PatnaSahib Election 2020: पटना साहिब में 50.6 फीसद मतदान, नई चुनौती से नंद किशोर यादव की राह आसान
PatnaSahib Election News 2020 पटना साहिब विधानसभा सीट भाजपा के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती है। यहां नंद किशोर यादव लगातार जीत दर्ज करते रहे हैं। विरोध में कभी कांग्रेस तो भी राजद का उम्मीदवार रहा लेकिन बीजेपी यहां चिंता में नहीं रही।
पटना, अहमद रजा हाशमी। पटना साहिब विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव जीत का छक्का लगा चुके हैं। पिछली बार राजद के संतोष मेहता ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी, मगर इस बार राजद ने उनका टिकट ही नहीं काटा बल्कि यह सीट कांग्रेस को दे दी। कांग्रेस ने प्रवीण सिंह को मैदान में उतारा है। प्रवीण भागलपुर के रहने वाले हैं। दोनों प्रत्याशियों के अलावा 10 अन्य प्रत्याशी भी पटना साहिब से भाग्य आजमा रहे हैं। इस बार यहां 50.60 फीसद मतदान हुआ है।
विधान सभा क्षेत्र की पहचान
विश्व में दूसरा बड़ा तख्त श्री हरि मंदिर जी पटना साहिब, गुरु का बाग, शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी, छोटी पटनदेवी, जल्ला वाले महावीर मंदिर, देश का पहला सूफी रिसर्च सेंटर, खानकाह इमादिया मंगल तालाब, खानकाह मुनएमिया मीतन घाट, ऐतिहासिक पादरी की हवेली, काजू के आकार का मंगल तालाब, आधा दर्जन बड़ी मंडियां इस क्षेत्र की पहचान हैं।
चुनावी अतीत: मौजूदा पटना साहिब विधान सभा क्षेत्र 2008 से पहले पटना पूर्वी था। वर्ष 1957 और 1962 में हुए चुनाव में कांग्रेस जीतती। दोनों बार विधायक जफर अहमद चुने गए। 1967 और 1969 के चुनाव में यह सीट भारतीय जन संघ के खाते में गई। दोनों बार रामदेव महतो यहां से जीते, 1972 में कांग्रेस की एक बार फिर इस सीट पर वापसी हुई। जमील अहमद चुनाव जीते। 1977 में जनता पार्टी की तरफ से रामदेव महतो विधायक बने। 1980 और 1985में कांग्रेस के शरद कुमार जैन विधायक बने। 1990 में जनता दल के महताब सिंह जीते। 1995 में हुए चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी के नंद किशोर यादव ने जीत से इस सीट पर खाता खोला। इसके बाद से लगातार छह बार वह विधायक बने। मौजूदा चुनाव में पटना साहिब विधान सभा सीट के लिए दर्जनभर उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा के नंद किशोर यादव और महागठबंधन के प्रवीण सिंह खुशवाहा के बीच इस सीट के लिए सीधा मुकाबला है।
प्रमुख मुद्दे
1. जाम से मंडी में कारोबार प्रभावित
मंसूरगंज, मारूफगंज, हाजीगंज, मच्छरहट्टा, महाराजगंज, झाऊगंज, मीनाबाजार, गुलजारबाग, चैलीटाड़, गुड़ की मंडी जैसी दर्जनभर मंडियों में सड़क जाम से कारोबार प्रभावित है। बारिश होने पर जल जमाव की समस्या परेशानी का कारण बनती है। यहां सुरक्षा, पेयजल, शौचालय तथा व्यापारियों के ठहरने तक की समुचित व्यवस्था नहीं है।
2. शिक्षा - पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र में दशकों बाद एक भी नया स्कूल-कॉलेज स्थापित नहीं हुआ है। उच्च विद्यालयों में कई विषयों के शिक्षक कई सालों से नहीं है। माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षक नहीं होने के कारण उच्च विद्यालय के शिक्षक ही आधी-अधूरी पढ़ा पाते हैं। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में संसाधनों का अभाव है।
3. खेल व खिलाड़ी - गुलजारबाग मैदान में निर्मित स्टेडियम कई सालों बाद भी बदहाल है। भवन पर पुलिस कर्मियों का कब्जा रहता है। मैदान इस काबिल नहीं कि बच्चे खेल सकें। आज तक इस स्टेडियम में खेल का न आयोजन हुआ है ही प्रतियोगिता। कुछ संस्थाओं की यहां गतिविधियां जारी है। मंगल तालाब स्थित मनोज कमलिया स्टेडियम से भी खेल और खिलाड़ी का कोई नाता नहीं है। यहां कई तरह का प्रतिबंध लगा है। जल जमाव से मैदान बदहाल है।
4. कला व संस्कृति - साहित्य, कला एवं संस्कृति के लिए पटना सिटी हमेशा से जाना जाता रहा है। बावजूद इसके, इन विधाओं के विकास तथा इससे जुड़े लोगों के उत्थान का कोई प्रयास नहीं हुआ। मंगल तालाब परिसर में स्थानीय विधायक के पिता के नाम पर बने पन्ना लाल यादव मुक्ताकाश मंच बदहाल है। यहां आवश्यक संसाधन एवं सुविधाएं नहीं होने के कारण सालों से यह मंच वीरान पड़ा है। कलाकार गुहार लगा कर थक चुके हैं।
पटना साहिब से 12 प्रत्याशी मैदान में
1. भाजपा- नंद किशोर यादव
2. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी- जगदीप प्रसाद वर्मा
3: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस- प्रवीण सिंह
4. प्रबल भारत पार्टी- शिव नंदन तिवारी
5. जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) - मो: महमूद कुरैशी
6. भारतीय सबलोग पार्टी - योगेश कुमार शुक्ला
7. बहुजन मुक्ति पार्टी - चंद्रशेखर दास
8. आपकी अपनी अधिकार पार्टी - विकास कुमार चौधरी
9 निर्दलीय - मिथिलेश कुमार राय
10. निर्दलीय- दया सिंह
11. निर्दलीय--अमित कुमार अलबेला
12. निर्दलीय--रामनाथ महतो
प्रमुख तथ्य
कुल मतदाता - 35,9848
पुरुष मतदाता - 18,8132
महिला मतदाता- 17,1690
थर्ड जेंडर- 26
बूथ संख्या 542
कौन जीता - कौन हारा
2015: नंद किशोर यादव, भाजपा - संतोष मेहता, राजद
2010: नंद किशोर यादव, भाजपा - परवेज अहमद, कांग्रेस