UP Assembly Election 2022: 'सरकार ने घर बैठे खबाओ है, फिर परेशानी का है'
UP Assembly Election 2022 सुनील श्यौरान बोले कि भाजपा इस बार भी वापसी करना चाहै सपा-रालोद गठबंधन को अगर जाट-मुस्लिम वोटरों ने सपोर्ट कर दिया तो उसकी जीत पक्की है। सर्वेश कुमार बोले कांग्रेस ने भी खटीक प्रत्याशी खड़ा कर बड़ा दांव चला है।
मौसम चुनावी है तो चहुंओर चर्चा भी चुनावी है। एचएडी (हाथरस- अलीगढ़-दिल्ली) ट्रेन में यात्रियों के बीच हार-जीत को लेकर गुणा-भाग है। हर किसी के अपने तर्क हैं। मजदूर महंगाई को लेकर परेशान दिखे तो महिलाएं सुरक्षा को लेकर आश्वस्त थीं। फ्री वैक्सीन से यात्री अपनी जिंदगी सुरक्षित मान रहे थे तो कुछ ऐसे भी थे जिन्हें पार्टी या प्रत्याशी से लेना-देना नहीं था। रेल यात्रियों के मन को भांपती हिमांशु गुप्ता की रिपोर्ट..
रंग और हींग की नगरी हाथरस के किला स्टेशन पर एचएडी (हाथरस- अलीगढ़-दिल्ली) ट्रेन ग्रीन सिग्नल के इंतजार में थी। हमारी बोगी में यात्रियों की चंद संख्या सुबह की सर्दी का आभास करा रही थी। जैसे ही घड़ी की सुइयां 5.55 पर आकर टिकीं, ट्रेन ने हार्न बजाया तो बोगी में अचानक कई यात्री आ गए। ट्रेन के रफ्तार पकड़ते ही बोगी में दैनिक यात्री महेश शर्मा ने चुनाव की चर्चा शुरू की तो सामने वाली सीट पर अखबार पढ़ रहे सुरेंद्र गौतम बोले-‘सरकार बढ़िया काम कर रही है। बजट कुंई देख लेओ, भ्रष्टाचार खत्म करबे के लै आनलाइन पेमेंट कूं बढ़ाओ जा रहो है।’ रवींद्र गुप्ता बीच में बोल पड़े-‘जे सब तो ठीक है, लेकिन मोबाइल से पेमेंट करबे आत कितन कूं हैं। निरे आदमी तो जानत नाएं जाके बारे में।’ संजय वर्मा ने मुद्दे को बदला-‘हाथरस सीट पै भाजपा से बाहरी प्रत्याशी को हल्ला है रहो है, लेकिन टक्कर में भाजपा ही रहेगी। भाजपा-सपा को सीधौ मुकाबलो होबैगो।’ चर्चा में शामिल होते हुए जयपाल बोले- ‘दिल्ली में सिलाई को काम करबे जाएं, सोमवार-मंगल की छुट्टी पर लौट आतें। सरकार कोई बन जाए, गरीबन के लिए कोई न सोच रहो।’
इसी बीच ट्रेन हाथरस जंक्शन पर पहुंच गई। बोगी में यहां से कई यात्री चढ़े। नवीपुर, हाथरस के पप्पू भी हींग की डिब्बी और चूर्ण की गोली बेचते हुए आ गए। चर्चाओं के बीच ट्रेन सासनी स्टेशन पर आकर रुकी। यहां से चढ़ीं रानी देवी बोलीं- ‘भैया जे बताऔ तो लाकडाउन की बात कह रहे हौ, सरकार ने घर बैठे भी तो खबाओ है। फ्री में राशन बाटों। फिर परेशानी का है। जा सरकार में गुंडागर्दी, लूट-खसोट बंद है गई है। महिलाएं कभऊ जाएं, कभऊ आएं, कोई चिंता की बात नाएं।’
