Madhya Pradesh Chunav 2018: इस कारण सांची का मुकाबला है चर्चाओं में
बुधवार को मतदान के दौरान मतदाता कई बातों को ध्यान में रखते हुए मतदान करेंगे। मुख्य मुकाबला यहां भाजपा और कांग्रेस में ही है।
सांची (रायसेन), नईदुनिया। विश्व प्रसिद्ध सांची स्तूप इन दिनों यहां के विधानसभा मुकाबले को लेकर चर्चाओं में है। दरअसल यहां एक बेटे का मुकाबला अपने पिता के चिर प्रतिद्वंद्वी रहे प्रत्याशी से है। एक तरफ युवा प्रत्याशी मैदान में है तो दूसरी तरफ अनुभवी नेता। इसी के चलते इस मुकाबले पर सबकी नजर है। सांची में भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार के बेटे मुदित शेजवार का सामना कांग्रेस के डॉ. प्रभुराम चौधरी से हो रहा है। इन दोनों के भाग्य का फैसला अब मतदाता करेंगे।
बुधवार को मतदान के दौरान मतदाता कई बातों को ध्यान में रखते हुए मतदान करेंगे। मुख्य मुकाबला यहां भाजपा और कांग्रेस में ही है। भाजपा ने इस बार मुदित शेजवार को प्रत्याशी बनाया। मुदित भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार के बेटे हैं। शेजवार खुद यहां से लड़ते रहे हैं, लेकिन इस बार उनके बेटे मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने डॉ. प्रभुराम चौधरी को उतारा है। चौधरी पूर्व में डॉ. शेजवार के खिलाफ भी चुनाव लड़ते रहे हैं। चौधरी को डॉ. शेजवार का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी माना जाता रहा है। मुदित के लिए उनके पिता वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार चुनाव प्रबंधन संभाला वहीं प्रभुराम चौधरी का मैनेजमेंट उनके करीबी समर्थकों ने देखा।
मुदित युवा हैं और प्रचार के दौरान उन्होंने युवाओं से शिक्षा से जुड़े बड़े वादे किए। उनके साथ उनके उच्च शिक्षित कई मित्र भी चुनावी मैदान में दिखाई दिए। जनसंपर्क के दौरान उन्होंने खास तौर से मध्यम और उच्च वर्ग के परिवारों से मिलकर विकास के विजन को साझा किया।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रभुराम चौधरी के लिए क्षेत्रीय नेताओं ने पूरी ताकत लगाई, वहीं उनके बेटे अनुराग के साथ विदेश में पढ़े कई मित्र भी यहां जनसंपर्क के दौरान पहुंचे। इन्होंने कांग्रेस की नीतियों के साथ डॉ. चौधरी के कार्यकाल के दौरान मिली सौगातों को जनता के बीच रखकर एक अवसर देने की बात कही।
जानिए प्रत्याशी को - मुदित शेजवार
पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। पिता डॉ. गौरीशंकर शेजवार भाजपा सरकार में हर बार मंत्री रहे हैं। इंजीनियरिंग के बाद एमबीए कर मुदित ने पहले उद्यानिकी खेती की और फिर कारोबार शुरू किया। पत्नी मीनल शेजवार बिजनेस में पार्टनर हैं। करीब 5 सालों से निरंतर सक्रिय हैं।
डॉ. प्रभुराम चौधरी
दो बार विधायक रहे। 1989 में कुछ समय के लिए संसदीय सचिव बनाए गए। भोपाल गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है। कृषक होने के साथ-साथ व्यवसाय के रूप में पेट्रोल पंप है। पत्नी शासकीय चिकित्सक हैं।
पिछले चुनावों के परिणाम
2008
डॉ. प्रभुराम चौधरी (कांग्रेस) - 51887
डॉ. गौरीशंकर शेजवार (भाजपा) - 42690
सुखदयाल अहिरवार (भाजश) - 11633
2013
डॉ गौरीशंकर शेजवार (भाजपा) - 85599
डॉ प्रभुराम चौधरी (कांग्रेस) - 64663
जीत का अंतर - 20936
कुल मतदाता - 231127