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    Maharashtra Election: महाराष्ट्र में नामांकन खत्म, 288 सीटों पर 8000 प्रत्याशी; भाजपा-कांग्रेस ने काटे टिकट

    महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का शोर मंगलवार को थम गया। इसी के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भाजपा ने 149 शिवसेना ने 82 एवं राकांपा ने 55 उम्मीदवारों को अधीकृत तौर पर एबी फार्म दिए हैं। यह संख्या 286 होती है। बची दो सीटें केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआइ) को दी गई हैं।

    By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 30 Oct 2024 07:11 AM (IST)
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    महाराष्ट्र में नामांकन खत्म, 288 सीटों पर 8000 प्रत्याशी

    पीटीआई,मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति एवं विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) में पर्चा भरने की अवधि समाप्त होने तक यह साफ नहीं हो सका है कि किस दल ने कितने उम्मीदवार खड़े किए हैं और किस गठबंधन ने कितनी सीटें अपने छोटे सहयोगी दलों के लिए छोड़ी हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट के लिए लगभग 8,000 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। मंगलवार को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि थी।

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    महाविकास आघाड़ी (मविआ) में कांग्रेस ने अब तक सबसे ज्यादा 102, राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 87 एवं शिवसेना (यूबीटी) ने 96 उम्मीदवारों को एबी फार्म दिए हैं। कुल मिलाकर यह संख्या 285 होती है। इनमें छह सीटें ऐसी हैं, जहां मविआ के दो दलों के उम्मीदवार भी आमने-सामने हैं। इसके अलावा आठ सीटें छोटे सहयोगी दलों को देने का भी दावा किया जा रहा है। आठ सीटें ऐसी भी हैं, जहां मविआ के दो दल आमने-सामने भी लड़ रहे हैं।

    भाजपा ने 149, शिवसेना ने 82 पर लड़ेगी चुनाव

    सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भाजपा ने 149, शिवसेना ने 82 एवं राकांपा ने 55 उम्मीदवारों को अधीकृत तौर पर एबी फार्म दिए हैं। यह संख्या 286 होती है। बची दो सीटें केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आरपीआइ) को दी गई हैं। तीनों प्रमुख दलों ने भी अपने-अपने कोटे से छोटे सहयोगी दलों को कुछ-कुछ सीटें दी हैं। महायुति में ऐसी भी कई सीटें हैं, जिन पर महायुति के ही एक दल का नेता दूसरे दल के टिकट पर चुनाव लड़ता दिखाई दे रहा है।

    चार नवंबर के बाद ही स्पष्ट होगी स्थिति महायुति और मविआ दोनों गठबंधनों में इस बार बड़े पैमाने पर बगावत भी हुई है। ऐसे बागी उम्मीदवारों को उनके दल मनाने का प्रयास कर रहे हैं कि वे चार नवंबर को नाम वापसी की तिथि तक अपनी उम्मीदवारी वापस ले लें। कई बागियों को विधान परिषद की सदस्यता या किसी निगम की अध्यक्षी देने का आश्वासन भी दिया जा रहा है। इसलिए, चार नवंबर के बाद ही नामांकन की दलीय स्थिति साफ हो सकेगी।

    भाजपा ने आठ और कांग्रेस ने पांच विधायकों को काटे टिकट

    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की समय-सीमा समाप्त होने के साथ ही यह बात सामने आई है कि भाजपा और कांग्रेस ने सबसे अधिक विधायकों के टिकट काट दिए हैं। भाजपा ने जहां आठ विधायकों के टिकट काटे हैं, वहीं, कांग्रेस ने पांच विधायकों को टिकट न देने का निर्णय लिया। अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने दो-दो मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया।

    विशेष रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दो को छोड़कर अपने सभी विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीट के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी।

    नवाब मलिक ने राकांपा से किया नामांकन

    महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को मुंबई के मानखुर्द-शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से राकांपा (अजीत पवार) उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने मलिक की उम्मीदवारी का विरोध किया है। कहा है कि पार्टी नवाब मलिक के लिए प्रचार नहीं करेगी। भाजपा का शुरू से ही यही रुख रहा है।

    महायुति में सभी सहयोगी दलों को अपने-अपने उम्मीदवार तय करने थे। चिंता केवल राकांपा द्वारा नवाब मलिक के नामांकन को लेकर थी। उन्होंने कहा कि दाऊद इब्राहिम और उससे जुड़े सभी लोगों के बारे में भाजपा की राय बिल्कुल स्पष्ट है। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का मंगलवार को आखिरी दिन था। सत्ताधारी महायुति गठबंधन में भाजपा, एकनाथ शिंदे की नेतृत्व वाली शिवसेना और और राकांपा (अजित पवार) शामिल है।