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    Gurua Election 2020: गुरुआ में भाजपा के लिए सीट बचाने की चुनौती, राजद ने मैदान में तैनात किया है नया खिलाड़ी

    By Bihar News NetworkEdited By:
    Updated: Wed, 28 Oct 2020 10:22 PM (IST)

    Gurua Election News 2020 गुरुआ विधानसभा सीट नक्‍सल प्रभावित मानी जाती है। यहां पिछले दो चुनावों से भाजपा प्रत्‍याशी जीतते आए हैं। इस बार उनके मुकाबले राजद के प्रत्‍याशी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। शिक्षा सड़क स्‍वास्‍थ्‍य और सिंचाई यहां के प्रमुख मुद़दे हैं।

    बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रतीकात्मक तस्वीर।

    गया, कमल नयन। गुरुआ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने विधायक राजीव नंदन को चुनाव में उतारा है। जबकि राजद से विनय कुमार यादव पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे है। इसके अतिरिक्त कुल 23 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। यहां बसपा के राघवेंद्र नारायण यादव, जाप के सुधीर कुमार वर्मा समेत अन्य योद्धा भी ताल ठोक रहे हैं। आज मतदान हो गया।

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    2015 के चुनाव जदयू के रामचंद्र प्रसाद को हराकर भाजपा के राजीव नंदन ने जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव में उनका मुकाबला मजबूत महागठबंधन से था। इस बार बदले समीकरण में भाजपा के लिए यह सीट बचाने की चुनौती होगी।

    1977 में पहले विधायक बने थे उपेंद्र नाथ वर्मा

    यह विधानसभा सीट औरंगाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। यह 1977 में वजूद में आई। पहले विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के उपेंद्र नाथ वर्मा जीते थे। इसके बाद 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। 1990 और 1995 के चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी रामाधर सिंह ने जीत दर्ज की। इसके बाद 2000, 2005 (फरवरी) और 2005 (अक्टूबर) में राजद के शकील अहमद खान लगातार तीन बार विधायक चुने गए। यहां 2010 में भाजपा का खाता खुला। भाजपा के सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने जीत दर्ज की। इसके अगले चुनाव में 2015 में भी यह सीट भाजपा की झोली में गई।

    किसानों की समस्याएं हैं प्रमुख मुद्दे

    गुरुआ, परैया एवं गुरारू प्रखंडों को मिलाकर बने इस विधानसभा में किसानों की समस्याएं मुद्दा बनती हैं। उत्तरी कोयल नहर, मोरहर नहर से किसानों को पटवन के लिए पानी नहीं मिलता। बिजली और सड़क भी महत्वपूर्ण मुद्दा है। यहां पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं।

    अब तक बने विधायक

    1977 उपेंद्र नाथ वर्मा   जनता पार्टी

    1980 मो शाहजहां      कांग्रेस

    1985 मो खान अली    कांग्रेस

    1990 रामाधार सिंह     निर्दलीय

    1995  रामाधार सिंह     निर्दलीय

    2000 शकील अहमद खान राजद

    2005 (फरवरी)  शकील अहमद खान         राजद

    2005 (अक्टूबर)शकील अहमद खान         राजद

    2010        सुरेंद्र प्रसाद  सिन्हा          भाजपा    

    2015 राजीव नंदन           भाजपा