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    CG Chunav 2018 : चुनाव में खूब लगा हिंदुत्व का तड़का, भाजपा-कांग्रेस में रही प्रतिस्पर्धा

    By Hemant UpadhyayEdited By:
    Updated: Mon, 19 Nov 2018 08:34 PM (IST)

    CG Chunav 2018 दोनों प्रमुख पार्टियों के स्टार प्रचारक मंदिरों में मत्था टेकते नजर आए

    CG Chunav 2018 : चुनाव में खूब लगा हिंदुत्व का तड़का, भाजपा-कांग्रेस में रही प्रतिस्पर्धा

    रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस बार विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व का तड़का जमकर लगा। कांग्रेस और भाजपा में हिंदुत्व की राजनीति को लेकर प्रतिस्पर्धा भी देखने को मिली। नेता मंदिर-मंदिर घूमे और आखिर में राम मंदिर को मुद्दा बनाने की कोशिश भी हुई।

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    दोनों प्रमुख पार्टियों के स्टार प्रचारक मंदिरों में मत्था टेकते नजर आए। इस चुनाव में सोशल मीडिया में भी हिंदुत्व की राजनीति की चर्चा जमकर हुई। दोनों प्रमुख दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कौन सच्चा हिंदू है इसे लेकर भी बहस हुई।

    कई पोस्ट ऐसे दिखे जिसमें कहा गया कि हिंदू हूं तो किसी दल का गुलाम थोड़े ही हो जाऊंगा। तो यह भी चला कि फलां पार्टी तो राम को काल्पनिक बताती रही है, अब ये राम के कैसे हो सकते हैं। मामला रोचक रहा, नतीजे क्या होंगे इसे लेकर कोई फिर भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।

    कांग्रेस ने अपनाया गुजरात चुनाव का पैटर्न

    कांग्रेस ने गुजरात के चुनाव से हिंदुत्व की राजनीति आगे बढ़ाई थी उसे छत्तीसगढ़ तक पहंुचाया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यहां प्रचार करने आए तो डोंगरगढ़ में शक्तिपीठ माता बम्लेश्वरी के दर्शन करने भी पहुंचे। बस्तर के चुनाव अभियान का शुभारंभ स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने दंतेश्वरी देवी के दर्शन से शुरू की।

    मंदिरों में पहुंचे भाजपाई

    भाजपा अध्यक्ष अमित शाह यहां आए तो दंतेवाड़ा में माता दंतेश्वरी के दर्शन करने पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी थे। शाह धर्मगुरुओं से भी मिले।

    मुहूर्त से बंधे दिखे प्रत्याशी

    प्रत्याशी और प्रमुख नेता तो हर काम हिंदू पंचांग के हिसाब से मुहूर्त देखकर ही करते रहे। अब किस मुहूर्त पर किसने क्या किया और उसका असर क्या हुआ यह देखना बाकी है।

    अंतिम दौर में भगवान राम बने सहारा

    चुनाव प्रचार जैसे जैसे आगे बढ़ा हिंदुत्व की राजनीति परवान चढ़ती दिखी। आखिरी दौर में भाजपा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को प्रचार के मोर्चे पर उतारा। उन्होंने हर सभा में अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा उठाया।

    राममंदिर का ताला खोलने का श्रेय लेती दिखी कांग्रेस

    कांग्रेस के पास भाजपा के राम मंदिर मुद्दे का कोई कारगर तोड़ नहीं मिला तो कांग्रेसियों ने सोशल मीडिया में राम मंदिर ताला खोलने का श्रेय लेने का प्रयास भी भरपूर किया।