अल्मोड़ा सीट : सांसद अजय टम्टा ने आधे कार्यकाल में पूछे सवाल तो आधे में दिए जवाब
अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा पांच जुलाई 2016 को केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री बने। इससे पूर्व ढाई साल सांसद रहते हुए उन्होंने संसद में 69 सवाल उठाए।
अल्मोड़ा, जेएनएन : अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा पांच जुलाई 2016 को केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री बने। इससे पूर्व ढाई साल सांसद रहते हुए उन्होंने संसद में 69 सवाल उठाए। उन्होंने संसद में पहला सवाल पिथौरागढ़ की लंबित नैनी सैनी हवाई पट्टी का उठाया था। 2019 की शुरुआत में इस पट्टी से हवाई सेवा का श्रीगणेश भी हो गया। राज्य के सूखे, पेयजल संकट से उत्पन्न स्थिति से निपटने के सवाल भी टम्टा ने प्रमुखता से सदन के समक्ष रखे। 69 सवालों में तीन सवाल तारांकित तो 66 सवाल अतारांकित रहे।
प्रमुख बैठकें
- 2015 में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर भारतीय संविधान की प्रतिबद्धता पर चर्चा में प्रतिभाग
- 2016 में राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर चर्चा में प्रतिभाग
- 2016 में बजट पर चर्चा में प्रतिभाग
- 2016-17 में रेल बजट पर चर्चा ।
'दिशा' की बैठकों से दी विकास को दिशा
पिथौरागढ़: अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा ढाई साल तक सांसद तो ढाई साल केंद्रीय राज्यमंत्री रहे। ऐसे में संसद में उनका आधा कार्यकाल सवाल पूछने वाले तो आधा जवान देने वालों की पंक्ति के सांसदों में बीता। सांसद की अध्यक्षता वाली जिला अनुश्रवण एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में संासद और मंत्री रहते हुए शत फीसद रही है। केंद्रीय योजनाओं में उनका विशेष फोकस रहा। अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र में चार जिले अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चम्पावत जिले आते हैं। इन चार जिलों में पांच साल के बीच 76 बैठक हुुई। श्री टम्टा सांसद और मंत्री रहते हुए लगभग सभी बैठकों में शामिल रहे। बैठकों में केंद्रीय योजनाओं के अनुपालन, उपभोग, गुणवत्त्ता, वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते निगरानी भी करते रहे।
वादे : कुछ पूरे, थोड़े अधूरे
- अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र का धारचूला और मुनस्यारी का चीन और नेपाल सीमा से लगा क्षेत्र संचार से नहीं जुड़ सका। सांसद के कार्यकाल में धारचूला में आइडिया का और ठाणीधार में बीएसएनएल का टावर लग सका। जबकि दारमा, ब्यास और जोहार संचार से नहीं जुड़े।
- चीन सीमा तक बनने वाली गर्बाधार - लिपूलेख सड़क निर्धारित समय 2018 में पूरी नहीं हो सकी।
- पिथौरागढ़ की नैनी सैनी हवाई पट्टी से हवाइ सेवा प्रारंभ हुई। एक पखवाड़े तक चलने के बाद से यह सेवा बंद है। अल्मोड़ा, धारचूला से उड़ान योजना के तहत हेलीकॉप्टर सेवा शुरू नहीं हो सकी है।
सांसद निधि का जिलेवार ब्यौरा
अल्मोड़ा कुल कार्य पूर्ण 386
सांसद निधि से अवमुक्त धनराशि 4.70 करोड़
अवशेष प्रस्तावित कार्य 447
अवशेष धनराशि 5.58 करोड़
पिथौरागढ़
कुल कार्य पूर्ण 556
सांसद निधि से अवमुक्त धनराशि 7.76 करोड़
