Bihar Elections: प्रशांत किशोर का भाजपा पर बड़ा आरोप, इनके दबाव में तीन प्रत्याशियों ने वापस लिया नाम
जन सुराज पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि इन दोनों नेताओं के दबाव में तीन उम्मीदवारों ने बिहार चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया। किशोर ने उम्मीदवारों पर दबाव डालने की बात भी कही और इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।

प्रेस कांफ्रेंस में तस्वीर दिखाते प्रशांत किशोर। जागरण
राज्य ब्यूरा, पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत भाजपा नेताओं के दबाव और धमकी के कारण जन सुराज पार्टी के तीन प्रत्याशियों ने नाम वापस लिया है। यह आरोप जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने लगाया है। राजधानी के शेखपुरा हाउस में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने भाजपा पर हमला बोला। इस क्रम में प्रत्याशी के साथ केंद्रीय मंत्री की तस्वीर भी दिखाई। उन्होंने कहा कि भाजपा डर से ऐसा कर रही। पीके ने कहा कि दानापुर, गोपालगंज और ब्रह्मपुर के प्रत्याशियों ने डर के कारण नाम वापस ले लिया, लेकिन 240 प्रत्याशी डटे हुए हैं।भाजपा को हराएंगे, किसी से डरने वाले नहीं हैं, चाहे कितनी भी धमकी दे दें। भाजपा के दांत खट्टे कर देंगे।
पीके ने यह भी कहा कि जन सुराज को अभी तक वोटकटवा पार्टी बोलने वाली भाजपा को अब सबसे ज़्यादा डर जन सुराज से ही लग रहा है। उन्होंने कहा कि दानापुर के प्रत्याशी अखिलेश कुमार उर्फ़ मुटूर शाह ने प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती जी के हाथ से सिंबल लिया लेकिन नामांकन करने नहीं पहुंचे। भाजपा वाले बताते रहे कि राजद के गुंडों ने उन्हें बंधक बना लिया है। लेकिन वे भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ थे। हम चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे।
पीके ने धर्मेंद्र प्रधान के साथ बक्सर के ब्रह्मपुर प्रत्याशी डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी की तस्वीर जारी की। कहा कि सत्य प्रकाश तिवारी बड़े डॉक्टर हैं। पटना में बड़ा अस्पताल चलाते हैं। प्रत्याशी बनने के बाद तीन दिन तक इन्होंने प्रचार किया। कल सुबह अचानक इन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ली है। इनकी तस्वीर इनके घर पर धर्मेंद्र प्रधान के साथ है। इसी तरह गोपालगंज के बहुत बड़े डॉक्टर और हमारे उम्मीदवार डॉ शशि शेखर सिन्हा का भी मामला है। चुनाव प्रचार के क्रम में ही स्थानीय भाजपा नेता ने उनके पास पहुंचकर दबाव डाला। यह बात डा. सिन्हा ने कॉल कर उन्हें बताया भी। इसके दो घंटे बाद उन्होंने नाम वापस ले लिया।
प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी जानकारी में यह बात है कि जन सुराज के 14 उम्मीदवारों को कई तरह की धमकी दी गई, डराया गया है। कुम्हरार से हमारे प्रत्याशी प्रो. केसी सिन्हा पर भी बहुत दबाव दिया गया है। इसी तरह वाल्मीकिनगर के प्रत्याशी पर स्थानीय प्रशासन दबाव डाल रहा है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। वे चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
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