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    Bihar Election 2025: कांग्रेस को तीन बार मुख्यमंत्री देने वाली सीट पर कैसे भाजपा ने खिला लिया कमल?

    By Shailendra Nath Jha Edited By: Ajit kumar
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 06:28 PM (IST)

    Bihar Election 2025: झंझारपुर विधानसभा, जो मधुबनी जिले में स्थित है, बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यहाँ से तीन मुख्यमंत्री चुने गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र ने यहाँ पाँच बार प्रतिनिधित्व किया। उनके पुत्र नीतीश मिश्रा भी यहाँ से विधायक रहे हैं। यह क्षेत्र अपनी मैथिली संस्कृति, मखाना उत्पादन और मिथिला हाट के लिए प्रसिद्ध है। बाढ़ नियंत्रण यहाँ एक बड़ी चुनौती रही है।

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    संवाद सहयोगी, झंझारपुर (मधुबनी)। Bihar Assembly Election 2025: विधानसभा संयुक्त बिहार से लेकर वर्तमान बिहार राज्य में किसी के परिचय का मूंहताज नहीं है।

    तीन तीन बार बिहार को मुख्यमंत्री देनेवाला यह विधानसभा मधुबनी जिला में स्थित है। इस विधानसभा का सृजन वर्ष 1951 में हुआ तब से यह सीट सामान्य वर्ग के लिए ही आरक्षित है।

    पहले इस विधानसभा का कार्यक्षेत्र झंझारपुर प्रखंड का 17 पंचायत, अंधराठाढी का 18 पंचायत और नगर पंचायत झंझारपुर हुआ करता था। परिसीमन के बाद अब इसका क्षेत्र झंझारपुर पूरा प्रखंड, नगर परिषद झंझारपुर, लखनौर पूरा प्रखंड एवं मधेपुर का छह पंचायत है।

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    इसकी सीमायें पश्चिम और दक्षिण में दरभंगा की सीमा से जूड़ता है। झंझारपुर की चर्चा जब राजनीतिक रूप से की जाती है तो बरबस मिश्र परिवार की चर्चा हो ही जाती है।

    पूर्व मुख्यमंत्री डा. जगन्नाथ मिश्र ने झंझारपुर विधानसभा का नेतृत्व 1972 से 1990 तक पांच बार किया। उनकी राजनीतिक विरासत को उनके छोटै पुत्र नीतीश मिश्रा अब आगे बढा रहे हैं।

    वे 2005, 2010 तथा 2020 में यहां से जीत दर्ज की। उन्होंने जनता दल (यू) के टिकट पर दो बार चुनाव जीता, लेकिन 2015 में पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और केवल 834 मतों से हार गए।

    उन्हें राजद के गुलाब यादव ने हराया था। 2020 में वे बीजेपी प्रत्याशी के रूप में 41,788 वोटों के बड़े अंतर से विजयी हुए। 2020 में यहां विपक्षी की ओर से सीपीआई ने रामनारायण यादव को उतारा था।

    यह क्षेत्र अपनी समृद्ध मैथिली संस्कृति और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। वर्तमान में यहां मिथिला हाट पूरे राज्य में प्रसिद्धि पा रहा है। रैयाम का सिक्की कला भी प्रसिद्ध है।

    मखाना का कारोवार भी यहां परवान चढ रहा है। सड़कें अच्छी है, मेडिकल कालेज लगभग तैयार होने की स्थिति में है। समस्या है तो सिर्फ जल निकासी की।

    झंझारपुर बिहार के उत्तरी मैदानी भागों में स्थित है, जिसे कमला बलान नदी और उसकी सहायक नदियां पोषित करती हैं। पहले बाढ का प्रकोप यहां ज्यादा होता था लेकिन कुछ पांच छह वर्षाें से इस स्थिति में सुधार हुआ है। तटबंध मजबूत किया गया है।
    तटब्ंध पर चिकनी सड़कें हैं। 1951 से अब तक झंझारपुर में 17 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. कांग्रेस ने यहां नौ बार जीत हासिल की है, जदयू ने तीन बार, राजद ने दो बार, जबकि संयुक्त समाजवादी पार्टी, जनता पार्टी और बीजेपी ने एक-एक बार जीत दर्ज की है। इस विधानसभा में तस्वीर अब तक एकदम साफ नहीं है कि आखिर महागठबंधन से कौन उम्मीदवार होंगे।

    अभी तक यह रही स्थिति

    • 1952 कपिलेश्वर शास्त्री कांग्रेस
    • 1957 देवचन्द्र झा कांग्रेस
    • 1962 हरिश्चन्द्र झा कांग्रेस
    • 1967 हरिनाथ मिश्रा कांग्रेस
    • 1969 रामफल चौधरी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी
    • 1972-1990 जगन्नाथ मिश्रा कांग्रेस
    • 1995 रामअवतार चौधरी जनता दल
    • 2000 जगदीश नारायण चौधरी राजद
    • 2005 नीतीश मिश्रा जनता दल यू
    • 2010 नीतीश मिश्रा जनता दल यू
    • 2015 गुलाब यादव राजद
    • 2020 नीतीश मिश्रा भाजपा

    झंझारपुर विधानसभा

    • कुल बूथ : 392
    • कुल मतदाता : 311081
    • पुरूष मतदाता : 168658
    • महिला मतदाता : 151750
    • थर्ड जेंडर मतदाता : 05
    • क्रीटीकल बूथ : 23