Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Barharia Election 2020: बड़हरिया में जदयू के श्‍याम बहादुर के लिए आसान नहीं हैट्रिक की राह, 52 फीसद हुआ मतदान

    By Shubh NpathakEdited By:
    Updated: Tue, 03 Nov 2020 08:46 PM (IST)

    Barharia Election News 2020 सिवान जिले के अंतर्गत बड़हरिया में जदयू के श्‍याम बहादुर लगातार कई चुनावों से जीत हासिल करते रहे हैं। राजद ने इनके खिलाफ ब ...और पढ़ें

    Hero Image
    बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र से जदयू, राजद, लोजपा और रालोसपा के प्रत्‍याशी की तस्‍वीर ।

    जेएनएन, सिवान। बड़हरिया का नेतृत्व करने वाले विधायक श्याम बहादुर को इस बार राजद प्रत्याशी के साथ निर्दलीय से भी कड़ी टक्कर मिल रही है। ऐसे में उनकी हैट्रिक जीत की राह आसान नहीं दिख रही। मंगलवार को इस विधानसभा में 52 फीसद मतदान हुआ। यहां कमोबेश सभी जाति के वोटर प्रबल हैं, लेकिन मुख्य रूप से अवधिया, कोइरी, कुर्मी और मुस्लिम वोटरों की संख्या ज्यादा है। इस बार यहां से निर्दलीय के रूप में कई मुस्लिम प्रत्याशी चुनावी दंगल में हैं, जिनमें मो. अशरफ, मो. तौसीफ, रिजवान अहमद व अन्य शामिल हैं। वहीं लोजपा का दामन छोड़कर राजद की सदस्यता लेने वाले बच्चा पांडेय राजद से यहां प्रत्याशी हैं। ऐसे में यहां दिलचस्प मुकाबला है। यहां इस बार कुल 14 प्रत्‍याशी मैदान में हैं। 1952 में हुए पहले चुनाव में यहां कांग्रेस के सघिरुल एच. विजयी रहे थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रमुख प्रत्याशी
    श्याम बहादुर सिंह (जदयू)
    बच्चा पांडेय (राजद)
    वंदना कुशवाहा (रालोसपा)
    बीर बहादुर सिंह (लोजपा)

    प्रमुख मुद्दे
    मुद्दा 1. शुगर मिल : बड़हरिया विधानसभा के पचरुखी में चीनी मिल थी, लेकिन उसकी जमीन औने-पौने दाम पर बेच दी गयी है। कल पूर्जाें को कबाड़ के भाव में बेच दिया गया।
    मुद्दा 2. शौचालय : बड़हरिया बाजार समेत अन्य प्रमुख बाजारों में शौचालय न होने से लोगों को खासकर बाजार आने वाली महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
    मुद्दा 3. जाम की समस्या :  बड़हरिया सबसे ज्यादा पंचायत वाला प्रखंड है। यहां प्रतिदिन लोगों का आना -जाना होता है। इस कारण यहां जाम की समस्या बनी रहती है।
    मुद्दा 4. स्टेडियम : 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्टेडियम का शिलान्यास किया गया था। आज तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो सका।
    मुद्दा 5. स्वच्छ जल :  यहां जलमीनार न होने से लोगों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है। लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं।

    वर्ष - कौन जीता - कौन हारा

    2015 - श्‍याम बहादुर सिंह, जदयू - बच्‍चा पांडेय, लोजपा

    2010 - श्‍याम बहादुर सिंह, जदयू - मो. मोबिन, राजद