पटना में विकास की गाड़ी पटरी पर दौड़ी या आउटर सिग्नल पर अटक गया पहिया? पढ़िए कैसा है पाटलिपुत्र के सांसद का रिपोर्ट कार्ड
Patliputra Lok Sabha Seat बिहार के पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से भाजपा के राम कृपाल यादव वर्तमान सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें फिर से इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है। फिलहाल नजर डालते हैं उनके पिछले पांच साल के रिपोर्ट कार्ड पर कि पिछले चुनाव में किए गए वादों में से कितने पूरे हुए एवं कितनों को लेकर अभी भी काम बाकी है।
जितेंद्र कुमार, पटना। बिहार की राजधानी पटना में उम्मीद की गाड़ी विकास को लेकर समय से चली, लेकिन समाधान के आउटर सिग्नल पर ही खड़ी है। प्रतीक्षा में लोगों की आंखें पथरा गई हैं। राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और स्थानीय स्तर के मुद्दे पांच साल से अपनी जगह अटके हुए हैं।
हम बात कर रहे हैं संसदीस क्षेत्र के रिपोर्ट कार्ड की जो बीते लोकसभा में घोषणा पत्र में शामिल था। बक्सर फोरलेन से पटना आज भी दूर ही है। बिहटा वायु सेना केंद्र पर अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माण, नेउरा-दनियावां रेल लाइन परियोजना पूरी होने की उम्मीद अधूरी ही रह गई।
2009 में हुआ था गठन
क्षेत्रीय व स्थानीय मुद्दे को फिर से पंचवर्षीय कार्यकाल के लिए इस बार भी घोषणा पत्र में जगह मिल सकती है। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र पटना महानगर की परिकल्पना में वर्ष 2015 से जी रहा है। छह विधानसभा, 11 प्रखंड, 201 पंचायत और 159 नगर निकाय वार्ड को जोड़कर इसे वर्ष 2009 में गठित किया गया था। बिहटा और पालीगंज को नगर निकाय बनाने के बाद पंचायतों की संख्या अब 195 रह गई है। मनेर नगर पंचायत को नगर परिषद का दर्जा मिला।
राष्ट्रीय मुद्दे जो आकार न ले सके
पटना महानगर योजना के तहत बिहटा वायु सेना केंद्र को अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा निर्माण करने के लिए एक दशक से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पटना शहर के दक्षिण से थर्ड बाइपास को बक्सर से जोड़ने की योजना थी। नेउरा-दनियावां नई रेल लाइन और बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना इस संसदीय क्षेत्र का मुद्दा हर चुनाव में शामिल रहता है।
"बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण जरूर होगा। जो बाधाएं थी समाप्त हो गयीं हैं। बक्सर फोरलेन से पटना के संपर्क के लिए एलिवेटेड रोड का काम चल रहा है। दानापुर दियारा क्षेत्र को गंगा पुल के रूप में शेरपुर-दीघवारा सेतु का गंगहरा में एक लेन संपर्क पथ से जुड़ेगा। सरारी में आरओबी की मंजूरी मिल गई। मसौढ़ी में आरओबी के अलावा गया रेलखंड पर पोठही, महुली, नथुपुर, कुर्थौल और नदवां में आरओबी और अंडरपास का काम हुआ है। बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना की सर्वे रिपोर्ट तैयार हो रही है। नेउरा-दनियावां रेल लाइन में डुमरी तक कार्य पूरा हो गया है। थोड़े दिनों में शेष कार्य पूरा हो जाएगा।"
-रामकृपाल यादव, सांसद, पाटलिपुत्र
चुनाव से जुड़ी हर छोटी-बड़ी अपडेट के लिए यहां क्लिक करें
नगरीय विकास की योजना नहीं
पाटलिपुत्र क्षेत्र में फुलवारीशरीफ, खगौल, दानापुर, मनेर, बिहटा, नौबतपुर, बिक्रम, पालीगंज और मसौढ़ी नगर निकाय है। पालीगंज, बिक्रम और मसौढ़ी को छोड़ शेष हिस्सा पटना महानगर के लिए अधिसूचित है।
नियोजित नगरीय सेवाओं के अलावा, परिवहन, नगरीय कृषि, औद्योगिक क्षेत्र, आवासीय क्षेत्र, व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में विकसित करना था। बिहटा और पालीगंज नगर निकाय में तीन साल का होल्डिंग टैक्स और शहरी दर से बिजली शुल्क देकर भी जन सुविधाओं के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- 'हम राहुल को PM बनाना चाहते हैं...', शिवसेना ने पूछा- पद अहम या सीट, महाराष्ट्र में बुरी फंसी कांग्रेस!
प्रभावित क्षेत्र को नल का जल
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में गंगा किनारे बसे दानापुर और मनेर की आबादी लंबे समय से भू-जल में आर्सेनिक से प्रभावित होते आ रहे थे। नलजल योजना से राहत मिली है। दानापुर और मनेर को दियारा क्षेत्र से आवागमन के लिए गंगा पर पुल की मांग रही है।
मनेर के शेरपुर से सारण के दीघवारा तक गंगा सेतु की योजना बनी। जमीन का अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इस परियोजना के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। सोन नहर सिंचाई प्रणाली लगभग सूख चकी है।
ये भी पढ़ें- Chunavi Kisse: जब एक सीट पर एक ही नाम के 11 उम्मीदवारों ने लड़ा चुनाव, चौंक गए थे मतदाता; कुछ ऐसा आया था परिणाम