CG Election 2023: पति के अंतिम संस्कार से पहले मतदान कर आदिवासी महिला ने पेश की मिसाल, दूसरों को भी वोटिंग के लिए किया प्रेरित
घटना की जानकारी मिलते ही रायगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी महिला के घर मिलने पहुंचे। उन्होंने लोकतंत्र के प्रति दुतिका के समर्पण की सराहना करते हुए उसे ढाढ़स बंधाया और वादा किया कि वह जीते या हारें उसके पूरे परिवार का हमेशा ध्यान रखेंगे। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होने देंगे। बता दें कि दुतिका की चार बेटियां हैं जिनमें दो की शादी हो चुकी है।

जेएनएन, रायगढ़। विधानसभा चुनाव में एक ओर जहां शहरी लोग मतदान को लेकर उपेक्षा का रवैया अपनाते हैं, वहीं दूसरी ओर जिले के ग्राम बार निवासी आदिवासी महिला दुतिका ने लोकतंत्र के प्रति समर्पण का अनूठा उदाहरण पेश किया है।
मतदान के दिन पति की मौत हो जाने के बाद महिला ने अंतिम संस्कार से पहले न केवल खुद मतदान किया, बल्कि स्वजन व ग्रामीणों को भी मतदान के लिए तैयार किया। जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के सरिया मंडल अंतर्गत ग्राम बार निवासी शत्रुघन सिदार (50) का 17 नवंबर की सुबह निधन हो गया। इससे पूरे गांव मातम छा गया।
स्वजन और ग्रामीण अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए। इसी दिन मतदान भी था, लेकिन इसे लेकर कोई गंभीर नहीं था। इसी दौरान शत्रुघन की पत्नी दुतिका को मतदान का ध्यान आया तो उसने ग्रामीणों व स्वजन से कहा कि पहले मतदान करके आ जाओ, फिर अंतिम विदाई करेंगे। इस पर ग्रामीणों ने कहा कि पहले अंतिम संस्कार जरूरी है।
दुतिका ने कहा कि इनकी (शत्रुघन) मौत के कारण अगर कोई मतदान करने नहीं जाएगा तो गलत होगा। इस पर ग्रामीणों ने कहा कि अंतिम संस्कार से लौटने के बाद समय रहेगा तो मतदान करने चले जाएंगे। इस पर दुतिका ने शव की ओर इशारा करते हुए कहा कि मैंने इनसे कहा था कि साथ में मतदान करने जाएंगे। अब ये नहीं रहे तो मुझे जाना होगा।
बच्चों के भविष्य के लिए वोट देना जरूरी है। इतना कहते हुए वह फफककर रो पड़ी और अपना पहचान पत्र लेकर मतदान के लिए निकल गई। इसके बाद स्वजन और ग्रामीण भी उसके साथ मतदान करने गए। लौटने के बाद शत्रुघन की अंतिम यात्रा निकाली गई।
नतमस्तक हो गए ओपी चौधरी
इस घटना की जानकारी मिलते ही रायगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी महिला के घर मिलने पहुंचे। उन्होंने लोकतंत्र के प्रति दुतिका के समर्पण की सराहना करते हुए उसे ढाढ़स बंधाया और वादा किया कि वह जीते या हारें, उसके पूरे परिवार का हमेशा ध्यान रखेंगे। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होने देंगे। बता दें कि दुतिका की चार बेटियां हैं, जिनमें दो की शादी हो चुकी है और दो पढ़ाई कर रही हैं।
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