तेजस्वी यादव सीएम फेस घोषित...क्या महागठबंधन के चुनाव प्रचार में आएगी तेजी?
Bihar Assembly Election 2025: बिहार महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। इस घोषणा से महागठबंधन के कार्यकर्ताओं में उत्साह है और उन्हें युवाओं का समर्थन मिलने की उम्मीद है। अब देखना यह है कि क्या तेजस्वी की उम्मीदवारी से चुनाव प्रचार में तेजी आएगी और विपक्षी दल एकजुट होंगे।

यह तस्वीर इंटरनेट मीडिया से ली गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: नाम वापसी की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जिले में एनडीए ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत केंद्रीय मंत्रियों ललन सिंह व नित्यांनद राय की सभाएं हो चुकी हैं।
गुरुवार को बोचहां विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी सभा को संबोधित किया है। वहीं 30 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा होगी। दूसरी ओर आइएनडीए की ओर से अभी चुनाव प्रचार शुरू नहीं किया गया है।
गुरुवार को ही पटना में हुए एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राजद नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सभी घटक दलों ने सीएम का फेस घोषित कर दिया है।
इसके बाद प्रत्याशी और कार्यकर्ता यह जानने में उत्सुक हैं कि क्या शुक्रवार से आइएनडीआइए की ओर से चुनाव प्रचार शुरू किया जाएगा? क्या सभी घटक एक साझा प्रचार कार्यक्रम करेंगे या फिर अलग-अलग।
जिले में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। एनडीए ने चुनावी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। वहीं आइएनडीआइए में सुस्ती है। एनडीए की तरफ से चुनावी सभाएं हो रही हैं।
सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और नित्यानंद राय की दो-दो सभाएं हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को यहां आएंगे। वह 24 अक्टूबर को पड़ोसी जिला समस्तीपुर से चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे।
दूसरी ओर आइएनडीआइए की ओर से स्टार प्रचारकों की सभा की शुरुआत नहीं हो सकी है। इस दल की ओर से इंटरनेट मीडिया पर ही वार चल रहा है।
विदित हो कि राज्य में कई सीटों पर आइएनडीआइए के उम्मीदवार आपस में ही भिड़ गए हैं। ऐसा सीट शेयरिंग में विवाद के कारण हुआ। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के बाद आइएनडीआइए नेताओं को एक मंच पर आना है।
ऐसे में इस गठबंधन के नेता एक साथ मंच पर आने से पहले खुद को तैयार करने में लगे हैं। एनडीए में रूठने-मनाने का दौर समय से हो गया। इसलिए सीट शेयरिंग में अधिक परेशानी नहीं हुई।
नीतीश ने मुजफ्फरपुर से ही चुनावी सभा की शुरुआत की। निशाने पर लालू परिवार हैं। वह कह रहे हैं कि उनलोगों ने जो भी किया परिवार के लिए किया।
महिला मतदाताओं को यह बता रहे कि वह उनके लिए ही काम किए। इस चुनाव में पर्व के कारण नेताओं को काफी कम समय मिला है। ऐसे में एनडीए ने सभा शुरू कर बढ़त ले ली है।
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