Bihar Assembly Election 2025: विशेष गहन पुनरीक्षण में बिना ठोस कारण के आवेदनों को अस्वीकृत करने पर होगी कार्रवाई
मुजफ्फरपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान डीएम सुब्रत कुमार सेन ने आवेदनों को बिना ठोस कारण अस्वीकृत करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। अब तक 95 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें नाम जोड़ने संशोधन और हटाने के आवेदन शामिल हैं। सत्यापन प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जा रही है और 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के तहत दावा-आपत्ति अवधि में प्राप्त आवेदनों को बिना ठोस कारण के अस्वीकृत करने पर संबंधित पदाधिकारी व कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बहुत ही पारदर्शिता के साथ आवेदनों का सत्यापन करते हुए इसका निष्पादन करने को कहा है ताकि आयोग के दिशा निर्देश का शत-प्रतिशत अनुपालन किया जा सके। मतदाताओं की ओर से ऐसी शिकायत नहीं मिलनी चाहिए अन्यथा इसकी दोबारा जांच कराई जाएगी।
अगर इस दौरान लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी। विदित हो कि दावा-आपत्ति अवधि में विभिन्न प्रारूप में मतदाताओं से फार्म प्राप्त कर इसका सत्यापन करते हुए निष्पादन किया जा रहा है। अब तक करीब 95 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इसमें 62 हजार के करीब नए नाम जोड़ने, संशोधन के 22 हजार और नाम विलोपन के लिए 11 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। 25 तक इन सभी आवेदनों का निष्पादन किया जाना है। 30 सितंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा।
बताया गया कि मतदाताओं के सत्यापन को लेकर कई स्तरों पर मानीटरिंग की जा रही है। अगर किसी मतदाता के पास निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित किए गए 11 प्रमाणपत्रों में से एक भी नहीं है तो पंचायत और वार्ड में जाकर उनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
इसके अलावा उनके पिता और दादा के नाम से भी सत्यापन हो रहा है। देखा जा रहा है कि वर्ष 2003 और इसके बाद की मतदाता सूची में इन लोगों के नाम हैं या नहीं। इसी प्रकार महादलित टोलों में विकास मित्रों के रजिस्टर से मतदाताओं के नाम और पता का सत्यापन किया जा रहा है।
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