Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    CG Election 2023: चुनाव से पहले कांग्रेस-बीजेपी में तीखी टकरार, धान खरीदी के बाद अब इस मुद्दे पर गरमाई राजनीति

    By Jagran NewsEdited By: Shubham Sharma
    Updated: Fri, 29 Sep 2023 03:09 AM (IST)

    भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के आरोपों पर हमलावर होते हुए कहा कि संविधान सर्वोपरि हैं। भाजपा की सरकार संविधान के अनुसार काम करती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भूपेश बघेल से पूछना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में आरक्षण के नाम पर उन्होंने अनुसूचित जाति जनजाति ओबीसी और सामान्य हर वर्ग की जनता के साथ छलावा क्यों किया?

    Hero Image
    छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी भिड़े। (प्रतीकात्मक तस्वीर) url: head:

    रायपुर, राज्य ब्यूरो: राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने पूरे जोर-शोर से लगी हुई है। इस बीच कांग्रेस और भाजपा के बीच आरक्षण की राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अमित शाह के दबाव की वजह से राजभवन में आरक्षण बिल अटका हुआ है, वहीं, भाजपा ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आरक्षण के नाम पर जनता को धोखा दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भाजपा पर आरोप

    कांग्रेस ने साफ किया है कि विधानसभा चुनाव में आरक्षण बिल छत्तीसगढ़ में बड़ा चुनावी मुद्दा होगा। आरक्षण बिल को राजभवन में रोकना भाजपा की साजिश है। कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह से सवाल पूछा है कि आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर क्यों नहीं हो रहा है। भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों पर हमलावर होते हुए कहा कि संविधान सर्वोपरि हैं। भाजपा की सरकार संविधान के अनुसार काम करती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भूपेश बघेल से पूछना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में आरक्षण के नाम पर उन्होंने अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी और सामान्य हर वर्ग की जनता के साथ छलावा क्यों किया?

    जनता के बीच लेकर जाएंगे मुद्दा

    कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और सांसद दीपक बैज ने कहा कि चुनाव में आरक्षण बिल सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगा। कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएगी। यह भाजपा का गरीब विरोधी, आदिवासी विरोधी, पिछड़ा वर्ग विरोधी, अनुसूचित जाति विरोधी कदम है। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने राज्य के सभी वर्ग के लोगो के हितों में ध्यान रख कर आरक्षण विधेयक बनाया है और सभी जाति वर्ग की उनकी जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है।

    भाजपा को यह डर सता रहा है कि यदि भूपेश सरकार में 76 प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया तो ओबीसी, एसटी, एससी और ईडब्ल्यूएस को आरक्षण का अधिकार मिल जाएगा और उसके बाद भाजपा चुनाव में 14 सीट बचाने की स्थिति में भी नहीं रहेगी।

    कांग्रेस ने छीना छत्तीसगढ़ में सबका आरक्षण

    इस मामले पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से अब तक महिलाओं को धोखा देने के अलावा कुछ नहीं किया। 30 साल से महिला आरक्षण बिल कांग्रेस की वजह से लटका रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में यह कदम उठाया है और इस पर भी कांग्रेस भ्रम फैलाने का काम कर रही है।

    आरक्षण के नाम पर धोखा

    उन्होंने कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने आरक्षण के नाम पर धोखा दिया है। खड़गे जिस वर्ग से आते हैं, उस वर्ग का आरक्षण 16 प्रतिशत से घटकर 13 प्रतिशत करने का इरादा किसका है? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह रहे हैं कि उन्होंने पांच साल में पौने दो लाख करोड़ रुपए लोगों की जेब में डाले हैं। जनता तो यह जानना चाहती है कि जनता के कितने पैसे भूपेश बघेल ने कांग्रेस की जेब में डाले हैं। परिवार विशेष की जेब में डाले हैं या कांग्रेस के नेताओं की जेब में डाले हैं।

    ये भी पढ़ेंः CG Election 2023: मजदूर-किसान को आज साधेंगे मल्लिकार्जुन खरगे, अमित शाह फूंकेंगे सत्ता वापसी का मंत्र