Bihar Chunav 2025: आसमान में भी दिखेगी सियासी जंग, हेलीकॉप्टरों से प्रचार की तैयारी में NDA का पलड़ा भारी
बिहार में चुनावी माहौल गरमा गया है जहां पटना हवाई अड्डा चुनावी गतिविधियों का केंद्र बन गया है। चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखें घोषित कर दी हैं और राजनीतिक दल हेलीकॉप्टरों के माध्यम से प्रचार में जुट गए हैं। एनडीए गठबंधन के पास अधिक हेलीकॉप्टर हैं जबकि महागठबंधन भी पीछे नहीं है। हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

विद्या सागर, पटना। बिहार की राजनीति अब सिर्फ जमीन पर नहीं, बल्कि आसमान में भी गर्म हो चली है। विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद पटना एयरपोर्ट चुनावी गतिविधियों का ‘कमांड सेंटर’ बनने जा रहा है। सुबह से लेकर शाम तक हेलीकॉप्टरों की गूंज से राजधानी का आसमान गूंजने वाला है। यह नजारा बताएगा इस बार सियासी मुकाबला हवा में भी लड़ा जाएगा।
चुनाव आयोग ने दो चरणों 6 और 11 नवंबर को मतदान के लिए तय किया है। एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार, प्रतिदिन 12 से 15 हेलीकाप्टर 10 अक्टूबर से उड़ान भरेंगे। कुल 30 हेलीकॉप्टरों की पार्किंग क्षमता को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। सुबह आठ बजे से उड़ानें शुरू होंगी और शाम छह बजे तक लौट आएंगी।
सियासी दलों की तैयारियां हवाई स्तर पर भी साफ दिख रही हैं। एनडीए गठबंधन यानी भाजपा और जदयू सबसे मजबूत स्थिति में नजर आ रहा है। भाजपा के पास 5 से 6 हेलीकॉप्टर हैं, जिनसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और भाजपा के स्टार प्रचारक राज्यभर में चुनावी रैलियों की बाढ़ लाने वाले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू के पास भी दो हेलीकॉप्टर हैं, जो सीमांचल से लेकर मगध तक उनके अभियानों को गति देंगे।
वहीं, विपक्षी महागठबंधन राजद-कांग्रेस भी पीछे नहीं रहना चाहता, लेकिन संसाधनों में कुछ पीछे दिख रहा है। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की टीम के पास दो हेलीकॉप्टर हैं, जबकि कांग्रेस के पास तीन हेलीकॉप्टर हैं, जो राहुल गांधी की ‘न्याय यात्रा’ को उड़ान देंगी। सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी एक हेलीकॉप्टर के सहारे अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश में है।
सियासी पंडितों का कहना है कि हेलीकॉप्टरों की संख्या केवल उड़ान नहीं, बल्कि दलों की ताकत और रणनीतिक पहुंच को भी दर्शाती है। एनडीए के पास जहां सात से आठ हेलीकॉप्टर हैं, वहीं महागठबंधन के पांच हेलीकॉप्टर फिलहाल पर्याप्त नहीं मानी जा रहे।
जैसे-जैसे चुनावी तारीखें नजदीक आएंगी, बिहार का आसमान और ज्यादा सियासी हो जाएगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि जमीनी मुद्दों से ज्यादा असर किसका होगा जमीन पर के प्रचार का या आसमान में उड़ते नारों का। एक बात तो साफ है, बिहार की सियासी जंग अब पूरी तरह ‘हवाई मोड’ में भी दिखने वाली है।
हेलीकॉप्टर से आगमन पर भी सामान की होगी जांच
पटना एयरपोर्ट पर बुधवार से हेलीकॉप्टर या चॉपर से आने पर भी सामान की जांच की जाएगी। इसके लिए आगमन क्षेत्र में एक्सरे स्कैनर लगाया गया है। इनकम टैक्स की एक टीम एयरपोर्ट पर तैनात की गई है। हेलीकॉप्टर से उड़ने से पहले व उतरने के बाद भी जांच की जाएगी। यह टीम नेताओं के साथ जाने वाले लैगेज की भी जांच करेगी। जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर की भी जांच हो सकती है।
आम यात्रियों को नहीं होगी कोई परेशानी
चुनाव के दौरान हवाई जहाज से यात्रा करने वाले आम यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी के सूत्रों की माने तो उनके लिए पूर्व से निर्धारित 10 लाख रुपये नकद व एक किलोग्राम तक सोने का गहना लेकर वे यात्रा कर सकते हैं।
2.10 लाख रुपये प्रति घंटे है हेलीकॉप्टर का चार्ज
चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर का चार्ज प्रतिघंटे 2.10 लाख रुपये है। हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान करने वाली कंपनी की माने तो कम से कम तीन घंटे के लिए प्रतिदिन बुकिंग की करना अनिवार्य है। यानि 6.30 लाख रुपये के अतिरिक्त जीएसटी न्यूनतम बुकिंग चार्ज है। तीन घंटे तक से अधिक समय होने पर प्रति घंटे 2.10 लाख रुपये लगेंगे।
हर दल अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बुकिंग के लिए संपर्क कर रहे हैं। हेलीकॉप्टर बुकिंग से जुड़े प्रवीण जैन ने बताया कि जन सुराज व वीआईपी के लोग संपर्क किए हैं। हमलोग अधिकतम 18 हेलीकॉप्टर उपलब्ध करा सकते हैं।
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