विधानसभा चुनाव 2017: भाजपा ने कम मतदान पर नकारे कांग्रेस के दावे
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में मतदान का प्रतिशत कम होने का कारण भाजपा ने कांग्रेस के परंपरावादी वोटर का उदासीन होना माना है।
देहरादून, [जेएनएन]: भाजपा ने मतदान के नए आंकड़ों पर कांग्रेस नेताओं के कांग्रेस के पक्ष में किए जा रहे दावों को सिरे से नकारते हुए कहा कि इन आकंड़ों के विश्लेषण से साफ है कि भाजपा की जीत सुनिश्चित है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मतदान के नए घोषित आकड़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन ने कहा कि यह सही है कि 2012 के चुनाव के मुकाबले इस वर्ष मतदान प्रतिशत 1.58 प्रतिशत कम हुआ, लेकिन दूसरा और अधिक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि प्रदेश में कुल मतदान 2012 की अपेक्षा लगभग सात लाख अधिक रहा। इस बढ़ी हुई संख्या में अधिकांश वे मतदाता हैं जो नए मतदाता हैं व जिन्होंने पहली बार मतदान किया है। ये मतदाता भाजपा के साथ हैं।
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उन्होंने कहा कि मतदान का प्रतिशत कम होने का कारण कांग्रेस के परंपरावादी वोटर का उदासीन होना है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार से आम जनता तो दुखी है ही, कांग्रेस का परंपरागत वोटर भी नाराज और क्षुब्ध है।
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इसलिए वह वोट डालने नहीं निकला, जबकि भाजपा का समर्थक वोट डालने आया और भाजपा के मतदाता में पुराने मतदाताओं के साथ नया मतदाता भी बड़ी संख्या में मतदान के लिए निकला।
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डॉ. भसीन ने कहा कि कांग्रेस नेता जो दावे कर रहे हैं, उसके पीछे मुख्यतया तीन कारण हैं। पहला तो यह कि कांग्रेस नेता सब समझते हुए भी लोक लाज के कारण अभी हार नहीं मान सकते।
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दूसरा कारण अभी नौ मार्च को कर्णप्रयाग विधानसभा के लिए मतदान होना है। इसलिये वे अपने हित में माहौल बनाना चाहते हैं। तीसरा कारण यह है कि उत्तरप्रदेश में चुनाव चल रहे हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा नेताओं ने हवा बदल दी है।
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