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    सात ब्राह्मण, दो भूमिहार, दो राजपूत, चार कुशवाहा...मिथिलांचल में एनडीए ने इस तरह साधा समीकरण

    By Braj Mohan Mishra Edited By: Ajit kumar
    Updated: Thu, 16 Oct 2025 05:08 PM (IST)

    Bihar Assembly Election 2025: मिथिलांचल की 30 सीटों पर एनडीए ने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत और कुशवाहा शामिल हैं। दरभंगा में सबसे ज्यादा ब्राह्मण उम्मीदवार हैं। मधुबनी और दरभंगा में कोई यादव उम्मीदवार नहीं है, जबकि समस्तीपुर में एक यादव उम्मीदवार है। एनडीए ने सवर्णों को 35% टिकट दिए हैं। भाजपा और जदयू ने जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर उम्मीदवारों का चयन किया है।

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    ब्रज मोहन मिश्र, मधुबनी।NDA candidate list for Bihar election 2025 / Bihar Chunav 2025,  NDA candidate list:  लंबी खींचतान के बाद अब लगभग सीटों पर उम्मीदवार तय हो चुके हैं। खासकर एनडीए की ओर से। भाजपा ने तीन सूची जारी करके सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए।

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    महागठबंधन में संशय

    वहीं जदयू ने भी तीन की सूची जारी की और अपने उम्मीदवारों के नाम साफ कर दिये। कइयों को नाम की घोषणा से पहले ही सिंबल दे दिया गया था। हालांकि कांग्रेस और राजद के उम्मीदवारों को लेकर मिथिला की कई सीटों पर अब भी संशय के बदल छाए हुए हैं।

    लगभग पुराना पैटर्न

    अलीनगर और दरभंगा ग्रामीण को छोड़कर मिथिला में एनडीए की सोशल इंजीनियरिंग लगभग पुराने पैटर्न पर ही दिख रही है। अलीनगर में पिछली बार एनडीए से यादव उम्मीदवार था। जहां इस बार मैथिली ठाकुर के तौर पर ब्राह्मण चेहरा को उतारा गया है।

    धानुक उम्मीदवार

    वहीं दरभंगा ग्रामीण से एनडीए ने 2015 और 2020 में मुस्लिम उम्मीदवार दिया था। मगर दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था। राजद के ललित यादव के सामने नहीं टिक सके थे। इस बार एनडीए ने इस सीट से मुस्लिम चेहरा न उतारकर ईश्वर मंडल के तौर पर धानुक उम्मीदवार दिया है।

    कोई मुस्लिम नहीं

    मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर की 30 सीटों में एनडीए की ओर से कोई मुस्लिम नहीं है। 35 प्रतिशत सीटों पर सवर्णों को मौका मिला है। जिसमें 7 ब्राह्मण, 2 राजपूत और दो भूमिहार हैं।

    दरभंगा में सबसे ज्यादा चार ब्राह्मण

    मधुबनी की पांचों सीट पर भाजपा ने पिछली बार की तरह ही जातीय समीकरण रखा है। बेनीपट्टी से ब्राह्मण, झंझारपुर से ब्राह्मण, खजौली से वैश्य (सूड़ी), बिस्फी से भूमिहार और राजनगर सुरक्षित से पासवान। 2020 के चुनाव में भी यही जातीय समीकरण था।

    बाबूबरही से क्योट

    मगर एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने मधुबनी की सीट पर पारंगत ट्रेंड से हटकर भूमिहार उम्मीदवार दिया है। पिछली बार इस सीट से एनडीए के सहयोगी रहे वीआईपी ने वैश्य (सूड़ी) को लड़ाया था। जदयू ने फुलपरास से धानुक, लौकहा से हलवाई, हरलाखी से कुशवाहा और बाबूबरही से क्योट उम्मीदवार को फिर से उतारा है।

    दरभंगा और हायाघाट से वैश्य

    दरभंगा में भी एनडीएन ने केवटी, जाले, बेनीपुर और अलीनगर से ब्राह्मण चेहरा दिया है। जबकि दरभंगा और हायाघाट से वैश्य को। बहादुरपुर से मल्लाह, गौरा बौराम से राजपूत को मौका दिया है। वहीं समस्तीपुर में जदयू की सोशल इंजीनियरिंग परंपरागत पैटर्न पर ही है।

    रोसड़ा से पासवान

    समस्तीपुर से कुशवाहा, विभूतिपुर ने कुशवाहा, सरायरंजन से ब्राह्मण, वारिसनगर से कुर्मी, कल्याणपुर से पासवान, हसनपुर से यादव, मोरवा से निषाद, मोहिउद्दीननगर से राजपूत, रोसड़ा से पासवान समाज के उम्मीदवार को टिकट मिला है। पिछले चुनाव में भी यही जातीय समीकरण था।

    उजियारपुर से कुशवाहा

    एनडीए में उजियारपुर सीट से जातीय समीकरण में बदलाव हुआ है पिछली बार उजियारपुर से भाजपा ने यादव उम्मीदवार को उतरा था जबकि इस बार यह सीट राष्ट्रीय लोक मोर्चा को गई है और वहां से कुशवाहा उमीदवार को मौका मिला है।