कंडाघाट: ब्यूटीफुल वीकेेंड डेस्टिनेशन
फैमिली के साथ वीकेेंड एंजॉय करने की प्लैनिंग बना रहे हैं तो कालका-शिमला हाइवे पर दिल्ली से करीब 211 किमी. की दूरी पर स्थित कंडाघाट हो आइए। इस छोटे शहर की नैचरल ब्यूटी देखते ही बनती है।
हिमाचल प्रदेश में कालका-शिमला हाइवे पर वैसे तो नेचर लवर्स के लिए कई ख़्ाूबसूरत डेस्टिनेशंस हैं लेकिन शिमला से $करीब 30 किलोमीटर पहले कंडाघाट हिल स्टेशन की बात ही कुछ और है। फैमिली के साथ वीकेंड एंजॉय करना हो तो एक बार हरियाली से भरपूर इस जगह की सैर तो बनती है। यह समुद्र तल से $करीब 4667 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। दिल्ली और चंडीगढ़ के पर्यटकों के लिए यह परफेक्ट वीकेेंड डेस्टिनेशन है। इस जगह के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण महाराजा भूपिंदर सिंह ने करवाया था।
अट्रैक्शन ऑफ कंडाघाट
कंडाघाट में कई प्राचीन एवं धार्मिक स्थल हैं, जिन्हें आप ज़रूर निहारना चाहेंगे...
चैल व्यू पैलेस : पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने चैल व्यू पैलेस का निर्माण वर्ष 1891 में करवाया था। यह पैलेस $करीब 75 एकड़ में फैला हुआ है। यहां आज भी महाराजा द्वारा इस्तेमाल में लाए गए कमरों को देखा जा सकता है।
शिव मंदिर : यहां भगवान शिव का पुराना मंदिर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि मंदिर का निर्माण 400 साल पहले किया गया था।
करोल का टिब्बा : एडवेंचर का लुत्$फ उठाना चाहते हैंं तो सोलन और कंडाघाट के बीच में करोल और पांडव गुफा तक ट्रेकिंग कर सकते हैं। यह ट्रेक $करीब 5.6 किलोमीटर का है। सोलन में करोल का टिब्बा सबसे ऊंची पहाड़ी है। पांडव गुफा के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हिमालय क्षेत्र में सबसे पुरानी और लंबी गुफा है। इसकी लंबाई $करीब 28 किलोमीटर है। कहते हैं कि इस गुफा का अंत पिंजौर (हरियाणा) में होता है।
बाबा थडा मुल्ला : कंडाघाट से कुछ ही दूरी पर डाउन हिल में बाबा थडा मुल्ला है। यह एक धार्मिक स्थल है। यहीं पास ही में एक ख़्ाूबसूरत वॉटरफॉल है, जिसकी ऊंचाई $करीब 250 फीट है।
अन्य आकर्षण
कंडाघाट के आसपास कई दर्शनीय स्थल हैं। यहां से 30 किमी. की दूरी पर मशहूर हिल स्टेशन शिमला है। यहां से $करीब 11 किमी. की दूरी पर रिज़र्व फॉरेस्ट सैंक्चुअरी बेहतरीन जगह है। यह केवल वाइल्ड लाइफ के लिए ही नहीं, बल्कि ट्रेकिंग के लिए भी पर्यटकों को लुभाता है। इसके अलावा जाखू हिल, सेंट माइकल कैथेड्रल और स्टेट म्यूजि़यम भी जा सकते हैं। स्टेट म्यूजि़यम मेंं हिमाचल प्रदेश की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित किया गया है। ग्लेन और फागू बेहद ख़्ाूबसूरत पिकनिक स्पॉट्स हैं। इसके अलावा माल रोड, समर हिल, तारा देवी टेंपल, संकट मोचन मंदिर, बोटैनिकल गार्डन, काली बाड़ी टेंपल आदि दर्शनीय स्थल हैं।
क्या खाएं : यहां के लोकल फूड्स का$फी रिच और स्पाइसी होते हैं। यहां के पारंपरिक सिड्डू की बात ही कुछ और है। इसे ख़्ाास मौकों पर परोसा जाता है।
कहां ठहरें : अगर आप कंडाघाट में ठहरना चाहते हैं तो क्लब महिंद्रा का रिज़ॉर्ट एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। यहां फैमिली के साथ ठहरने की अच्छी व्यवस्था है। इसके अलावा आसपास कम बजट के होटल्स भी मिल जाएंगे।
कब जाएं : अप्रैल से जून के दौरान यहां का तापमान आमतौर पर 19-35 डिग्री सेल्सियस होता है, वहीं मॉनसून यानी जुलाई से सितंबर के दौरान तापमान 10-24 डिग्री के आसपास होता है।
कैसे जाएं : दिल्ली से चंडीगढ़ तक कार, ट्रेन या फिर प्लेन से जा सकते हैं। यहां से कंडाघाट की दूरी $करीब 90 किमी. है। कालका से टॉय ट्रेन से भी जा सकते हैं।
अमित निधि