शनिवार को भागे, रविवार को एक पकड़ाया... दिल्ली जू के बाकी 3 सियार अभी भी लापता
दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क से कुछ सियार अपने बाड़े से भाग गए, जिससे चिड़ियाघर में दहशत फैल गई। प्रबंधन ने तुरंत खोज अभियान शुरू किया और एक सियार को पकड़ लिया, जबकि तीन अभी भी लापता हैं। चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि पर्यटकों को कोई खतरा नहीं है और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। मामले की जांच जारी है।

प्रबंधन ने तुरंत खोज अभियान शुरू किया और एक सियार को पकड़ लिया। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नेशनल जूलॉजिकल पार्क (NZP) एडमिनिस्ट्रेशन की लापरवाही लगातार जारी है। पिछले शनिवार को कुछ सियार अपने बाड़े से भाग गए, जिससे चिड़ियाघर में दहशत फैल गई और वन्यजीवों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठने लगे।
इस घटना की जानकारी मिलने पर चिड़ियाघर मैनेजमेंट ने सियारों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। रविवार को टीम को पहली कामयाबी मिली, जिसमें एक सियार को पकड़कर सुरक्षित उसके बाड़े में पहुंचा दिया गया। बाकी तीन सियारों की तलाश अभी भी जारी है। टीमें लगातार पास के घने जंगल वाले इलाके में पेट्रोलिंग कर रही हैं।
दरअसल, पिछले शनिवार को नेशनल जूलॉजिकल पार्क के पास अजीमगंज सराय इलाके में बीट नंबर 10 के पास कुछ सियार अपने बाड़े से भागकर पास के झाड़ियों वाले जंगल में घुस गए।
इस इलाके में सियारों की मौजूदगी ने चिड़ियाघर एडमिनिस्ट्रेशन को हैरान कर दिया। मामले की जानकारी देने वाले एक अधिकारी ने बताया कि सियार बाड़े के पीछे लगी फेंसिंग में एक गैप का फायदा उठाकर भागे, जो चिड़ियाघर की बाहरी बाउंड्री बनाने वाले जंगल में खुलता है।
ज़ू के डायरेक्टर संजीत कुमार ने कहा कि इससे विज़िटर्स को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि इन जानवरों को टूरिस्ट ट्रैफिक से दूर रखा गया है। किसी भी सिचुएशन को संभालने के लिए एक स्पेशल ट्रैंक्विलाइज़ेशन टीम तैनात की गई है, और पूरे एरिया पर सिक्योरिटी स्टाफ और CCTV कैमरों से नज़र रखी जा रही है।
डायरेक्टर संजीत कुमार के मुताबिक, सर्च के दौरान जंगल में चार सियार देखे गए, लेकिन ज़ू के इन्वेंट्री रिकॉर्ड के मुताबिक, एक या दो जानवर शायद पहले से ही खुले में घूम रहे हैं। हालांकि, जॉइंट डायरेक्टर और NZP को मामले की इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।

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