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    Rajapakar Election 2020: राजापाकर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की प्रतिमा से जदयू के महेंद्र का हो सकता है सीधा मुकाबला, 50.66 फीसद हुआ मतदान

    By Bihar News NetworkEdited By:
    Updated: Tue, 03 Nov 2020 09:07 PM (IST)

    Rajapakar Assembly Election News 2020 राजापाकर सुरक्षित विधानसभा सीट पर 14 प्रत्‍याशी भाग्‍य आजमाने उतरे हैं। यहां कांग्रेस एवं जदयू के उम्‍मीदवारों की सीधी भिड़ंत के आसार दिख रहे हैं। हालांकि अन्‍य दलीय व निर्दलीय प्रत्‍याशी भी वोट बटोरने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।

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    कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी और जदयू के प्रत्‍याशी महेंद्र राम की तस्‍वीर ।

    जेएनएन, हाजीपुर। राजापाकर विधानसभा सीट हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है। परिसीमन में 2010 में यह क्षेत्र अस्तित्व में आया था। इस विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रखंड -राजापाकर, देसरी और सहदेई बुजुर्ग है। पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास के पुत्र संजय कुमार ने जदयू उम्‍मीदवार के रूप्‍ा में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने लोजपा के गौरीशंकर पासवान को हराया था। दूसरी बार 2015 में हुए चुनाव में यह सीट राजद की झोली में गई थी। पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने लाेजपा के रामनाथ रमण को हराया था। इस चुनाव में महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा कुमारी हैं और उनके मुकाबले जदयू के महेन्द्र राम हैं। मंगलवार को यहां 50.06 फीसद मतदान हुआ।

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    कुल उम्मीदवार : 14

    प्रमुख उम्मीदवार :

    जदयू - महेंद्र राम

    कांग्रेस - प्रतिमा कुमारी

    लोजपा - धनंजय कुमार

    बसपा - फरेश राम

    प्रमुख मुद्दा

    1. चंवरों से जलनिकासी नहीं : राजापाकर  इलाके में कई बड़े चंवरों में जलजमाव के फसलें मारी जाती है। खासकर देसरी और सहदेई प्रखंड में कई चंवर हैं। अमूमन हर साल बाढ़ इस विधानसभा क्षेत्र के दो प्रखंड बाढ़ से पभावित होते हैं। सहदेई प्रखंड का गनियारी आदि गांव में पानी घुस आता है और लोगों का जीवन नारकीय बना देता है। नावें चलने लगती हैं।

    2. आज तक प्रखंड को अपना भवन नहीं:  राजापाकर  प्रखंड बने दो दशकों बीत गए पर आज तक प्रखंड को अपना भवन उपलब्ध नहीं हो सका है। इसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

    3.  दर्जनों गांवों के लोग पी रहे आर्सेनिकयुक्त पानी : इस विधानसभा क्षेत्र के देसरी और सहदेई प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोग आर्सेनिकयुक्त पानी पी रहे हैं। बिदपुर प्रखंड के चेचर गोपालपुर में पिछले एक दशक से गंगा के पानी को फिल्टर कर 88 गांवों में पीने के पानी को पहुंचाने की योजना, जिससे देसरी और सहदेई प्रखंड भी लाभान्वित होंगे, अभी तक पूरी नहीं हुई है।

    4. एक भी उच्च शिक्षण संस्थान नहीं :  इस विधानसभा क्षेत्र में  एक भी उच्च शिक्षण संस्थान नहीं है। एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं होने से यहां के छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी उठाकर या तो महनार या फिर हाजीपुर जाना पड़ता है।

    वर्ष -                कौन जीता -                        कौन हारा

    2010              संजय कुमार, जदयू               गौरीशंकर पासवान - लोजपा

    2015              शिवचंद्र राम, राजद               रामनाथ रमण,  लोजपा