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Chapra Assembly Election 2020: छपरा विधानसभा सीट पर वर्तमान व पूर्व विधायक में कांटे की टक्‍कर, भाजपा के लिए चुनौती बनीं बागी प्रत्‍याशी, 53 फीसद हुआ मतदान

Chapra Election News 2020 छपरा विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा और राजद के बीच कांटे की लड़ाई के आसार हैं। इस बीच भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्‍याशी के रूप में मैदान में उतरीं डाॅ विजयारानी राजग के लिए चुनौती बन सकती हैं।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 04:06 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 08:55 PM (IST)
Chapra Assembly Election 2020: छपरा विधानसभा सीट पर वर्तमान व पूर्व विधायक में कांटे की टक्‍कर, भाजपा के लिए चुनौती बनीं बागी प्रत्‍याशी, 53 फीसद हुआ मतदान
रणधीर कुमार सिंह और सीएन गुप्ता। जागरण आर्काइव।

जेएनएन, सारण। छपरा विधानसभा सारण लोकसभा की महत्‍वपूर्ण सीट है। यह सारण का प्रमंडलीय मुख्यालय भी है। 1952 में कांग्रेस के प्रभुनाथ सिंह यहां के पहले विधायक बने थे। जनक यादव यहां से चार बार जबकि उदित राय तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। वर्ष 2015 में भाजपा के डॉ. सीएन गुप्ता ने राजद के रणधीर सिंह को पराजित किया। इस बार भी भाजपा ने डॉ. सीएन गुप्ता को एवं राजद ने महाराजगंज के पूर्व सांसद रणधीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा से बगावत कर डाॅ. विजयारानी निर्दलीय प्रत्‍याशी बन गई हैं। ऐसे में भाजपा के लिए वोटों का बिखराव रोकना बड़ी चुनौती होगी। यहां कुल 16 प्रत्‍याशी भाग्‍य आजमाने उतरे हैं। मंगलवार को यहां 53 फीसद मतदान हुआ।

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छपरा विधानसभा के प्रमुख प्रत्याशी :

1.डॉ. सीएन गुप्ता - भाजपा

2. रणधीर कुमार सिंह - राजद

3. सुनील राय - निर्दलीय

4. डॉ. विजया रानी - निर्दलीय

प्रमुख मुद्दे :

1. जाम : शहर में प्रतिदिन भीषण जाम लगता है। शहर के चौक-चौराहों समेत सभी सड़कों पर सुबह से शाम तक जाम की समस्या बनी रहती है। यातायात व्यवस्था को ठीक करने की कोई योजना यहां नहीं है। शहर से गुजर रही एनएचडोरीगंज और श्यामचक में पूरी तरह जर्जर है। वैसे शहर में डबल डेकर का निर्माण हो रहा है।

2. जलजमाव : शहर में जलजमाव व गंदगी की समस्‍या है। कोई भी मोहल्ला ऐसा नहीं जहां नाले का पानी सड़कों पर नहीं बहता है। यहां के प्रभुनाथ नगर, शक्तिनगर एवं उमानगर मोहल्ले के लोग तो एक साल से नाले के पानी के बीच से गुजरने को मजूबर है।  नाला का निर्माण ही नहीं कराया गया है।

3. स्वास्थ्य व शिक्षा:  प्रमंडलीय मुख्यालय होने के बाद भी यहां बेहतर चिकित्सा सेवा का अभाव है। यहां सरकारी व निजी किसी प्रकार कोई भी बड़ा अस्पताल नहीं है। जेपी विश्वविद्यालय होने के बाद भी उसमें रोजगापरक शिक्षा नहीं है। विवि में परंपरागत कोर्स में ही दाखिला होता है।

विधानसभा चुनाव के परिणाम

वर्ष                    जीते                             हारे

2010 - जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, भाजपा    - डॉ. प्रमेंद्र रंजन सिंह, राजद

2014 (उपचुनाव) रंधीर कुमार सिंह राजद - डॉ. सीएन गुप्ता, निर्दलीय

2015 - डॉ. सीएन गुप्ता, भाजपा -            रंधीर कुमार सिंह, राजद


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