इस खास वजह से हमेशा गोल ही होते हैं Manhole Covers, जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
क्या आपने कभी सोचा है कि सड़क किनारे लगे गटर के ढक्कन आखिर क्यों गोल होते हैं? दरअसल सेफ्टी तो इनका खास काम है ही लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनकी गोल शेप के पीछे भी कई दिलचस्प कारण छिपे हैं? आइए आज हम इस रहस्य (Why Manhole Covers are Round) से पर्दा उठाते हैं और आपको बताते हैं कि इन्हें गोल क्यों बनाया जाता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। रोड पर खुले मैनहोल के ढक्कन (Manhole Covers) देखकर हमारे मन में सबसे पहले सुरक्षा की बात आती है। हम सोचते हैं कि कहीं कोई इसमें गिर ना जाए। मैनहोल का इस्तेमाल ड्रेन या नालों की सफाई के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मैनहोल के ढक्कन हमेशा गोल ही क्यों होते हैं? चौकोर या तिकोने क्यों नहीं? यह एक ऐसा सवाल (Why Manhole Covers are Round) है जिसके बारे में शायद बहुत कम लोग सोचते होंगे। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों मैनहोल के ढक्कन हमेशा गोल ही बनाए जाते हैं। मैनहोल के ढक्कन का गोल होना सिर्फ एक संयोग नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई व्यावहारिक कारण छिपे हैं। आइए जानें।
इसलिए गोल होते हैं मैनहोल के कवर
मैनहोल के ढक्कन को हमेशा गोल ही क्यों बनाया जाता है? यह सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है। हादसे से बचाव तो एक बड़ा कारण है ही, लेकिन इसके पीछे कई और व्यावहारिक कारण भी हैं। चूंकि मैनहोल खुद गोल होता है, इसलिए गोल ढक्कन उसके लिए सबसे बेस्ट होता है। इसके अलावा, गोल ढक्कन को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना भी आसान होता है। साथ ही, इसे बनाने में कम सामग्री लगती है और यह ज्यादा मजबूत भी होता है। इसके अलावा ढक्कन गोल होने के कारण इसमें फंसने का खतरा भी कम हो जाता है।
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एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान
इसके अलावा, गोल कवर को हटाना और एक जगह से दूसरी जगह ले जाना भी बहुत आसान होता है। गोलाकार होने के कारण इन्हें लुढ़काया जा सकता है, जिससे ये कम खर्चीले और ज्यादा बढ़िया साबित होते हैं। भारी होने के बावजूद, इन्हें आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। अगर ये गोलाकार नहीं होते तो इन्हें हटाना और ढोना एक बड़ी मुश्किल बन जाता।
क्यों कहते हैं मैनहोल?
19वीं सदी में जब शहरों में अंडरग्राउंड सीवेज सिस्टम विकसित किया जा रहा था, तब इंजीनियरों ने पाया कि नियमित रूप से इन सिस्टम की जांच-पड़ताल के लिए गड्ढों की जरूरत होगी। इन गड्ढों को 'मैनहोल' नाम दिया गया क्योंकि इस काम को आमतौर पर पुरुष ही करते थे। गोल आकार होने के कारण इन गड्ढों में आसानी से आवाजाही हो सकती थी और कोई रुकावट भी नहीं होती थी।
कभी नहीं गिरते ऐसे ढक्कन
चूंकि मैनहोल बनाने के उपकरण गोल होते हैं, इसलिए गड्ढा भी गोल बनता है। यह प्रोसेस ज्यादा किफायती होता है, इसलिए गोल मैनहोल के लिए गोल ढक्कन ही बेस्ट होता है। सबसे जरूरी कारण यह है कि गोल ढक्कन को घुमाने पर वह छेद में नहीं गिर सकता, जबकि चौकोर ढक्कन डायगल तरीके से छेद में गिर सकता है।
मैनहोल के चारों ओर एक उठा हुआ किनारा होता है जिस पर ढक्कन आसानी से फिट हो जाता है। यह ढक्कन पैदल चलने वालों को गड्ढे में गिरने से बचाता है और कचरा भी अंदर जाने से रोकता है। इससे सीवर सिस्टम सही तरीके से काम करता रहता है। इन्हीं वजहों से ये ढक्कन हमेशा गोल ही होते हैं।
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