर पोज, क्यूट एक्सप्रेशन ने जीता दिल

    'बातों के दलदल में मत पड़ना'

    अनंत महादेवन ने कहा, "मुझसे ऋषिकेश मुखर्जी ने कहा था कि हमारे यहां औसत काम को लोग एक्स्ट्राऑर्डनरी बताते हैं। लोगों की बातों के इस दलदल में मत पड़ना। सिनेमा को उपभोक्ता उत्पाद नहीं मान सकते हैं। यह रचनात्मक माध्यम है। फिल्म यस पापा में पिता का जो नकारात्मक रोल है, बहुत से कलाकार ये सोचकर नहीं करना चाहेंगे कि छवि खराब होगी। मैं वैसी चीजें करूंगा, जो बाकी लोगों ने मना की हैं। कठिन चीजें कर पाएंगे तो बतौर कलाकार बेहतर होंगे।"

    अनंत महादेवन का करियर

    अनंत महादेवन लम्बे समय से सिनेमा में एक्टिव हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 80 के दशक में की थी। वह खिलाड़ी, बाजीगर, गैंगस्टर, विजेता, इश्क, बादशाह, क्यों कि... मैं झूठ नहीं बोलता, 2.0 और सलाम वेंकी समेत कई फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा वह बतौर निर्देशक भी सिनेमा में काबिज हैं। वह मराठी फिल्मों का निर्देशन करते हैं।

    यह भी पढ़ें- 'छिछोरे' के 'एसिड' हुए सड़क दुर्घटना का शिकार, फिल्म में निभाया था Sushant Singh Rajput के जिगरी यार का किरदार