Bihar Elections: गया में एनडीए प्रत्याशी हम विधायक पर जानलेवा हमला, बाल-बाल बची जान
गया जिले के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी डॉ. अनिल कुमार पर हमला हुआ, जिसमें वे और उनके भाई घायल हो गए। घटना में कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए और समर्थकों से लूटपाट की भी खबर है। निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सुरक्षित निकाला।

विधायक के काफिले पर हमला करते ग्रामीण। जागरण
संवाद सहयोगी, टिकारी (गया)। टिकारी विधानसभा के एनडीए प्रत्याशी व विधायक अनिल कुमार पर जनसंपर्क के दौरान बुधवार की शाम दिघौरा में जानलेवा हमला हो गया। इस क्रम में रोड़ेबाजी और फायरिंग की। घटना में विधायक व उनके छोटे भाई मुन्ना कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गए। अंगरक्षकों व समर्थकों की तत्परता से अनिल कुमार सहित सभी की जान बची। अंगरक्षकों द्वारा आत्मरक्षार्थ छह-सात राउंड हवाई फायरिंग की है।घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई कर नौ लोग लिया हिरासत में लिया है।
जानकारी के अनुसार घटना में एनडीए प्रत्याशी सह हम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. अनिल कुमार, भाजपा नेता प्रमोद चंद्रवंशी, भाई मुन्ना शर्मा, सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक डा. श्याम किशोर सहित कई लोग घायल है। वहीं, घटना में आधा दर्जन वाहन को ग्रामीणों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। कई समर्थकों का मोबाइल छीन लिया गया।
घटना के संबंध में डा. अनिल कुमार ने बताया कि बुधवार की शाम जनसंपर्क के लिए मलसारी गांव जाने के क्रम में दिघौरा में 10-15 की संख्या में रहे युवकों ने अचानक रास्ता रोक दिया। गाड़ी से उतारने का प्रयास करने लगे। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ जुट गए। वाहन पर ईंट पत्थर से हमला बोल दिया। अनिल कुमार के अंगरक्षकों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाल दूसरी गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया तो हमलावरों ने गोली चला दी। इसके बाद अंगरक्षक ने हवाई फायरिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इस क्रम में हमलावरों ने विधायक के समर्थकों के साथ मारपीट करते हुए लगभग आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। कई समर्थकों का मोबाइल व गले से चेन छीन लिया। घटना की सूचना पर पहुंचे डीएम, एसएसपी, एसडीएम, डीएसपी सहित कई थाना की पुलिस व सीआरपीएफ के जवान गांव में कैम्प कर रहे है। घटना के बाद विधायक सहित अन्य जख्मी को अनुमंडलीय अस्पताल लाकर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
विधायक ने कहा कि जान मारने के इरादे से फायरिंग की गई। इसमें जनता के आशीर्वाद से बाल बाल बच गया। ऐसी घटना पहली बार घटी है। यह घटना विपक्षियों द्वारा कराया गया है व हार से बौखला कर किया गया है। उनके भाई ने कहा कि साजिश के तहत गांव बुलाकर हमला बोला गया है। एक अंगरक्षक द्वारा विधायक जी को किसी तरह जान बचाकर भीड़ से निकाला गया। अपराधियों द्वारा विधायक के साथ साथ मुझ पर भी जानलेवा हमला किया गया। मुझे कई जगह चोट लगी है।
विधायक के काफिला पर हमला के बाद बड़ी संख्या में समर्थक विधायक का हाल जानने पहुंचे। केहोड़ा मोड़ पर पर मौजूद विधायक से समर्थक मिले। विधायक ने समर्थकों को समझाया और वापस भेजा। विधायक ने समर्थकों से कहा कि पुलिस - प्रशासन अपना काम करेगी। आक्रोशित होने की जरूरत नहीं है। टिकारी इलाके में घटना की घोर निंदा की है। लोगों ने कहा की उम्मीदवार का काम वोट मांगना है। सलीके से विरोध भी जायज़ है लेकिन इस तरह से हमला कतई बदाश्त लायक नहीं है। इधर, घटना की सूचना पर डीएम शशांक शुभंकर, एसएसपी आनंद कुमार अनुमंडल अस्पताल पहुंचे। विधायक सहित अन्य घायलों का हाल जाना।

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