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    Bihar Politics: अल्लावारू पर कांग्रेस में घमासान, नाराज नेता बोले- दिल्ली वापस बुलाए जाएं

    By SUNIL RAAJEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Wed, 22 Oct 2025 06:56 PM (IST)

    बिहार कांग्रेस में अल्लावारू को लेकर विवाद गहरा गया है। नाराज नेता आलाकमान से उन्हें दिल्ली वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं, जिससे पार्टी के भीतर मतभेद और बढ़ गए हैं। इस मुद्दे पर पार्टी में घमासान मचा हुआ है।

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    कृष्‍णा अल्‍लावारू व आनंद माधव। जागरण आर्काइव

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार कांग्रेस की नाव चुनाव के पहले ही डगमगाती दिख रही है। एक ओर महागठबंधन के साथ सीटों का विवाद ऊपर से टिकट से वंचित नाराज नेताओं की गोलबंदी पार्टी की परेशानी बढ़ा रही है। अब पार्टी के नाराज नेताओं ने बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू के खिलाफ हल्ला बोल अभियान शुरू कर दिया है। बुधवार को नाराज नेताओं की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि बिहार प्रभारी के गलत निर्णयों और टिकटों की बिक्री के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में धरना दिया जाएगा।

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    कांग्रेस को बचाने की छेड़ेंगे मुहिम 

    बुधवार को एक होटल में नाराज नेताओं ने बैठक कर अपने आंदोलन की भावी रूपरेखा पर मंथन किया। बैठक में टिकट के दावेदार और पार्टी रिसर्च विभाग के चेयरमैन आनंद माधव के अलावा, विधायक छत्रपति यादव, पूर्व विधायक गजानंद शाही, डा अजय कुमार सिंह, सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी समेत अनेक नेता शामिल हुए। बैठक में नाराज नेताओं ने बिहार कांग्रेस को बचाने की मुहिम छेडऩे का निर्णय लिया। बैठक के बाद आनंद माधव ने कहा कि पार्टी आलाकमान से हमारी कुछ मांगे हैं। जिन्हें तत्काल पूरा किया जाए। क्योंकि बिहार कांग्रेस बचेगी तभी राष्ट्रीय कांग्रेस भी बचेगी। आज की बैठक में मधुरेंद्र सिंह, राज कुमार राजन, कैसर खान, नागेंद्र पासवान विकल, कंचना सिंह, सूरज सिन्हा, सुधा मिश्रा समेत आधा दर्जन से अधिक अन्य नेता उपस्थित रहे।

    नाराज नेताओं की प्रमुख मांगें

    • कांग्रेस की बोली लगानेवाले प्रभारी एवं सह प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से बिहार से वापस बुलाया जाए।
    • बिहार कांग्रेस की दुर्दशा के लिए जांच समिति बनाकर नेताओं की जांच हो।
    • एनजीओ चलाने वालों की जगह राजनीतिक नेताओं की जिम्मेदारी दी जाए।
    • अध्यक्ष, सीएलपी कमजोर नेता हैं और खुद चुनाव लड़ रहे हैं उन्हें तत्काल हटाकर कार्यकारी अध्यक्ष बने।
    • राहुल गांधी नाराज नेताओं को समय दें ताकि वे अपनी बात उन तक पहुंचा सकें।