MP Election 2023: चुनावी साल में अधूरी सौगातों से छात्र परेशान, कॉलेजों में 70 फीसदी सीटें खाली; जानें मामला
MP Election 2023 खंडवा जिले में इस शिक्षा सत्र में तीन सरकारी कॉलेज खुलने से सीटों में वृद्धि हो गई है लेकिन विद्यार्थी रुचि नहीं लेने से अधिकांश सीटें रिक्त है। इससे जिले के नोड़ल महाविद्यालय एसएन कालेज में भी स्नातक के विभिन्न विषयों में सीटों नहीं भर पाई है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कालेजों में प्रवेश के लिए अब तक छह राउंड की प्रक्रिया पूरी कर ली है

खंडवा (जेएनएन प्रतिनिधि)। जिले में इस शिक्षा सत्र में तीन सरकारी कॉलेज खुलने से सीटों में वृद्धि हो गई है लेकिन विद्यार्थी रुचि नहीं लेने से अधिकांश सीटें रिक्त है। इसकी वजह नवीन महाविद्यालयों में संसाधन और स्टाफ की कमी है। इधर चुनावी साल में विधायकों की पहल पर नए कालेज अंचलों में खुलने से जिले में स्नातक की सीटें बढ गई है।
12 सितंबर से सातवां राउंड प्रारंभ होगा।
इससे जिले के नोड़ल महाविद्यालय एसएन कॉलेज में भी स्नातक के विभिन्न विषयों में सीटों नहीं भर पाई है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेजों में प्रवेश के लिए अब तक छह राउंड की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
12 सितंबर से सातवां राउंड प्रारंभ होगा। कहीं भवन नहीं तो कहीं स्टाफ की कमी जिले में पिछले शिक्षा सत्र तक खंडवा में दो शासकीय कॉलेज के अलावा हरसूद, मूंदी और पंधाना में एक-एक कॉलेज थे।
इस सत्र से पंधाना विधानसभा के गुड़ी और हरसूद विधानसभा के खालवा में शासकीय कालेज खोलने की घोषणा के साथ ही यहां प्रवेश की प्रक्रिया भी चल रही है, लेकिन दोनों ही कॉलेज के लिए न तो भवन है न ही पढ़ाने के लिए स्टाफ की नियुक्ति हुई है।
स्नातक की 640 सीटें पड़ी हैं खाली
ऐसे में विद्यार्थी भी प्रवेश लेने में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे है। नवीन आदर्श कालेज में स्टाफ का अभाव इस सत्र से खंडवा में हुकुमचंद यादव शासकीय आदर्श कॉलेज जूनापानी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है। यहां स्नातक में 640 सीटें है। इसमें अभी तक मात्र 84 सीटों पर प्रवेश होने से 556 सीटें रिक्त है।
यहां प्रवेश में विद्यार्थी रुचि नहीं लेने की कई वजह है। इसमें मुख्य वजह कॉलेज में स्टाफ की कमी है। वर्तमान में यहां प्राचार्य के अलावा एक लिपिक तैनात है। जबकि शासन ने करीब एक करोड़ रुपये की लागत से लगभग दस एकड़ में सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण किया है।
यह शहर से करीब सात किलोमीटर दूर है। यहां तक आवाजाही के लिए सार्वजनिक या कालेज की ओर से कोई वाहन सुविधा नहीं है। ऐसे में विद्यार्थियों को स्वयं के वाहन से आवाजाही करना पड़ेगी। इस कारण भी विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले रहे है। इस कालेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की अभी एसएन कॉलेज में ही कक्षाएं लगा कर पढ़ाया जा रहा है।
इस सत्र में अब तक बीबीए में 16, बीए में 61, बीएससी बायोलाजी में छह और बीकॉम कॉमर्स में एक विद्यार्थी ने प्रवेश लिया है। - शिक्षा को राजनीति से दूर रखना चाहिए। चुनाव को देखते हुए भाजपा नेताओं ने कालेजों की घोषणाएं करवा कर आधे अधूरे संसाधन के बावजूद प्रवेश भी शुरू करवा दिए है। कई जगह को कालेज के लिए भवन तक नहीं हैं।
स्कूलों के कक्ष में कक्षाएं लगाई जा रही है। वहीं, बगैर स्टाफ के विद्यार्थी कैसे पढ़ेंगे। यह उनके भविष्य से खिलवाड़ है। पूरी व्यवस्था और स्टाफ के साथ कॉलेज शुरू करना चाहिए।
-अजय ओझा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष
हुकुमचंद यादव शासकीय आदर्श कॉलेज में उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार प्रवेश की प्रकिया चल रही है। स्टाफ और शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाने से एसएन कालेज में ही कक्षाएं लग रही है। कालेजों में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए सीएलसी का सातवां चरण 12 सितंबर से शुरू होगा।
-डॉ. इंदुबाला सिंह, प्राचार्य आदर्श कॉलेज
जिले के शासकीय कालेजों में स्नातक में प्रवेश की स्थिति कालेज कुल सीटें प्रवेश रिक्त सीटें एसएन कॉलेज 1930 1437 493 गर्ल्स कॉलेज 920 654 266 आदर्श कॉलेज 640 84 556 हरसूद कॉलेज 460 393 67 मूंदी कॉलेज 190 181 09
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