दिल्ली में छाए नीतीश, बोले- बिहारी बिन नहीं चल सकता राजधानी का काम
नीतीश कुमार ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का राज्य का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदरूनी हिस्सों की हालत देखकर लगता है कि बिहार के गांव इनसे कई गुना अच्छे हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली नगर नगम चुनाव प्रचार के दौरान जनता दल यूनाइटेड प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा दिल्ली का काम बिहारी के बिना नहीं चल सकता। राजधानी के विकास में बिहार के लोगों का अहम योगदान है।
यहां बड़ी संख्या में पूर्वाचल के लोग रहते हैं। उनकी भागीदारी निगम जैसी संस्थाओं में हो, इसलिए जदयू ने निगम चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने लोगों से पार्टी के सभी उम्मीदवारों को जिताने की अपील की।
इस मौके पर नीतीश कुमार ने दिल्ली को पूर्ण राज्य एवं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। साथ ही दिल्ली सहित देश के सभी राज्यों में शराब बंदी की वकालत करते हुए तर्क दिया कि इससे जीवन स्तर सुधरता है, भले ही सरकार को आर्थिक नुकसान हो।
यह भी पढ़ें: MCD polls 2017: लगातार हो रहे सर्वे से बढ़ रहीं कांग्रेसियों की धड़कनें
सरकार के लिए लोगों का स्वास्थ्य पहले है, राजस्व नहीं। नीतीश शनिवार देर शाम बुराड़ी की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की ओर से आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने वजीराबाद से बुराड़ी तक रोड शो किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था केंद्र के जिम्मे है। यहां के विकास में कई अड़चनें आती हैं। इससे विकास प्रभावित हो रहा है। ऐसे में इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने बिहार में शराब बंदी की सफलताओं को गिनाते हुए दिल्ली में भी इसे लागू करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को एक साल में शराब बंदी से भले ही 5000 करोड़ का नुकसान हुआ है, लेकिन लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। आज बिहार नशा मुक्ति की ओर बढ़ रहा है। शराब बंदी के कारण बिहार में कपड़ों के कारोबार में काफी तेजी आई है।
यह भी पढ़ें: मोदी मैजिक का असर, MCD चुनाव में बड़ी संख्या में मुस्लिमों ने मांगे टिकट
नीतीश कुमार ने दिल्ली में मूलभूत सुविधाओं की कमी का जिक्र करते हुए केंद्र के स्मार्ट सिटी योजना पर भी तंज कसा और कहा कि पहले दिल्ली को तो स्मार्ट बनाएं, जहां 10 साल से निगम में भाजपा काबिज है, लेकिन भाजपा न तो सफाई की जिम्मेदारी पूरी कर पाई है और न ही गंदे पानी की निकासी का इंतजाम कर सकी है।
दिल्ली के अंदरूनी हिस्सों की हालत देखकर लगता है कि बिहार के गांव इनसे कई गुना अच्छे हैं। राजधानी की तमाम समस्याओं का ठीकरा केंद्र पर फोड़ते हुए नीतीश ने अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित कर वहां तमाम सुविधाएं देने की मांग भी की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।