Smart Voter ID Card: बिहार के मतदाताओं को मिलेंगे 'स्मार्ट वोटर आईडी', फर्जी वोटिंग का खेल खत्म; क्या हैं खूबियां?
Bihar To Issue New Tech-Driven Voter ID Cards बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब मतदाताओं को नए टेक-इनेबल्ड वोटर आईडी कार्ड मिलेंगे। नए स्मार्ट वोटर आईडी कार्ड में क्या खूबियां होंगी यहां पढ़ें...

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने बिहार में फर्जी वोटर को हटाने व चुनाव को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान चलाया।
अब चुनाव आयोग ने वोटर आईडी को नई तकनीक से जोड़ने का फैसला लिया है। 30 सितंबर को SIR के बाद बिहार में फाइनल मतदाता सूची जारी हो जाएगी। इसके बाद मतदाताओं को नए टेक-इनेबल्ड वोटर आईडी कार्ड (New tech-enabled voter ID cards) यानी स्मार्ट वोटर कार्ड मिलने शुरू हो जाएंगे।
टेक इनेबल्ड वोटर कार्ड क्या हैं?
- नए टेक-इनेबल्ड वोटर आईडी कार्ड पुराने मतदाता पहचान पत्र (EPIC) का अपडेटेड वर्जन है।
- नए वोटर कार्ड में मतदाता का फोटो (हाल में SIR प्रक्रिया के दौरान अपडेट किया) होगा।
- फर्जी पहचान पत्र अथवा डुप्लीकेट वोटर आईडी बनने से रोकने के लिए क्यूआर कोड जैसी उन्नत सुरक्षा सुविधा होगी।
- नया वोटर कार्ड दो फॉर्मेट- फिजिकल कार्ड और डिजिटल कार्ड (e-EPIC) में जारी किया जाएगा।
e-EPIC क्या है?
वोटर आईडी के डिजिटल वर्जन को ई-ईपीआईसी (Electronic Electoral Photo Identity Card- (E-EPIC))कहते हैं। ई-ईपीआईसी यानी गैर-संपादन योग्य एक सुरक्षित पीडीएफ फॉर्मेट में डिजिटल वोटर आईडी कार्ड है। इसमें क्यूआर कोड, वोटर का सीरियल नंबर, पार्ट नंबर और डेमोग्राफिक डिटेल्स होंगी।
इसको स्मार्टफोन और कंप्यूटर पर डाउनलोड करके डिजिटल फॉर्मेट में देखा जा सकता है। यह फिजिकल कार्ड की तरह की काम करेगा। यानी कि अब मतदाता दोनों में किसी भी एक कार्ड का इस्तेमाल कर सकता है।
बिहार में e-EPIC कार्ड अभी क्यों शुरू हो रहा?
बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव हैं। 1 अगस्त को वोटर लिस्ट का जो ड्राफ्ट जारी किया गया है, उसके अनुसार बिहार में 7.24 करोड़ मतदाता हैं।
चुनाव आयोग का कहना है कि इस नए वोटर कार्ड से मतदान केंद्रों पर सत्यापन करना आसान होगा। फर्जी वोटिंग नहीं हो पाएगी, जिससे चुनाव में पारदर्शिता बरकरार रहेगी और मतदाता सूची में गड़बड़ी की गुंजाइश ना के बराबर होगी।
मतदाताओं को कैसे मिलेगा नया वोटर कार्ड?
चुनाव आयोग की योजना के अनुसार,
- नए मतदाता (जिन्होंने रजिस्टर नंबर से फॉर्म-6 भरा है) पहले अपना डिजिटल वोटर कार्ड (e-EPIC) डाउनलोड कर सकेंगे।
- पुराने अथवा मौजूदा मतदाता अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर की पुष्टि करके अपना डिजिटल वोटर कार्ड डाउनलोड कर पाएंगे।
- इसके बाद फिजिकल वोटर कार्ड भी घर पहुंच जाएंगे।
- चुनाव आयोग ने आवेदन के 15 दिन के भीतर कार्ड घर पहुंचाने का वादा किया है, वो भी SMS/NVSP पोर्टल के ज़रिए रियल-टाइम ट्रैकिंग के साथ।
टेक-इनेबल्ड वोटर कार्ड की जरूरत क्यों?
- मतदाताओं को वोटर कार्ड मिलने में देरी नहीं होगी।
- वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़े की आशंका खत्म होगी।
- चुनाव को डिजिटल इंडिया पहल के अनुरूप लाना।
- फिजिकल कार्ड भूल जाने पर भी डिजिटल कार्ड से वोट डालना मान्य होगा।
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