Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Chunav 2025: भाजपा के गढ़ में विकास के साथ अधूरी उम्मीदें, सड़कों का जाल, फिर भी उद्योग और सिंचाई की राह अधूरी

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 03:57 PM (IST)

    परिहार विधानसभा सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है। बीते पांच वर्षों में सड़कों और पुलों का निर्माण हुआ लेकिन सिंचाई और उद्योग के क्षेत्र में विकास कम हुआ है। जलजमाव पेयजल संकट और युवाओं का पलायन बड़ी समस्याएं हैं। विधायक विकास का दावा करती हैं जबकि विपक्ष ठोस विकास की कमी का आरोप लगाता है।

    Hero Image
    पुल-पुलियों और सड़कों का बिछा जाल, पेयजल संकट से हाल बेहाल

    संजय कुमार सिंह,परिहार (सीतामढ़ी)। परिहार विधानसभा में परिहार के सभी 27 पंचायत एवं सोनबरसा प्रखंड के 11 पंचायत शामिल हैं। परिहार विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई। 2010 से लेकर अब तक हुए तीनों विधानसभा चुनावों में भाजपा ने लगातार जीत हासिल की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    2010 में भाजपा के रामनरेश यादव ने राजद के डॉ. रामचंद्र पूर्वे को हरा कर इस सीट पर कब्जा जमाया था। उसके बाद 2015 में इस सीट से उनकी पत्नी गायत्री देवी ने जीत दर्ज की। उन्होंने राजद के डॉ.रामचंद्र पूर्वे को हराया था।

    परिहार विधानसभा सीट पर पिछली बार 2020 में हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी गायत्री देवी को जीत मिली थी. उन्होंने राजद प्रत्याशी रितु जायसवाल को शिकस्त देकर इस सीट पर कब्जा बरकरार रखा। अभी भाजपा की गायत्री देवी यहां से विधायक हैं।

    बीते पांच वर्षों में परिहार विधानसभा क्षेत्र में विकास के कई कार्य हुए। हर तरफ सड़कों का जाल बिछा। बड़ी संख्या में पुल-पुलिया का निर्माण हुआ। विधायक निधि से बीते 5 वर्षों में कई सड़कों का निर्माण हुआ। छोटे टोला एवं कस्बों तक सड़क निर्माण होने के कारण आवागमन सुगम हुआ।

    बसतपुर एवं सिंहवाहिनी में करोड़ों की लागत से आरसीसी पुल का निर्माण हुआ। प्रखंड मुख्यालय में गर्ल्स हास्टल का निर्माण कराया गया। लहुरिया में कल्याण छात्रावास का निर्माण हुआ। सड़कों एवं पुलों का निर्माण होने से कनेक्टिविटी बढ़ी।

    विकास कार्यों के अलावा क्षेत्र के लोगों को और भी काफी उम्मीदें थी, जो पूरी नहीं हो सकी। बावजूद क्षेत्र में आज तक एक भी उद्योग नहीं लग सका। सड़कों का जाल तो है पर अधिकांश सड़कें जल जमाव से जूझ रही हैं। कहीं नाला बनाया ही नहीं गया तो कहीं नाला बना भी तो वह पूरी तरह बेकार साबित हो रहा है।

    सिंचाई सुविधा का यहां घोर अभाव है। राजवाड़ा एवं कचहरीपुर में स्लुईस गेट का निर्माण तथा चिलरा में एक स्लुईस गेट को अपग्रेड कराया गया, लेकिन इतने बड़े क्षेत्रफल में यह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।

    मरहा एवं हरदी नदी के पानी का प्रबंधन नहीं होने से जलस्तर में हल्की वृद्धि होते ही सड़कों पर पानी का बहाव होने लगता है। इस क्षेत्र में आईटीआई एवं पालिटेक्निक कालेज भी नहीं खुल पाया है। इस वर्ष भू जलस्तर खिसकने से कई गांवों के लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। इस क्षेत्र में उद्योग-धंधे नही होने से युवाओं का पलायन एक बड़ी समस्या है।

    परिहार विधानसभा

    2020 विधानसभा चुनाव मतदाता आंकड़े

    श्रेणी संख्या
    कुल मतदाता 268167
    पुरुष 140316
    महिला 127837
    थर्ड जेंडर 14

    बीते पांच वर्षों में बड़ी संख्या में सड़कों का निर्माण कराया गया। करोड़ों की लागत से कई बड़े पुलों एवं पुलिया का निर्माण कराया गया। इतना ही नहीं दर्जनों सड़कें एवं पुल स्वीकृत हैं। जिनकी लागत भी करोड़ों में है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य हुए हैं। भवनों का निर्माण कराया गया है एवं स्कूलों को अपग्रेड किया गया है। क्षेत्र में एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए शिद्दत से प्रयास किया जा रहा है। - गायत्री देवी, विधायक (भाजपा)

    बीते दस वर्षों में क्षेत्र में कोई ठोस विकास नहीं हुआ है। गिरते जल स्तर पर कोई रोड मैप निर्माण नहीं किए गए, जिससे आम जनता त्राहिमाम की स्थिति में है। वर्तमान जल संकट के लिए सीधे तौर पर स्थानीय विधायक जिम्मेदार हैं। क्षेत्र की जल समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया, न ही सिंचाई, पेयजल या जल संरक्षण के लिए कोई पहल की गई। क्षेत्र में कोई तकनीकी, व्यावसायिक और शैक्षणिक संस्थान स्थापित नहीं किए गए, जिससे युवाओं का पलायन चरम पर है। परिहार विधानसभा में विकास कार्यों की कमी, जल संकट और रोजगार की समस्या जनता के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है। - रितु जायसवाल, पूर्व प्रत्याशी व निकटतम प्रतिद्वंद्वी (राजद)

    प्रखंड एवं अंचल में भ्रष्टाचार चरम पर है। हर तरफ अफसरशाही हावी है। जिसके कारण आम जनता काफी त्रस्त है। लोगों को जाति, आवासीय, आय, दाखिल खारिज, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य कार्यों में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। विधायक इस पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। - रेजाउल्लाह रेज़ा, एकडंडी

    बीते पांच वर्षों में विधायक की ओर से गांव में कोई कार्य नहीं कराया गया। परवाहा लालबंदी मुख्य पथ में मुजौलिया वार्ड नंबर 12 में वर्षों से जलजमाव की स्थिति रहती है। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बिजली की स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण नल जल योजना ठप रहती है। फिर पानी के लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ता है। अब तक एक चापाकल भी नहीं लगवाया गया है।- दामोदर राउत, मुजौलिया

    गली गली एवं गांव-गांव तक सड़कों का निर्माण हुआ। जहां उम्मीद नहीं थी उन जगहों पर भी सड़क एवं पुल का निर्माण कराया गया। इससे आवागमन सुलभ हुआ है। गांव गांव तक बिजली पहुंची। जिससे लोगों में खुशहाली आई है। गांव में सड़कों का निर्माण होने से आवागमन सुलभ हुआ है।- प्रभु प्रसाद सिंह, बाया

    बीते पांच वर्षों में सराहनीय कार्य किया है। एक भी गांव या मोहल्ला ऐसा नहीं जहां काम नहीं हुआ हो। इतना ही नहीं विधायक जी हमेशा लोगों के सुख-दुख में साथ खड़ी रहती हैं। उन्होंने आज तक गरीबी अमीरी या ऊंच नीच जैसा कोई भेद नहीं किया। - शशि भूषण प्रसाद यादव, बेला खाप