मडराक स्टेशन से अलीगढ़ जनपद की सीमा शुरू हो गई। यहां कई यात्री बोगी में सवार हुए। तेजवीर सिंह बताने लगे-‘जे इलाका अलीगढ़ कोल सीट में है। किसानन के खाते में रुपया आए। सबके खाते खुलवाए दए। काम तो भयौ है। ट्रेन के सफर को सात मिनट ही बीते थे कि ताला और तालीम का शहर अलीगढ़ आ गया। यहां काफी संख्या में यात्री उतरे तो उससे ज्यादा सवार हुए। हमारी बोगी फुल हो गई थी। मौ. फईक बोले- कौन-सी पार्टी अच्छी है, कौन सी खराब है, इससे मुङो मतलब नहीं, लेकिन प्रधानमंत्री दमदार हैं।
ट्रेन के चलते ही बोगी में बैठे दैनिक यात्री महेश शर्मा बोले, और बताऔ गुरु! चुनाव में का चल रहो? सामने वाली सीट पर अखबार पढ़ रहे सुरेंद्र गौतम ने अखबार से ध्यान हटाया और जवाब दिया- बढिय़ा चल रहौ है। सरकार बढिय़ा काम कर रही है। बजट कुंई देख लेओ, भ्रष्टाचार खत्म करबे के लै आनलाइन पेमेंट कूं बढ़ाओ जा रहो है। रवींद्र गुप्ता बीच में बोल पड़े-जे सब तो ठीक है, लेकिन मोबाइल से पेमेंट करबे आत कितन कूं हैं। निरे आदमी तो जानत नाएं जाके बारे में। संजय वर्मा ने मुद्दे को बदला- हाथरस सीट पै भाजपा से बाहरी प्रत्याशी को हल्ला है रहो है, लेकिन टक्कर में भाजपा ही रहेगी। भाजपा-सपा को सीधौ मुकाबलो होबैगो। बसपा तो शांत बैठी है, कांग्रेस की हालत पतली है। सामने की सीट पर जयपाल सिंह, योगेश, दिलीप, पप्पू, तरुण बैठे थे। चुनावी चर्चा में शामिल होते हुए जयपाल बोले- दिल्ली में सिलाई को काम करबे जाएं, सोमवार-मंगल की छुट्टी पर लौट आतें।
सरकार कोई बन जाए, गरीबन के लिए कोई न सोच रहो। इसी बीच ट्रेन हाथरस जंक्शन पर पहुंच गई। 6.21 बज गए थे। हमारी बोगी में यहां से कई यात्री चढ़े। नवीपुर, हाथरस के पप्पू भी हींग की डिब्बी और चूर्ण की गोली बेचते हुए हमारे पास आ गए और चुनावी चर्चा का आनंद लेने लगे। अलीगढ़ में मेटल की ढलाई का काम करने वाले युवा मजदूरों का समूह भी चर्चा में शामिल हुआ। इसमें से रोहित बोले-सरकार ने लाकडाउन लगाय दओ, ट्रेन बंद है गईं। साइकिल से रोज अलीगढ़ 30 किलोमीटर जाते और 30 किलोमीटर लौट के आते। देवेंद्र, राकेश ने भी उसकी हां में हां मिलाई। इन्हीं के बीच से विनय बोला-लाकडाउन से बच्चन की पढ़ाई ठप्प है गई है। तो सोनवीर बोले- लाकडाउन नहीं लगाएं तो का मरवे को छोड़ दैं। फ्री वैक्सीन लगवाके सरकार नै लोगन की जान बचाई।
ट्रेन सासनी स्टेशन पर आकर भले ही रुक गई थी मगर, चुनावी चर्चा अपनी रफ्तार में थी। महिलाओं के बीच बैठीं रानी देवी बोलीं- भैया जे बताऔ तो लाकडाउन की बात कह रहे हौ, सरकार ने घर बैठे भी तो खबाओ है। फ्री में राशन बाटों। फिर परेशानी का है। जा सरकार में गुंडागर्दी, लूट-खसोट बंद है गई है। महिलाएं कभऊ जाएं, कभऊ आएं, कोई चिंता की बात नाएं।
