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    CG Election 2023: टिकट की जोड़तोड़ में आगे बढ़ने की होड़, भाजपा-कांग्रेस चुनावी रण के लिए बना रहे ये रणनीति

    By Jagran NewsEdited By: Narender Sanwariya
    Updated: Fri, 01 Sep 2023 05:00 AM (IST)

    CG Election 2023 रायपुर शहर की सीट में उत्तर विधानसभा सीट पर सबकी नजर है। भाजपा यहां से पिछले दो चुनाव से सिंधी समाज के श्रीचंद सुंदरानी को उम्मीदवार बना रही थी। इस बाद शदाणी दरबार के युधिष्ठिर महाराज के बेटे उदय शदाणी का नाम सामने आ रहा है। वहीं कांग्रेस से वर्तमान विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ महापौर एजाज ढेबर की दावेदारी है।

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    सीजी चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में टिकट की जोड़तोड़ में आगे बढ़ने की होड़

    रायपुर, जेएनएन। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा करके बढ़त तो बना ली है, लेकिन बची सीटों पर जोड़तोड़ चल रही है। कांग्रेस के दावेदार भी टिकट के लिए सरपट दौड़ लगा रहे हैं। रायपुर संभाग की 20 विधानसभा सीट में से 14 पर कांग्रेस और पांच सीट पर भाजपा विधायक हैं। बलौदाबाजार विधानसभा सीट से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जकांछ के प्रमोद शर्मा विधायक हैं, जो पहले भाजपा में जाने की जुगत लगा रहे थे। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में जोर आजमा रहे हैं। हालांकि स्थानीय स्तर पर विरोध के कारण प्रमोद की स्थिति पेंडुलम वाली बन गई है।

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    कांग्रेस के दावेदार प्रमोद की एंट्री में बैरियर बनकर खड़े हो गए हैं। संभाग की राजनीति को साधने के लिए अब तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा हो चुकी है, तो एक दिन बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह रायपुर आ रहे हैं। राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो पिछले चुनाव में कांग्रेस की लहर के बावजूद भाजपा के तीन मजबूत नेता बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा अपनी सीट बचाने में सफल रहे। वहीं, धमतरी से कम अंतर से रंजना साहू और बिंद्रानवागढ़ से डमरुधर पुजारी को जीत मिली थी।

    भाजपा ने जीती सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो जीती पांच में से तीन सीट पर विधायकों को चुनौती देने वाले नेता तो हैं, लेकिन चुनावी रण को जीत पाएं, इसकी संभावना कम है। बताया जा रहा है कि संभाग की आठ सीट की घोषणा दूसरी सूची में हो सकती है। इसके लिए प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हो गई है। एक-दो दिन में सूची जारी होगी।

    वहीं, कांग्रेस में ब्लाक अध्यक्षों ने जिला कांग्रेस कमेटी को तीन से पांच नाम का पैनल सौंप दिया है। संभाग के दो रोचक घटनाक्रम पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। रायपुर ग्रामीण से विधायक सत्यनारायण शर्मा ने इस बार अपने बेटे पंकज शर्मा को आशीर्वाद दिया है। सत्यनारायण पहले विधायक हैं, जिन्होंने खुद चुनाव लड़ने की जगह अपने बेटे को आगे किया है।हालांकि उन्होंने यह फैसला अपनी बढ़ती उम्र को देखते हुए लिया है। वहीं, राजिम सीट से आइएएस रानू साहु की मां लक्ष्मी साहू ने आवेदन किया है। रानू कोयला घोटाले में ईडी की कार्रवाई के बाद जेल में हैं। उनकी मां लक्ष्मी साहू अभी गरियाबंद जिले में जिला पंचायत सदस्य हैं।

    रायपुर उत्तर के उम्मीदवार पर सबकी नजर

    रायपुर शहर की सीट में उत्तर विधानसभा सीट पर सबकी नजर है। भाजपा यहां से पिछले दो चुनाव से सिंधी समाज के श्रीचंद सुंदरानी को उम्मीदवार बना रही थी। इस बाद शदाणी दरबार के युधिष्ठिर महाराज के बेटे उदय शदाणी का नाम सामने आ रहा है। वहीं, कांग्रेस से वर्तमान विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ महापौर एजाज ढेबर की दावेदारी है। टिकट कटी, तो बगावत की आशंका संभाग के कई विधानसभा सीट में वर्तमान विधायकों का परफार्मेंस कमजोर माना जा रहा है। उनके स्थान पर कांग्रेस नए प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है। इस बीच, यह संकेत भी मिल रहे हैं कि कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने पर विधायक पाला भी बदल सकते हैं। उनके पास भाजपा सबसे मजबूत विकल्प है। भाजपा ने पिछले चुनाव में अन्य दलों से चुनाव लड़े दो नेताओं को टिकट देकर बाकी के लिए रास्ते खोल दिए हैं।

    नाम तय करने की मशक्कत

    संभाग की 20 विधानसभा सीट में कांग्रेस के दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है। पिछले चुनाव में जिन सीटों पर तीन से पांच दावेदार नहीं मिल रहे थे, इस चुनाव में दस से 35 दावेदार सामने आए हैं। जिला कांग्रेस कमेटी को प्रत्येक विधानसभा सीट के लिए तीन-तीन दावेदारों के नाम का पैनल बनाकर भेजना था। दावेदार अधिक होने की वजह से धमतरी और कुरूद से चार से पांच नामों का पैनल तैयार कर प्रदेश चुनाव समिति को भेजा गया है। बिलाईगढ़, कसडोल, बलौदाबाजार, भाटापारा में भी ऐसी स्थिति है। सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद में भी काफी विरोध के बाद तीन-तीन नामों का पैनल तैयार कर भेजा गया था लेकिन विराेध के कारण प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज को सारे आवेदन मंगाए पड़े हैं।