Delhi Assembly Election Results 2020:: कांग्रेस नेताओं के बेटा-बेटी और पत्नी के मैदान में उतरने से दिलचस्प हुआ चुनाव
Delhi Assembly Election Results 2020 दिल्ली में अपने वजूद की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के ढेरों दिग्गजों की साख भी इस बार दांव पर लगी है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi Assembly Election Results 2020: : दिल्ली में अपने वजूद की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के ढेरों दिग्गजों की साख भी इस बार दांव पर लगी है। ऐसें में बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हो रही मतगणना पर सभी की नजरें रहेंगी। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री से लेकर निगम पार्षद तक शामिल हैं। यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद भी अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। ऐसे में यह चुनाव अनेक कांग्रेसी महारथियों का भविष्य भी तय करेगा।
इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पहली बार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। चार सीटें राजद को देने के बाद पार्टी ने 66 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। इन पर पार्टी ने 18 पूर्व विधायक उतारे हैं, जिनमें से अरविंदर सिंह लवली, डा. एके वालिया, हारून यूसुफ और डा. नरेंद्र नाथ मंत्री रह चुके हैं। दो पूर्व सांसद कृष्णा तीरथ और परवेज हाशमी भी मैदान में हैं, जिनमें से कृष्णा तीरथ तो केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं।
दिल्ली कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की प्रतिष्ठा भी इस बार दांव पर लगी हुई है। कालका जी से प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा, जबकि संगम विहार में कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद भी ताल ठोक रही हैं।
मॉडल टाउन से पूर्व विधायक कुंवर करण सिंह की बेटी आकांक्षा ओला, मुस्तफाबाद से पूर्व विधायक हसन अहमद के बेटे अली मेंहदी, नांगलोई जाट से पूर्व विधायक डा विजेंद्र सिंह के बेटे मनदीप शौकीन और आर के पुरम से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष योगानंद शास्त्री की बेटी प्रियंका शास्त्री चुनाव मैदान में हैं । विकास पुरी से प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा, चांदनी चौक और द्वारका से अलका लांबा एवं आदर्श शास्त्री, जनकपुरी से राधिका खेड़ा, कोंडली और घोंडा पर अंबरीश गौतम तथा भीष्म शर्मा के लिए भी यह चुनाव चुनौती की तरह है।
प्रदेश कांग्रेस के दो पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष समयपुर बादली से देंवेंद्र यादव और मंगोलपुरी से राजेश लिलोठिया भी चुनाव लड़ रहे हैं। इनके लिए भी यह चुनाव नाक का सवाल है, वह भी तब जबकि आठ माह पहले ही वह लोकसभा चुनाव बुरी तरह हार चुके हैं।
वहीं, आदर्श नगर सीट से मुकेश गोयल, कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त, तिमारपुर से अमरलता सांगवान और हरिनगर से सुरेंद्र सेतिया चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार तीन मजबूत जिला अध्यक्षों पर भी विश्वास जताया है। इनमें वजीरपुर से हरीकिशन जिंदल, बाबरपुर से कैलाश जैन की पुत्रवधू अन्वीक्षा त्रिपाठी जैन और विश्वास नगर से गुरचरण सिंह राजू पर दांव लगा रखा है।