इस बीच 6.48 बजे ट्रेन मडराक स्टेशन पर रुकी, यहां से अलीगढ़ जनपद की सीमा शुरू हो गई। कई यात्री बोगी में सवार हुए। चुनावी चौपाल जारी थी। तभी तेजवीर सिंह बोले- जे इलाका अलीगढ़ कोल सीट में है। किसानन के खाते में रुपया आए। सबके खाते खुलवाए दए। काम तो भयौ है। ट्रेन के सफर को सात मिनट ही बीते थे कि ताला और तालीम का शहर अलीगढ़ आ गया। यहांं काफी संख्या में यात्री उतरे तो उससे ज्यादा सवार हुए। हमारी बोगी फुल हो गई थी। यहां मौ. फईक बोले- कौन-सी पार्टी अच्छी है, कौन सी खराब है, इससे मुझे मतलब नहीं, लेकिन प्रधानमंत्री दमदार हैं। महेंद्र शर्मा ने कहा, चाहे जो भी हो, सरकार ने राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय और डिफेंस कारिडोर की सौगात दी है, यह अलीगढ़ के लिए बड़ी बात है। छह मिनट में ट्रेन महरावल स्टेशन पर पहुंच गई थी, घड़ी की सुइयां 7.05 बजे पर आ गई थीं। यहां हम दूसरी बोगी में जाकर बैठ गए। ट्रेन रवाना हो गई। हम बरौली विधानसभा क्षेत्र में सफर कर रहे थे। काफी देर से चुनावी चर्चा सुन रहे रवेंद्र प्रताप ने कहा, बरौली क्षेत्र में भाजपा ने पुराने प्रत्याशी की टिकट काटकर नए को दे दी।
नेता वह भी कद्दावर हैं, लेकिन पुराने प्रत्याशी ने गभाना, चंडौस, जवां को नगर पालिका का दर्जा दिलवाया। यह बहुत पुरानी मांग थी। टिकट कटने का विरोध हो रहा है। तभी रोहिताश ने कहा-कछु विरोध ना है, 10 तारीख तक सब ठीक है जावेगो। योगेश पंडित बोले कि रालोद-सपा गठबंधन को भी हल्के में नहीं लेना। बसपा और कांग्रेस भी जोर मार रही हैं। ट्रेन अब कुलवा स्टेशन पर आकर रुकी। घड़ी में 7.11 बज गए थे। चुनावी चौपाल जारी थी। यहां एक यात्री बोले- नेता राम की बात करते हैं। राम किसके नहीं है। मन में राम होने चाहिए। इसी बीच सुरेश शर्मा ने कहा, राम मंदिर को भाजपा ने ही बनवाया है। कुछ देर बाद सोमना स्टेशन पार करते ही ट्रेन बुलंदशहर जनपद की खुर्जा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश कर गई। यहां नरेंद्र चौधरी का गुस्सा बेसहारा गौवंश पर था। बोले- खेतों को देख लो, किसानों की मेहनत बर्बाद हो रही है। पांच मिनट बाद ही डाबर स्टेशन आ गया। यहां दूध की केनों को लेकर कई दूधिये ट्रेन में चढ़े तो साफ हो गया कि खुर्जा आने वाला है। खुर्जा जा रहे मोहम्मद आरिफ बोले, यहां टक्कर भाजपा और कांग्रेस में रहती है। जाटव वोट अधिक होने के कारण बसपा की स्थिति भी मजबूत है। सपा-रालोद गठबंधन को भी कमजोर मानना गलत होगा।
कमालपुर स्टेशन पर कुछ देर रुकने के बाद ट्रेन आगे रवाना हुई। बोगी में सवार मनोज प्रजापति बोले, खुर्जा सीट पर जाटव, मुस्लिम, ब्राह्मण, ठाकुर बिरादरी के सबसू ज्यादा वोटर हैं जी, चुनाव में जे जिसे सपोर्ट कर दें, वह जीत जाए। ट्रेन की खिड़की से दिख रही पाटरी की दुकानें बता रही थीं कि खुर्जा शहर आ गया है। निर्धारिक समय से चार मिनट की देरी से 7.32 बजे ट्रेन खुर्जा स्टेशन पर पहुंच गई। हमारी चुनावी चर्चा भी थम गई और उधर, कुछ देर ठहरने के बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हो गई।