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    Bihar Chunav 2025: बिखराव के बीच उम्मीद की किरण बने गहलोत, महागठबंधन को जोड़ने की कोशिश

    By SUNIL RAAJEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Wed, 22 Oct 2025 08:27 PM (IST)

    बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मची खींचतान के बीच, कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने मोर्चा संभाला है। उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात कर गठबंधन को एकजुट रखने की कोशिश की। गहलोत ने कहा कि कुछ सीटों पर दोस्ताना मुकाबला हो सकता है, लेकिन महागठबंधन एकजुट है और उनका लक्ष्य एनडीए को सत्ता से बाहर करना है। गुरुवार को महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होने की संभावना है।

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    लालू प्रसाद, राबड़ी देवी व तेजस्‍वी यादव के साथ अशोक गहलोत। जागरण

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सीट बंटवारे के साथ दोस्ताना संघर्ष को लेकर महागठबंधन में बढ़ी दरारों को पाटने की कोशिशें तेज हो गई हैं। पहल कांग्रेस की ओर से की गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने राजद-कांग्रेस के रिश्तों में आई दूरी को कम करने का जिम्मा राजस्थान के मुख्यमंत्री और बिहार विधानसभा चुनाव पर्यवेक्षक अशोक गहलोत को सौंपा है। आलाकमान के निर्देश पर गहलोत बुधवार को पटना पहुंचे।

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    आठ-दस सीटों पर दोस्‍ताना संघर्ष सामान्‍य बात 

    पटना आते ही उन्होंने सबसे पहले राजद प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी याद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से उनके आवास 10 सर्कुलर रोड पर मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा आठ-दस सीटों पर दोस्ताना संघर्ष संभावित है, ऐसा हर प्रदेश में हर चुनाव में होता है परंतु यह सामान्य बात है। महागठबंधन एकजुट है इसमें कोई विवाद नहीं है। हमारा लक्ष्य एनडीए को सत्ता से बाहर करना है। उन्होंने एक प्रश्न पर कहा कि जिन भी बिंदुओं को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं उनका निराकरण होगा। गुरुवार को एनडीए की साझा प्रेस कांफ्रेंस होगी उसमें सारी बातें साफ कर दी जाएंगी।

    बोले, गठबंधन की एकजुटता का संदेश जनता में जाए


    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लालू-तेजस्वी से मुलाकात के दौरान गहलोत ने दोनों नेताओं के साथ सीट बंटवारे को लेकर उपजे विवाद, प्रचार की रणनीति और साझा घोषणा पत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि बातचीत के दौरान कांग्रेस ने राजद से आग्रह किया कि गठबंधन की एकजुटता का संदेश जनता के बीच जाना चाहिए, ताकि विपक्षी दलों को इसका लाभ न मिल सके। गहलोत ने यह भी संकेत दिया कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व नहीं चाहता कि मतदाता गठबंधन के भीतर की खींचतान से भ्रमित हों। राजद-कांग्रेस के बड़े नेताओं की मुलाकात के बाद स्थिति कुछ हद तक सामान्य होती दिख रही है। गुरुवार को पटना में महागठबंधन की साझा प्रेस कांफ्रेंस की तैयारी चल रही है। जिसमें कांग्रेस, राजद और वाम दलों के शीर्ष नेता एक मंच पर आ सकते हैं। इस दौरान सीटों को लेकर हुए विवाद के समाधान और साझा एजेंडे की घोषणा की संभावना है।

    वेणुगोपाल ने तेजस्वी से की बात, दोहराई एकजुटता की बात

    महागठबंधन के दलों में आई दूरियां समाप्त करने की कोशिशें अचानक जोर पकड़ रही है। एक ओर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने लालू-तेजस्वी से मुलाकात कर स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश की है तो दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने भी तेजस्वी यादव से फोन पर बातचीत की है। दोनों नेताओं की बातचीत की ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई परंतु चर्चा है कि कांग्रेस महागठबंधन की एकता के लिए कोर-कसर में कोई कमी नहीं होना देना चाहती है।