Bihar Politics: पांच वर्षों में कितना बदला तेजस्वी का घोषणापत्र, नाम से लेकर नारा तक, और भी बहुत कुछ
महागठबंधन का घोषणापत्र चर्चा में है, जिसमें 2025 के परिप्रेक्ष्य में 2020 के घोषणापत्र में हुए बदलावों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस बार 'संपूर्ण बिहार, संपूर्ण परिवर्तन' का नारा दिया गया है। युवाओं को रोजगार, महिलाओं को आर्थिक सहायता और छात्रों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने के वादे किए गए हैं। किसानों के लिए फसल बीमा और स्वास्थ्य बीमा जैसी योजनाओं की भी घोषणा की गई है।

तेजस्वी प्रण से हर वर्ग काे साधन का प्रयास। जागरण
डिजिटल डेस्क, पटना। महागठबंधन का घोषणापत्र काफी चर्चा में है। 2025 में 2020 का घोषणापत्र स्मरण में आ रहा है। पांच वर्षों में काफी कुछ बदल गया है। नाम से लेकर घोषणाओं तक में बदलाव आ गया है। इस बार संपूर्ण बिहार, संपूर्ण परिवर्तन के साथ तेजस्वी प्रण है। इसमें 2020 में प्रण हमारा, संकल्प बदलाव का नाम के साथ 17 वादे किए गए थे। हालांकि कुछ बातें पुराने वादों पर फोकस्ड हैं। हर वर्ग को साधने के लिए वादों की मिश्री में गुड़ डाले गए हैं।
नाम के बाद नारे से शुरू करें तो पिछले चुनाव में न्याय और बदलाव की बात थी तो इस बार संपूर्ण बिहार के लिए संपूर्ण परिवर्तन है। नाम और नारे में बदलाव तो हुआ है लेकिन रोजगार, युवाओं और महिलाओं पर फोकस कायम है। तेजस्वी यादव ने इस बार जो सबसे बड़ी बात कही है वह घर-घर में सरकारी नौकरी देने की। पिछले चुनाव के घोषणापत्र में 10 लाख नौकरी का वादा किया गया था, इस बार वह आंकड़ा करीब ढ़ाई करोड़ पर पहुंच गया है।
तेजस्वी प्रण में 20 दिनों के अंदर कानून बनाकर इसकी प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा है। उन्होंने यह भी कहा है कि 20 महीने में सरकारी नौकरी देने का सिलसिला शुरू कर दिया जाएगा। जीविका दीदी जिन्हें सीएम दीदी (कम्यूनिटी मोबिलाइजर) कहा गया है, उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा देने के साथ वेतन 30 हजार रुपये प्रति महीने करने का वादा किया गया है।
तेजस्वी प्रण में युवाओं के साथ छात्रों को भी केंद्र में रखा गया है। घोषणापत्र के अनुसार आठवीं से 12वीं तक के गरीब छात्रों को टैबलेट दिया जाएगा। एक बड़ी घोषणा यह भी है कि 70 किलोमीटर के दायरे में विश्वविद्यालय खोले जाएंगे। किसानों के लिए 2020 के चुनाव के समय कृषि ऋण माफी की बात कही गई थी। इस बार फसल और किसान बीमा योजना लागू करने की घोषणा की गई है। इस तरह से किसानों को साधने का प्रयास भी महागठबंधन ने किया है।
महिलाओं के लिए माई बहिन और बेटी योजना शुरू करने की बात है। महिलाओं को प्रति माह ढाई हजार रुपये देने के साथ अन्य आश्वासन दिए गए हैं। दो हजार इलेक्ट्रिक बसें खरीदने और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा भी महागठबंधन के घोषणापत्र में है। इसके अलावा पांच सौ में गैस सिलेंडर, 25 लाख का तक का स्वास्थ्य बीमा भी उनके वादों में शामिल है।

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