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    चौबे गए छब्बे बनने, दुबे बनकर लौटे... अश्विनी चौबे के बेटे ने किया सरेंडर, चुनाव लड़ने से तौबा, जानें किसका मिला फरमान?

    By Alok ShahiEdited By: Alok Shahi
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 05:05 PM (IST)

    Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भागलपुर से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा धरी की धरी रह गई। भाजपा प्रत्याशी रोहित पांडेय के खिलाफ शनिवार को सैंकड़ो समर्थकों के साथ अर्जित नामांकन करने पहुंचे लेकिन ऐन टाइम पर पलटी मार दी। अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित इससे पहले हर हाल में चुनाव लड़ने का दम भर रहे थे। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन नहीं करने के पीछे वजह उन्होंने माता पिता का आदेश और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का सम्मान बताया है। 

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    Bihar Politics: अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा धरी की धरी रह गई।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा हवा-हवाई हो गई। शनिवार को सैंकड़ो समर्थकों के साथ भाजपा प्रत्याशी रोहित पांडेय के खिलाफ अर्जित चौबे नामांकन करने पहुंचे, लेकिन ऐन टाइम पर उन्होंने पलटी मार दी। अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित इससे पहले हर हाल में भागलपुर सीट से चुनाव लड़ने का दम भर रहे थे। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन नहीं करने के पीछे बड़ी वजह उन्होंने माता पिता का आदेश और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का सम्मान बताया है।

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    Arjit Choubey Post

    अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे ने इस सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये जताई अपनी पीड़ा।

    भाजपा के बागी अर्जित शाश्वत चौबे ने नहीं किया नामांकन

    भागलपुर में भाजपा से बागी हुए अर्जित शाश्वत चौबे ने नामांकन नहीं किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे रोहित पांडे को भाजपा का टिकट मिलने से नाखुश थे। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने लिया था। अर्जित नामांकन के लिए सीएमएस स्कूल से एसडीओ कार्यालय तक के लिए निकले थे। एसडीओ कार्यालय पहुंचकर अचानक उन्होंने नामांकन नहीं कराने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा है की माता-पिता और भाजपा नेतृत्व के आदेश के कारण उन्होंने नामांकन नहीं कराया है।