प्रस्तावित स्वीकृत कार्य 224
सांसद निधि से मिलने वाली धनराशि 3.73 करोड़
चम्पावत
कुल पूर्ण कार्य 315
सांसद निधि से अवमुक्त धनराशि 5.72 करोड़
अवशेष स्वीकृत कार्य 152
प्रस्तावित धनराशि 2.92 करोड़
बागेश्वर
कुल पूर्ण कार्य 328
अवमुक्त धनराशि 4.90 करोड़
अवशेष स्वीकृत कार्य 184
प्रस्तावित धनराशि 3.03 करोड़
ट्विटर पर 12 हजार फॉलोअर
सांसद अजय टम्टा फेसबुक और ट्विटर में सक्रिय रहते हैं। ट्विटर में उनके फॉलोवर्स की संख्या लगभग 12 हजार है। केंद्रीय स्तर की योजनाओं की घोषणाओं में ट्विटर पर उनकी प्रतिक्रिया आती है। फेसबुक में केंद्रीय योजनाओं का प्रचार, प्रसार अधिक रहता है। क्षेत्र में सक्रियता बनाए रखना और फेसबुक पर उसे अपडेट करना भी वह नहीं भूलते।
सांसद के गांव को मिले 30 करोड़, विकास की अभी दरकार
बागेश्वर के सूपी गांव को लोक सभा सदस्य व केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा ने चार साल पूर्व गोद लिया था। तब यह गांव मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा था। यहां करीब 350 परिवार निवास करते थे। ग्रामीण को लगा कि अब हालात ठीक होंगे। सांसद आदर्श गांव में इस दौरान 30 करोड़ कुछ काम हुए भी, लेकिन गांव को जोडऩे वाली सड़क का डामरीकरण आज तक नही हो पाया है। जिससे बरसात के मौसम में यह सड़क अक्सर बंद ही रहती है। यहां राजकीय इंटर कालेज है। जहां करीब 450 बच्चे पढ़ते है। लेकिन विषय शिक्षकों के अलावा प्रधानाचार्य का पद भी खाली है। शिक्षा व रोजगार की खातिर गांव से पलायन हो रहा है। 70 परिवार घर छोड़ चुके हैं।
सांसद आदर्श गांव आबादी
कुल आबादी 1701
एससी 646
सामान्य 1055
कुल क्षेत्रफल 1078.853 हेक्टेयर
चार साल में काफी काम हुए
अजय टम्टा, सांसद, अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र ने बताया कि सांसद आदर्श गांव में चार सालों में काफी काम हुए है। सड़क निर्माणाधीन है जल्द ही डामरीकरण का कार्य कर लिया जाएगा। पेयजल योजना तैयार की जा रही है। वैकल्पिक उर्जा के लिए सोलर बांटे गए। शौचालयों का निर्माण किया गया। इसके अलावा रास्ते निर्मित किए गए।
सांसद आदर्श गांव बाछम
- बाछम को राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने गोद लिया है। सांसद निधि से गांव को दस लाख रुपये का बजट मिला।
- बाछम राजस्व गांव में 9 तोक है। धुर, र्खिकया, सनरी, जैकुनी, तल्लागांव, मल्लागांव, बटन, रीङ्क्षटग, जातौली में आजादी के 72 सालों बाद भी बिजली नही पहुंची।
12 किमी पैदल चल पहुंचते है गांव
60 बच्चों में एक शिक्षक, केवल एक जूनियर हाइस्कूल उच्च शिक्षा के लिए 12 से 15 किमी दूर सोरांग स्थित इंटर कालेज जाना पड़ता हैं। = इलाज के लिए 35 किमी की दौड़ = बाछम गांव में माबाइल टावर नही होने से ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं।
बाछम गांव
कुल जनसंख्या 1225
एससी 218
सामान्य 1025
क्षेत्रफल 1937.74 हेक्टेयर
मैंने अपनी निधि से दस लाख रुपये दिए
प्रदीप टम्टा, राज्य सभा सदस्य ने बताया कि केंद्र सरकार ने सांसद आदर्श गांव के जो मानक बनाए थे वह पूरे नहीं हुए। मैने अपने प्रयासों से 10 लाख रुपया सांसद निधि से दिया हैं। सरकार ने आदर्श गांव के नाम पर भी राजनीति की हैं।
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