Delhi Election 2020: विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार को बड़ी राहत
दिल्ली सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए शुरू किए जागरूकता अभियान में लोगों द्वारा दिए गए योगदान की तारीफ की है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार के लिए राहत देने वाली खबर है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दावा किया है कि पिछले पांच साल में इस बार डेंगू के अब तक सबसे कम मामले सामने आए हैं। क्योंकि दिल्ली के लोग इस बार डेंगू को परास्त करने की ओर अग्रसर हैं।
दिल्ली सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए शुरू किए जागरूकता अभियान में लोगों द्वारा दिए गए योगदान की तारीफ की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से 15 नवंबर तक सतर्क रहने की अपील की है। क्योंकि यह देखा गया है कि नवंबर के मध्यम तक डेंगू का प्रकोप अधिक रहता है। इसके बाद मौसम में ठंड बढ़ने के साथ डेंगू का प्रकोप खत्म हो जाता है।
इस बार दिल्ली में डेंगू नियंत्रित है
सत्येंद्र जैन ने कहा कि सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल अब तक डेंगू के 644 मामले सामने आए हैं। वहीं पिछले साल 1020 मामले सामने आए थे और चार लोगों की मौत हुई थी। इस साल डेंगू से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि 2015 में यहां डेंगू से 60 मरीजों की मौत हुई थी। डॉक्टरों ने दिल्ली सरकार के समक्ष इस बार डेंगू का प्रकोप अधिक होने की आशंका जाहिर की थी। लेकिन सभी आशंकाओं के बावजूद इस बार दिल्ली में डेंगू नियंत्रित है।
बता दें कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की पहल पर दिल्ली सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए ‘10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट’ अभियान शुरू किया है। इसके तहत प्रत्येक रविवार को लोगों को अपने घर में सफाई के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह तक लोग अपना प्रयास जारी रखें। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। इसलिए घर के आसपास कहीं पानी जमा न होने दें।
दरअसल विपक्ष दिल्ली में डेंगू के मामले को विधानसभा चुनाव में मुद्दा बना सकता था। ऐसे में दिल्ली में डेंगू के मरीज कम होना केजरीवाल सरकार के लिए राहत देने वाली है।
मलेरिया के 76 नए मामले
राजधानी दिल्ली में भले ही इस वर्ष डेंगू और चिकनगुनिया से राहत मिल रही हो। लेकिन, मलेरिया के मामलों ने पांच वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते सप्ताह तक पिछले पांच वर्षों में मलेरिया के सर्वाधिक 533 मामले 2017 (19 अक्टूबर तक) में दर्ज हुए थे। लेकिन इस वर्ष कुल मामलों का आंकड़ा 535 पहुंच गया है। वर्ष 2014 में 179, वर्ष 2015 में 276 वर्ष 2016 में 410, वर्ष 2017 में 533 और वर्ष 2018 में 411 मामले दर्ज हुए थे। बीते सप्ताह मलेरिया के 76 नए मामले सामने आए। वहीं डेंगू के इस वर्ष पांच वर्षों की तुलना में कम मामले देखे जा रहे हैं।
निगम की रिपोर्ट के अनुसार बीते सप्ताह 177 नए मामलों के साथ कुल मरीजों का आंकड़ा 644 तक जा पहुंचा है। वहीं 2015 में सर्वाधिक 12531 मरीज सामने आए थे। इसी तरह चिकनगुनिया के पांच नए मरीजों के साथ कुल मरीजों का आंकड़ा 123 तक जा पहुंचा।