सीएम ने अपने मास्टर स्ट्रोक से विरोधियों को 'पछाड़ा', थारू व उरांव समाज के दो बड़े चेहरे की जदयू में एंट्री
BiharAssemblyElection 2025: प्रथम चरण का चुनाव संपन्न होने के बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार का कार्य चरम पर है। राज्य के दोनों प्रमुख गठबंधन के नेताओं ने अपनी ताकत झोंक रखी है। विरोधियों को पछाड़ने के लिए हरसंभव दांव चल रहे हैं। इसी क्रम में हरनाटांड़ में आयोजित सभा के दौरान सीएम ने थारू व उरांव समाज के दो प्रभावकारी चेहरे को अपने पाले में कर लिया।

Bihar Vidhan Sabha Chunav: सीएम ने बाद में थारू व उरांव समाज के नेताओं को किया सम्मानित। फाइल फोटो
संवाद सूत्र, हरनाटांड़ (पश्चिम चंपारण)। BiharElectionNews: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार का काम तेजी से चल रहा है। दोनों गठबंधन के नेताओं ने पूरी ताकत झोंक रखी है। एक साथ कई सभाएं कर रहे हैं।
इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने अपने मास्टर स्ट्रोक से विरोधी को चौंका दिया है। दरअसल शुक्रवार को वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र के हरनाटांड स्थित प्लस टू विद्यालय के खेल के मैदान में सीएम नीतीश कुमार की सभा थी।
इसमें उन्होंने एनडीए प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील करने के साथ-साथ वहां के प्रभावकारी थारू व उरांव समाज के दो नेताओं को अपने पाले में कर लिया।
राजद और बसपा से संबंध रखने वाले सुमंत कुमार और बैद्यनाथ प्रसाद के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो जाने को यहां की राजनीति के लिए बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

एनडीए में शामिल होने के बाद अभिवादन स्वीकार करते विधायक के साथ थारू नेता! जागरण
इसको इस रूप में देखा जा रहा है कि दोनों प्रभावकारी समूह के वोट अब एनडीए प्रत्याशी को मिलेंगे। थारू समाज के नेता और राजद के लिए काम करने वाले सुमंत कुमार और उरांव समाज के वरीय नेता औ बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके बैद्यनाथ प्रसाद उरांव ने मंच पर सीएम नीतीश कुमार की उपस्थिति में जदयू की सदस्यता ग्रहण की।
इस अवसर पर सुमंत ने कहा कि सीएम नीतीश ने हमेशा समाज के अंतिम आदमी के लिए योजना तैयार की है। उसके विकास का ख्याल किया है। वहीं महागठबंधन ठगबंधन है। इसने थारू समाज को ठगने का काम किया है। अब जवाब देने का समय आ गया है।
वहीं इस अवसर पर बैद्यनाथ प्रसाद ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के कार्य से प्रभावित होकर मैंने जदयू के साथ आने का फैसला किया है। नीतीश कुमार ने हमेशा गांव, गरीब और आदिवासी समाज के उत्थान के लिए काम किया है।
अब हमारा समाज सीएम के साथ है। सुमंत कुमार बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जाप यानी जन अधिकार पार्टी से उम्मीदवार थे। उस समय उनको 18,409 मत मिले थे। वहीं बैद्यनाथ प्रसाद ने बसपा से चुनाव लड़कर 14,498 मत हासिल किए थे।
स्थानीय राजनीतिक विश्लेषक इस बदलाव को महत्वपूर्ण मान रहे हैं। उनका कहना है कि यह देखना दिलचस्प होगा कि ये दोनों नेता अपने अपने समुदाय के मतों को एनडीए के लिए ट्रांसफर करवा पाते हैं या नहीं।

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