पुरोहितों ने बताया, पारसी दादा के बावजूद दत्तात्रेय गोत्र वाले ब्राह्मण हैं राहुल गांधी
पुष्कर में गांधी-नेहरू परिवार के पुरोहित के जरिए राहुल ने अपना गाेत्र सार्वजनिक करवा दिया है। राहुल दत्तात्रेय कौल बाह्मण हैं।
जयपुर, जागरण संवाददाता। गुजरात विधानसभा चुनाव से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने टेम्पल रन शुरू की । भाजपा के सवालों का जवाब देने के लिए राहुल गांधी कभी जनेऊ धारी हिंदू बने तो कभी मानसरोवर यात्रा से शिव भक्त और अब राजस्थान विधानसभा चुनाव में खुद के हिंदू गोत्र का प्रमाण दे दिया है।
पुष्कर में गांधी-नेहरू परिवार के पुरोहित के जरिए राहुल ने अपना गाेत्र सार्वजनिक करवा दिया है। राहुल दत्तात्रेय कौल बाह्मण है। भाजपा के राहुल गांधी से गोत्र के सवाल पर सोची समझी रणनीति के तहत यह जवाब तीर्थराज पुष्कर से आया है। कांग्रेस के रणनीतिकारों ने पुरोहित राजनाथ कौल से यह जवाब दिलवाया और वह भी प्रमाण के साथ।
राजनाथ कौल ने बताया कि खुद राहुल गांधी ने उन्हें बताया कि उनका गोत्र कौल दत्तात्रेय है। पुरोहित राजनाथ कौल का कहना है कि गांधी परिवार की पोथी से उन्होंने राहुल को बताया कि मोतीलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और उनके पिता राजीव गांधी का गोत्र कौल दत्तात्रेय ही रहा। इस नाते उनकी दादी इंदिरा गांधी का गोत्र ही उनका गोत्र भी है। कांग्रेस के रणनीतिकारों ने गोत्र का जवाब देकर एक तीर से कई निशाने साधे है। राहुल ने यह संदेश भी दिया कि वे दिखावे के जनेऊधारी हिन्दू नहीं बल्कि वे बाह्मण कुल के जनेऊधारी है ।
दादा पारसी,फिर भी राहुल कौल ब्रााहम्ण
गांधी-नेहरू परिवार के पुरोहित से जब ये पूछा गया कि उनके दादा फिरोज गांधी तो पारसी थे, तो क्या दादा की जगह दादी इन्दिरा गांधी का गोत्र हो सकता है। इस पर पुरोहित ने बताया कि पारसी समुदाय मे पत्नी को हिंदू धर्म की तरह पति का गोत्र नहीं दिया जाता है। ऐसे में पीहर के गोत्र का इस्तेमाल हो सकता है। इसी वजह से इंदिरा गांधी ने भी पिता पंडित जवाहरलाल नेहरू का गोत्र कौल दत्तात्रेय ही रखा, लेकिन गांधी सरनेम और खानदान की सियासी हैसियत के चलते इस परिवार के सामने इससे पहले खुद का गोत्र बताने की राजनीतिक मजबूरी कभी नहीं आई थी। मंगलवार को राजनीतिक हलकों में कांग्रेस की इस रणनीति को लेकर चर्चा होती रही।
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