भोजपुर में बड़हरा विधानसभा सीट पर पेचीदा सियासी समीकरण, बाढ़ और कटाव से जनता ज्यादा परेशान
बड़हरा विधानसभा क्षेत्र में गंगा के कटाव और बाढ़ एक बड़ी समस्या है। आगामी चुनाव को लेकर भाजपा राजद जदयू और जन सुराज पार्टी में टिकट के लिए ज़ोर-आजमाइश चल रही है। भाजपा से राघवेंद्र प्रताप सिंह राजद से सरोज यादव और जदयू से रणविजय सिंह प्रमुख दावेदार हैं। जनता राहत और विकास की उम्मीद कर रही है।

संवाद सूत्र, बड़हरा (भोजपुर)। गंगा नदी का कटाव और हर साल आने वाली बाढ़ बड़हरा विधानसभा क्षेत्र की जनता की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। बहुत पहले कई गांव गंगा नदी में समा गये हैं, लोग उजड़कर पलायन होने को मजबूर होते रहे। लेकिन जनता की इस ज्वलंत समस्याओं से इतर यहां की राजनीति भी बाढ़ के पानी की तरह उफान पर है।
अगले विधानसभा चुनाव को लेकर इस सीट पर दावेदारों की भीड़ लगी हुई है। भाजपा, राजद जदयू और जन सुराज पार्टी चारों दलों में टिकट के लिए जोर-आजमाइश शुरु हो चुकी है। भाजपा में कई दावेदार लगातार सक्रिय हैं। बूथ से लेकर जिला स्तर तक संगठन की बैठकों में बड़हरा की विशेष चर्चा हो रही है। पुराने कार्यकर्ता और नए चेहरे दोनों ही मैदान में उतरने को तैयार दिख रहे हैं।
भाजपा से विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व भाजपा प्रत्याशी अंगद सिंह, समाजसेवी अजय सिंह और सूर्यभान सिंह को लेकर क्षेत्र में चर्चा है। वही राजद ने पिछली बार इस क्षेत्र में अच्छा जनाधार बनाया था। यही कारण है कि इस बार पार्टी के कई नेता खुद को सबसे मजबूत प्रत्याशी साबित करने में लगे हुए हैं। गांव-गांव बैठकें और चौपाल लगाकर राजद कार्यकर्ता जनता के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं।
राजद से प्रत्याशियों की लंबी लाइन को लेकर काफी चर्चा है, इसमें पूर्व विधायक सरोज यादव, आशा देवी, समाजसेवी सोनाली सिंह, बीडी सिंह, अशोक कुमार सिंह उर्फ रामबाबू सिंह, रघुपति यादव, राजेश यादव, सोनू राय, मनोज सिंह और गजेंद्र यादव शामिल है। दुसरी ओर जदयू में भी टिकट को लेकर भी चर्चा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ युवा चेहरों की दावेदारी भी जोर पकड़ रही है।
एनडीए गठबंधन में सीट एडजस्टमेंट का सवाल भी चर्चा का विषय बना हुआ है। जदयू से पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह, राज्य नागरिक परिषद के प्रदेश महासचिव अरविंद कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह और विश्वनाथ प्रताप सिंह की चर्चा है। अभी नई नवेली पार्टी जन सुराज पार्टी से भी दो दावेदार है। सर्वजीत सिंह और सौरव यादव का नाम चर्चा में चल है।
स्थानीय राजनीतिक जानकारों का मानना है कि “बड़हरा सीट पर जितना गहरा बाढ़ और कटाव का संकट है, उतना ही गहरा टिकट का समीकरण भी उलझा हुआ है। चुनाव नजदीक आते-आते यहां की सियासत और दिलचस्प होगी। जनता फिलहाल यह देख रही है कि इस बार कौन-सा दल और कौन-सा चेहरा उन्हें राहत और विकास का ठोस भरोसा दिला पायेगा।
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